असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने फिल्म अभिनेता शाहरूख खान को लेकर एक बयान दिया, जिसकी बड़ी चर्चा हुई। शाहरूख की फिल्म ‘पठान’ के खिलाफ असम में हो रहे प्रदर्शनों को लेकर मीडिया ने उनसे सवाल पूछा था तो उन्होंने कहा था ‘कौन है शाहरूख खान’? यह कहने के बाद से वे लगातार सफाई दे रहे हैं। सवाल है कि ऐसा क्या हो गया कि उनको इतनी सफाई देनी पड़ रही है? पहली सफाई उन्होंने यह बयान देने के अगले दिन सुबह सुबह दी। उन्होंने एक ट्विट किया, जिसमें लिखा कि श्री शाहरूख खान का फोन आया था और रात दो बजे उनसे बात हुई। सरमा ने ट्विट में यह भी लिखा कि उन्होंने शाहरूक को भरोसा दिलाया कि असम में कानून व्यवस्था की कोई समस्या नहीं होगी और फिल्म रिलीज होगी।
उनके इस ट्विट के बाद लगा कि सब कुछ समाप्त हो गया। लेकिन इसके अगले दिन यानी सोमवार को उन्होंने फिर से सफाई दी। इस बार प्रेस कांफ्रेंस करके बताया कि वे अपने समय के अभिनेताओं जैसे अमिताभ बच्चन, धर्मेंद्र आदि की फिल्में देखते थे। उन्होंने कहा कि पिछले 20-21 साल में छह सात ही फिल्में उन्होंने देखी हैं। वे यह सफाई दे रहे थे कि उन्होंने शाहरूख का अपमान करने के लिए बयान नहीं दिया। सवाल है कि इतनी सफाई क्यों देनी पड़ी? क्या ऊपर से कहीं से उनको इसके लिए कहा गया है? निश्चित रूप से आलाकमान के निर्देश पर ही उन्होंने सफाई दी और दो बजे रात को शाहरूख खान से बात की। असल में उनकी पार्टी का आलाकमान अभी किसी तरह का गैरजरूरी विवाद खड़ा करने के पक्ष में नहीं है क्योंकि उसे अंतरराष्ट्रीय समुदाय को खुश रखने की चिंता है।