यह लाख टके का सवाल है कि जिस तरह से भाजपा ईसाई समुदाय तक पहुंच बनाने के लिए आउटरीच कर रही है क्या उस तरह का कोई प्रयास मुस्लिम समुदाय को लेकर भी होगा? भाजपा के जानकार सूत्रों का कहना है कि जिस तरह से पिछले दिनों ईस्टर के मौके पर भाजपा ने ईसाई समुदाय के लोगों से मुलाकात की, केरल में बिशप और पादरियों के यहां आना जाना हुआ उस तरह का काम ईद के मौके पर मुस्लिम समुदाय को लेकर भी होगा। ध्यान रहे ईस्टर के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिल्ली के सैक्रेड हार्ट चर्च गए थे और कैंडल सेरेमनी में भी हिस्सा लिया था। हालांकि ईद के मौके पर वे किसी मस्जिद में जाएंगे, इसकी संभावना नहीं है।
इसके बावजूद भाजपा की ओर से मुस्लिम समुदाय तक पहुंच बनाने का काम होगा। खास कर अल्पसंख्यक बहुल क्षेत्रों में। केरल में ऐसा होने की बहुत संभावना है। ध्यान रहे पिछले कुछ दिनों से भाजपा और आरएसएस की ओर से मुस्लिम समाज से संपर्क करने और उनका भरोसा जीतने के प्रयास हो रहे हैं। इसी प्रयास के तहत संघ प्रमुख मोहन भागवत एक बड़े मुस्लिम धर्मगुरू की मजार पर गए थे। बाद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैदराबाद में पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में कार्यकर्ताओं और नेताओं से पसमांदा मुस्लिम समाज को जोड़ने की बात कही थी। सो, माना जा रहा है कि भाजपा इसाइयों की तरह मुस्लिम समाज तक भी आउटरीच करने की कोशिश करेगी। सो, ईद के मौके पर भाजपा का अलग तरह का रूप देखने को मिल सकता है, खास कर उन प्रदेशों में जहां अल्पसंख्यक आबादी ज्यादा है।