आम आदमी पार्टी को उम्मीद है कि अगले लोकसभा चुनाव में वह कांग्रेस के बाद तीसरी सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर उभर सकती है। उसके चुनाव प्रबंधक संदीप पाठक इसकी रणनीति बना रहे हैं। पार्टी के जानकार सूत्रों के मुताबिक पंजाब में जालंधर लोकसभा सीट पर हुए उपचुनाव में मिली जीत के बाद आप की चुनावी टीम बहुत उत्साहित है। बताया जा रहा है कि आप ने राज्य की सभी 13 लोकसभा सीटें जीतने का लक्ष्य रखा है। चुनाव रणनीति पर काम कर रही टीम को पता है कि भाजपा और अकाली दल के बीच तालमेल हो सकता है और कांग्रेस अकेले सभी सीटों पर चुनाव लड़ेगी। बहुजन समाज पार्टी का अभी अकाली दल के साथ तालमेल है लेकिन जब अकाली और भाजपा साथ मिलेंगे तो बसपा अलग हो जाएगी। हालांकि उसका असर बहुत कम हो गया है। सो, त्रिकोणात्मक मुकाबला तय है।
अगर किसी वजह से अकाली और भाजपा का तालमेल नहीं होता है तो वह आप के लिए और आदर्श स्थिति होगी। चारकोणीय मुकाबले में उसके नेता जीत पक्की मान रहे हैं। ध्यान रहे जालंधर की सुरक्षित सीट पर अकाली-बसपा एक साथ और भाजपा अलग लड़ी थी। इन तीनों के वोट से ज्यादा वोट आप को मिले थे। पंजाब के अलावा आप को उम्मीद है कि गुजरात में एक या दो सीटों पर उसका प्रदर्शन अच्छा हो सकता है और राजस्थान में भी पार्टी एक या दो सीट जीतने की उम्मीद कर रही है। इन दो राज्यों के अलावा मध्य प्रदेश, दिल्ली और हरियाणा में पार्टी ताकत आजमाएगी। आप की इस राजनीति से देश की बाकी प्रादेशिक पार्टियों पर तो कोई असर नहीं पड़ना है लेकिन कांग्रेस का हिसाब किताब बिगड़ेगा। कांग्रेस के नेता इस बात को समझ रहे हैं।