nayaindia Loksabha election AAP Party आप की फिर 2014 वाली रणनीति!

आप की फिर 2014 वाली रणनीति!

आम आदमी पार्टी के सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल एक तरफ विपक्षी पार्टियों की मदद के लिए भागदौड़ कर रहे हैं और संसद में भाजपा को हराने की रणनीति बना रहे हैं तो दूसरी ओर उनकी पार्टी अगले लोकसभा चुनाव में सभी सीटों पर लड़ने की तैयारी कर रही है। यह ध्यान रखने की बात है कि केजरीवाल ने कभी भी साथ मिल कर चुनाव लड़ने की बात नहीं कही है। उलटे वे यह कहते रहे हैं कि भाजपा को हराने के लिए विपक्षी एकता के सिद्धांत में उनका यकीन नहीं है। लेकिन चूंकि केंद्र सरकार के अध्यादेश से उनको मौका मिल गया है कि वे कम से कम संसद में भाजपा विरोधी राजनीति का केंद्र बनें तो वे इसका प्रयास कर रहे हैं।

पता नहीं देश की विपक्षी पार्टियों को केजरीवाल की इस दोहरी रणनीति का अंदाजा है या नहीं लेकिन पार्टी के कुछ नेता और चुनाव रणनीतिकार अगले लोकसभा चुनाव की तैयारी में लग गए हैं। उनका कहना है कि 2014 की तरह 2024 में भी आम आदमी पार्टी लोकसभा चुनाव लड़ेगी। 2014 में पार्टी 428 सीटों पर लड़ी थी और चार सौ से ज्यादा सीटों पर जमानत जब्त हुई थी। इस बार पार्टी सभी 543 लोकसभा सीटों पर लड़ने की तैयारी कर रही है। आम आदमी पार्टी के एक नेता अंग्रेजी के एक अखबार से बात करते हुए आईएएस की परीक्षा की मिसाल दी और कहा कि जिसको कलेक्टर बनना होता है उसके पीटी, मेन्स और इंटरव्यू तीनों दौर से गुजरना होता है और हो सकता है कि कई बार इन तीनों दौर से गुजरना हो।

असल में अरविंद केजरीवाल ‘पोस्ट मोदी पोलिटिक्स’ कर रहे हैं। उनकी पार्टी के एक नेता ने अनौपचारिक बातचीत में कहा कि केजरीवाल की नजर 2024 के चुनाव पर नहीं, बल्कि 2029 के चुनाव पर है। उनका मानना है कि तब तक नरेंद्र मोदी रिटायर हो चुके होंगे और भाजपा में दूसरा कोई नेता ऐसा नहीं है, जिसका करिश्मा मोदी की तरह हो। मोदी के बाद लोग केजरीवाल को चुन सकते हैं। इस योजना के तहत उनकी पार्टी पूरे देश में चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है। लोकसभा में भी और विधानसभा में भी।

आम आदमी पार्टी के जानकार सूत्रों के मुताबिक जिन राज्यों में पार्टी का कोई काडर नहीं है या संगठन नहीं है वहां भी लोकसभा के उम्मीदवार उतारे जाएंगे। उससे पहले केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान की कई राज्यों में रैलियां होने वाली है। राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में केजरीवाल और मान रैली करेंगी। इन दोनों राज्यों में पार्टी ने विधानसभा चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है। अगले लोकसभा चुनाव के लिहाज से भी इन तीनों राज्यों में तैयारी चल रही है। विधानसभा में अच्छा प्रदर्शन करने वाले उम्मीदवारों को लोकसभा में उतारा जा सकता है। इस बार विधानसभा चुनाव का मकसद लोकसभा की तैयारी है। आप की इस राजनीति से कांग्रेस को नुकसान हो सकता है।

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