रियल पालिटिक्स

सिसोदिया का काम कौन संभालेगा?

ByNI Editorial,
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दिल्ली सरकार के मंत्री सत्येंद्र जैन हवाला के मामले में गिरफ्तार होकर जेल गए तो उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने उनका काम संभाला था। अब खुद सिसोदिया कथित शराब घोटाले में गिरफ्तार होकर जेल चले गए हैं तो उनका काम कौन संभालेगा? सत्येंद्र जैन अभी जेल में ही हैं और इस बीच सिसोदिया भी जेल चले गए। दिल्ली सरकार के 33 विभागों में से 18 विभाग अकेले सिसोदिया संभाल रहे थे। उनके पास सारे बड़े और महत्वपूर्ण विभाग थे। वे दिल्ली के वित्त और गृह मंत्री दोनों थे। साथ ही शिक्षा, स्वास्थ्य, पीडब्लुडी, बिजली सहित लगभग सारे अहम विभाग उन्हीं के पास थे।

सबसे बड़ी बात यह है कि सरकार में इतनी भूमिका निभाने के साथ साथ वे पार्टी के विस्तार और रणनीति में भी बड़ी भूमिका निभाते थे। जैसा कि उन्होंने खुद कहा है कि वे छह सात महीने तक जेल में रह सकते हैं तो इस बीच पार्टी में उनके बदले राजनीतिक जिम्मेदारी कौन संभालेगा? अगले दो महीने में कर्नाटक में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं और उसके बाद साल के अंत में कई बड़े राज्यों में चुनाव हैं, जहां आम आदमी पार्टी को ताकत के साथ लड़ना है। सो, उनके जेल जाने से सिर्फ सरकार का कामकाज प्रभावित नहीं होगा, बल्कि पार्टी की राजनीति पर भी असर होगा।

बहरहाल, सवाल है कि क्या सिसोदिया के जेल जाने पर उनकी जिम्मेदारी अरविंद केजरीवाल संभालेंगे? ध्यान रहे केजरीवाल ने अपने पास कोई विभाग नहीं रखा है। वे बिना विभाग के मुख्यमंत्री हैं। लेकिन अब समय है कि वे आगे बढ़ कर सिसोदिया की जिम्मेदारी संभालें। अभी तत्काल सबसे बड़ी जरूरत बजट पेश करने की है। गौरतलब है कि सिसोदिया को सीबीआई ने 19 फरवरी को पूछताछ के लिए बुलाया था तब उन्होंने इस आधार पर एक हफ्ते का समय मांगा था कि वे बजट तैयार करने में बिजी हैं। उसके बाद सीबीआई ने उनको एक हफ्ते बाद 26 फरवरी को बुलाया।

बजट का काम उन्होंने पूरा कर लिया है लेकिन उसे पेश कौन करेगा? कई राज्यों में मुख्यमंत्री बजट पेश करते हैं। हाल ही में राजस्थान में अशोक गहलोत ने बजट पेश किया। सो, वित्त मंत्री जेल में हैं तो कायदे से मुख्यमंत्री को बजट पेश करना चाहिए। लेकिन कहा जा रहा है कि शायद केजरीवाल यह जिम्मेदारी भी नहीं निभाएंगे। राज्य सरकार के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत के बजट पेश करने की संभावना जताई जा रही है। अगर अब भी केजरीवाल दिल्ली सरकार के अहम मंत्रालयों का काम खुद नहीं संभालते हैं तो उन पर सवाल उठेगा। उन पर जिम्मेदारियों से भागने का आरोप लगेगा। कहने की जरूरत नहीं है कि वे सत्येंद्र जैन की तरह मनीष सिसोदिया को भी बिना विभाग का मंत्री बनाए रखेंगे। यानी सरकार के पांच मंत्री बाहर और दो जेल में रहेंगे।

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