राज्य-शहर ई पेपर व्यूज़- विचार

बंगाल, बिहार, झारखंड सरकार पर तलवार!

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पिछले 10 दिन में बिहार और पश्चिम बंगाल की अपनी सभाओं में जो कुछ कहा है वह मामूली नहीं है। उन्होंने बिना किसी लाग-लपेट के, बहुत साफ शब्दों में कहा है कि अगले साल लोकसभा चुनाव में भाजपा जीती तो दोनों राज्यों में सरकार गिर जाएगी। झारखंड में अमित शाह ने राज्य सरकार को अभयदान दिया था और कहा था कि हेमंत सोरेन को जनता सबक सिखाएगी। लेकिन ऐसा लग रहा है कि उस अभयदान की एक्सपायरी डेट भी 2024 के लोकसभा चुनाव तक ही है।

केंद्रीय गृह मंत्री ने शुक्रवार को पश्चिम बंगाल के बीरभूम में एक जनसभा को संबोधित करते हुए बंगाल के लोगों से कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को 35 सीटें दें 2026 की जरूरत नहीं पड़ेगी, उससे पहले ही ममता बनर्जी की सरकार गिर जाएगी। सवाल है कि अगर भाजपा लोकसभा चुनाव जीत जाती है तो इससे राज्य सरकार कैसे गिरेगी? ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस के 215 विधायक हैं। 2021 के विधानसभा चुनाव में भाजपा की टिकट पर जीते कई विधायक पार्टी छोड़ कर ममता के साथ जा चुके हैं और अब भी कई विधायक पाला बदलने को तैयार हैं। कम से कम दो सांसद- बाबुल सुप्रियो और अर्जुन सिंह भी भाजपा का साथ छोड़ कर तृणमूल के साथ जा चुके हैं।

फिर भी इस दावे का क्या आधार है कि 2024 में भाजपा जीती तो 2026 से पहले ममता की सरकार गिर जाएगी? इस दावे का कोई वैध आधार नहीं है। शिव सेना मॉडल पर ममता की पार्टी तोड़ने के लिए डेढ़ सौ विधायकों की जरूरत होगी और मध्य प्रदेश या कर्नाटक मॉडल पर इस्तीफा करा कर सरकार गिराना नामुमकिन सा है। फिर किस तरीके से ममता बनर्जी की सरकार गिरेगी? क्या राष्ट्रपति शासन लगा दिया जाएगा? आखिर केंद्रीय गृह मंत्री ने ऐसा कहा है तो उसका कुछ तो आधार होगा?

इसी तरह पिछले दिनों अमित शाह बिहार के दौरे पर गए तो उन्होंने नवादा की सभा में कहा कि राज्य की सभी 40 सीटें भाजपा को देकर जिताइए तो अपने आप महागठबंधन की सरकार गिर जाएगी। यहां भी वही सवाल है कि भाजपा लोकसभा का चुनाव जीतेगी तो राज्य की सरकार कैसे गिरेगी? राज्य की महागठबंधन सरकार को 164 विधायकों की समर्थन है यानी बहुमत के लिए जरूरी 123 के आंकड़े से 41 विधायक ज्यादा हैं। फिर भी गृह मंत्री ने 2024 के बाद महागठबंधन सरकार गिर जाने की बात कही। वहां चुनाव 2025 के अंत में है। कुछ दिन पहले वे झारखंड गए थे, जहां चाईबासा में उन्होंने कहा था कि हेमंत सोरेन को जनता सबक सिखाएगी। लेकिन उनकी पार्टी के नेता ऐलान कर रहे हैं कि झारखंड में राष्ट्रपति शासन लगेगा। वहां इस बात की अटकलें लगाई जा रही हैं कि अगले लोकसभा चुनाव के बाद राष्ट्रपति शासन लग जाएगा और केंद्र की देख-रेख में दिसंबर 2024 का विधानसभा चुनाव होगा।

By NI Political Desk

Get insights from the Nayaindia Political Desk, offering in-depth analysis, updates, and breaking news on Indian politics. From government policies to election coverage, we keep you informed on key political developments shaping the nation.

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *