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त्यागराजन को हटाने का क्या मतलब?

नेता चाहे कोई हो और पार्टी भी चाहे कोई हो राजनीति एक ही तरह से चलती है। यह अघोषित नियम है कि कोई भी नेता गलती से भी पार्टी के सुप्रीमो के खिलाफ नहीं बोल सकता है या उसके किसी मामले पर टिप्पणी नहीं कर सकता है और कोई भी नेता सुप्रीमो या उसके परिवार से ज्यादा चर्चित नहीं हो सकता है। तमिलनाडु में डीएमके और एमके स्टालिन इसका अपवाद नहीं हैं। स्टालिन की लोकप्रियता चरम पर है इसके बावजूद उनको अपने वित्त मंत्री पलानीवेलू त्यागराजन की ऐसी चिंता हुई कि उनको वित्त मंत्रालय से हटा दिया। बताया जा रहा है कि हटाने का तात्कालिक कारण यह था कि एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें त्यागराजन डीएमके के पहले परिवार के कथित भ्रष्टाचार के बारे में बात कर रहे थे।

ध्यान रहे त्यागराजन तमिलनाडु के सर्वाधिक कार्यकुशल, सक्षम और लोकप्रिय मंत्री थे। सोशल मीडिया में उनकी सबसे ज्यादा चर्चा होती है। मुख्यधारा की मीडिया के कार्यक्रमों में भी वे बुलाए जाते थे और उनका हर भाषण बहुत चर्चित होता था। पिछले दिनों ही केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर तंज करते हुए उनका एक वीडियो वायरल हुआ था। वे तथ्यों और आंकड़ों के आधार पर केंद्र सरकार की उपलब्धियों की असलियत बताते हैं। अमेरिका से पढ़े त्यागराजन का वित्त के मामलों में कमाल का रिकॉर्ड है। उन्होंने राज्य को एक नई दिशा दी। लेकिन उनको हटा कर आईटी और डिजिटल सर्विसेज में भेज दिया गया है। यह साफ साफ सजा देने का मामला है।

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