कांग्रेस के दिवंगत नेता और पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के दोनों बच्चों ने उनके साथ ही कांग्रेस की राजनीति शुरू की थी। उनके राष्ट्रपति बनने के बाद 2012 में अभिजीत मुखर्जी उनकी जंगीपुर सीट से लोकसभा का चुनाव जीते थे और फिर 2014 में भी वे उसी सीट से जीते। प्रणब मुखर्जी की बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जी ने भी उनके जीवनकाल में ही कांग्रेस की टिकट पर विधानसभा का चुनाव लड़ा था लेकिन जीत नहीं पाई थीं। वे दिल्ली प्रदेश में कांग्रेस की प्रवक्ता बनाई गई थीं। माना जा रहा था कि वे अपने पिता की राजनीति का प्रतिनिधित्व करेंगी। लेकिन अब प्रणब मुखर्जी के दोनों बच्चों ने कांग्रेस से अलग राजनीतिक रास्ता पकड़ लिया है।
अभिजीत मुखर्जी तो 2019 में ही लोकसभा का चुनाव हारने के बाद कांग्रेस से अलग हो गए थे और दो साल बाद 2021 में ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस में चले गए थे। पहले कहा जा रहा था कि ममता उनको राज्यसभा भेज सकती हैं। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। अब फिर वे जंगीपुर सीट से लड़ सकते हैं, जिस पर कांग्रेस भी दावा कर रही है। दूसरी ओर शर्मिष्ठा मुखर्जी ने अपने पिता के जीवन पर एक किताब लिख कर राहुल गांधी के बारे में ऐसी ऐसी बातें बताई हैं, जिनसे साफ हो गया है कि वे कांग्रेस से बाहर जा रही हैं। वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिली हैं और उनको किताब भेंट की है। अब देखना है कि भाजपा में उनकी राजनीतिक पारी शुरू होती है या नहीं।