पिछले कुछ समय से भाजपा की ओर से कांग्रेस और दूसरी विपक्षी पार्टियों पर दो आरोप लगाए जाते रहे हैं। पहला तो यह कि भाजपा का विरोध करते करते विपक्ष देश का विरोध करने लगा है और दूसरा यह कि नरेंद्र मोदी का विरोध करते करते विपक्ष देश और हिंदू धर्म दोनों का विरोध करने लगा है। अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम में विपक्ष के किसी नेता के नहीं जाने के बाद भाजपा ने प्रचार तेज किया कि कांग्रेस और दूसरी विपक्षी पार्टियां हिंदू विरोधी हो गई हैं। अब खबर है कि कांग्रेस और दूसरी विपक्षी पार्टियों का कोई भी बड़ा नेता गणतंत्र दिवस की परेड देखने कर्तव्य पथ पर नहीं गया।
आमतौर पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उनके साथ उप मुख्यमंत्री रहे मनीष सिसोदिया गणतंत्र दिवस की परेड में जाते थे। लेकिन इस बार सिसोदिया जेल में हैं और केजरीवाल नहीं गए। बताया जा रहा है कि उनको बुखार आया हुआ है हालांकि एक दिन पहले 25 जनवरी को छत्रसाल स्टेडियम में वे गणतंत्र दिवस के कार्यक्रम में शामिल हुए थे। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे का कर्नाटक में कोई कार्यक्रम था तो राहुल गांधी भारत जोड़ो न्याय यात्रा पर हैं। बाकी प्रादेशिक पार्टियों के नेता आमतौर पर इस समय दिल्ली में नहीं होते हैं। सो, अब विपक्षी नेताओं के गणतंत्र दिवस परेड में नहीं जाने का मुद्दा बन रहा है।