भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की दो दिन की बैठक 16 और 17 जनवरी को नई दिल्ली में एनडीएमसी के कन्वेंशन सेंटर में होगी। इस बैठक के बाद पार्टी की राजनीतिक गतिविधियां तेज हो जाएगी। इस बैठक में भाजपा कई बड़े फैसले करेगी, जो अगले लोकसभा चुनाव की तैयारियों को ध्यान में रख कर होगी। सबसे बड़ा फैसला तो अध्यक्ष का होगा। जेपी नड्डा के कार्यकाल का विस्तार किया जाएगा। हालांकि यह तय नहीं है कि उनको तीन साल का पूरा कार्यकाल मिलेगा या अगले लोकसभा चुनाव तक उनके कार्यकाल का विस्तार होगा। ध्यान रहे पार्टी के संसदीय बोर्ड को अध्यक्ष के कार्यकाल का विस्तार करने का अधिकार है।
अध्यक्ष के कार्यकाल के विस्तार के बाद दूसरा बड़ा फैसला यह होना है कि प्रदेश में संगठन के चुनाव होंगे या नहीं। बताया जा रहा है कि पार्टी संगठन चुनाव को अगले साल लोकसभा तक टाल सकती है। फिर सभी राज्यों में तदर्थ व्यवस्था काम करेगी और अगले साल के चुनाव के लिहाज से जहां ज्यादा जरूरत होगी वहां अध्यक्ष बदला जाएगा। ध्यान रहे बिहार में अध्यक्ष संजय जायसवाल का कार्यकाल पूरा भी हो गया है और राज्य में जदयू से तालमेल टूटने के बाद पार्टी को नए अध्यक्ष की जरूरत भी है। इसी तरह झारखंड में भी अध्यक्ष दीपक प्रकाश का कार्यकाल पूरा हो गया।
दिल्ली में पार्टी को पूर्णकालिक अध्यक्ष नियुक्त करना है। नगर निगम चुनाव में भाजपा के हारने के बाद आदेश गुप्ता ने इस्तीफा दे दिया था और उनकी जगह वीरेंद्र सचदेवा को कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया है। कर्नाटक में नलिन कुमार कतिल और राजस्थान में सतीश पुनिया को बदले जाने की चर्चा थी लेकिन कर्नाटक में तीन महीने में चुनाव है तो राजस्थान में भी इस साल के अंत में चुनाव होना है। राष्ट्रीय अध्यक्ष और राज्यों में अध्यक्ष व संगठन का फैसला करने के बाद पार्टी लोकसभा चुनाव की तैयारियों में लगेगी। हर केंद्रीय मंत्री के जिम्मे तीन या चार लोकसभा सीट देकर उनको वहां का दौरा करने को कहा गया है।