/
RSS Feed
नमस्कार, मैं हरिशंकर व्यास, सोशल मीडिया ने पहले ही भारत में लोगों को भाषा से दूर, बुद्धिहीन और बातूनी बना दिया है और अब एप्पल का एक ऐसा नया एयरपॉड जो किसी भी भाषा का सेकेंड भर अनुवाद सुना देगा। यानी हिंदी भाषा का अब पूरी तरह बंटाधार तय है क्योंकि हमने तो पहले से ही हजार शब्दों की कौन कहे खुद को 280 शब्दों की सीमा में बांध रखा है और अब ये नयी तकनीक, जो दुनिया के तमाम देशों के लिए तो वरदान होगी लेकिन हम भारतीयों के लिए ये किसी आफत की तरह क्योंकि हमें तो मौलिकता से कोसो दूर बिना मेहनत और नकल से चीजें हथिया लेने की आदत पड़ चुकी है। इसलिए अपन तो कहेंगे कॉलम में इस बार मेरे विचार का शीर्षक है। बातूनी भारत को नई मशीन!


