कर्नाटक में जब से कांग्रेस की सरकार बनी है तभी से इस बात की चर्चा शुरू हो गई है कि सरकार ज्यादा दिन नहीं चलेगी। हालांकि कांग्रेस को बहुत भारी बहुमत मिला है। उसने 136 सीटें जीती हैं। फिर भी कहा जा रहा है कि किसी न किसी कारण से पार्टी टूट जाएगी और कांग्रेस की सरकार गिर जाएगी। दूसरी ओर इसके साथ ही पहले दिन से यह दावा किया जा रहा है कि एचडी देवगौड़ा की पार्टी जेडीएस टूट जाएगी। इसके लिए भाजपा के ऑपरेशन कमल की तर्ज पर ऑपरेशन हस्त की चर्चा हुई थी। कहा गया था कि जेडीएस के 19 में से ज्यादातर विधायक कांग्रेस में शामिल हो जाएंगे।
पिछले दिनों पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने दावा किया कि कांग्रेस के एक बड़े नेता 50 विधायकों के साथ भाजपा में चले जाएंगे। उन्होंने कहा कि केंद्रीय एजेंसियों की जांच से बचने के लिए एक बड़े नेता भाजपा के साथ जाएंगे। उन्होंने नाम नहीं लिया लेकिन केंद्रीय एजेंसियों की जांच के दायरे में बड़े नेता डीके शिवकुमार हैं। यह एक तरह का प्रचार है, जो शिवकुमार समर्थक भी कर रहे हैं ताकि वे केंद्रीय एजेंसियों से बचे रहें और कांग्रेस आलाकमान पर दबाव रहे कि कुछ समय के बाद डीकेएस को सीएम बनाना है। इस बीच यह चर्चा भी तेज हो गई है कि डीके शिवकुमार जेडीएस के विधायकों को तोड़ कर कांग्रेस में लाने वाले हैं।