Atiq Ahmed

  • अतीक अहमद की ‘न्यायेतर मौत’ की जांच के लिए आयोग की मांग

    Atiq Ahmed death :- कुछ महीने पहले मारे गये कुख्यात अपराधियों अतीक अहमद और अशरफ की बहन ने उच्चतम न्यायालय में एक याचिका दायर कर उनकी ‘हिरासत में’ और ‘न्यायेतर मौत’ की जांच के लिए शीर्ष अदालत के एक सेवानिवृत्त न्यायाधीश की अध्यक्षता में आयोग गठित करने की मांग की है। अतीक अहमद (60) और उसके भाई अशरफ की अप्रैल महीने में प्रयागराज में उस समय हत्या कर दी गयी थी जब दोनों को पुलिस कर्मी मेडिकल जांच के लिए अस्पताल ले जा रहे थे। दोनों की बहन आइशा नूरी ने अपनी याचिका में आरोप लगाया है कि उत्तर प्रदेश...

  • अतीक अहमद के सहयोगियों पर ईडी का शिकंजा

    ED raids:- दो महीने पहले एक हमले में मारे गए गैंगस्टर-नेता अतीक अहमद से जुड़े कुछ ‘जाने-माने’ बिल्डर, चार्टर्ड अकाउंटेंट और अन्य लोगों के ठिकानों पर इस सप्ताह प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा की गई छापेमारी में संपत्तियों की बिक्री और खरीद से संबंधित दस्तावेज, 17.80 लाख रुपये नकद और कुछ अन्य सामग्री बरामद हुई है। ईडी ने शनिवार को एक बयान में कहा कि 14 और 15 जून को प्रयागराज, लखनऊ और दिल्ली में 10 परिसरों पर छापे मारे गए। इसने कहा कि ‘जाने माने’ बिल्डर और चार्टर्ड अकाउंटेंट सहित अतीक अहमद के विभिन्न सहयोगियों से जुड़े परिसरों पर छापेमारी...

  • अतीक के सहयोगी की मदद से पुलिस ने बरामद किया हथियार

    Atiq Ahmed :- अतीक अहमद के प्रमुख सहयोगी अब्दुल कवी ने जांचकर्ताओं को बताया कि मारा गया गैंगस्टर कौशांबी में यमुना नदी के किनारे के गांवों को अपने हथियारों को छुपाने के लिए इस्तेमाल करता था। कवी 2005 के बसपा विधायक राजू पाल हत्याकांड के सिलसिले में वांछित था। मामले में 18 साल तक फरार रहने के बाद उसने इस साल अप्रैल में सीबीआई अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया था। उसने अपने उन साथियों के नामों का भी खुलासा किया, जिन्होंने उसे छिपने के दौरान शरण दी थी। कवी ने 36 घंटे की पुलिस हिरासत के दौरान यह खुलासा किया।...

  • अतीक और अशरफ की हत्या के मामले में पांच पुलिसर्मी सस्पेंड

    प्रयाग। माफिया अतीक अहमद (Atiq Ahmed) और उसके भाई अशरफ (Ashraf) की हत्या के मामले में थाना प्रभारी शाहगंज अश्विनी कुमार सिंह (Ashwini Kumar Singh) समेत पांच पुलिसकर्मी सस्पेंड (Five Policemen Suspended) कर दिए गए हैं। जांच में प्रथम दृष्टया लापरवाही बरती जाने का मामला पाया गया है। इस बारे में पुलिस के एक अधिकारी ने सूचना दी है। ये भी पढ़ें- http://जम्मू-कश्मीर में गांव का सरपंच बलात्कार के आरोप में गिरफ्तार पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि अतीक और अशरफ हत्या मामले में शाहगंज थाना के एसएचओ अश्वनी कुमार सिंह (Ashwini Kumar Singh), एक उप निरीक्षक और तीन कांस्टेबल...

  • बोया पेड़ बबूल का!

    अतीक अहमद की पुलिस हिरासत में हत्या के बाद उचित ही है कि उप्र में अपराधियों और राजनीति के रिश्ते पर चर्चा तेज हो गई है। इस सिलसिले में यह अवश्य ध्यान में रखना चाहिए कि राज्य विधानसभा में 51 प्रतिशत विधायकों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं। उत्तर प्रदेश में राजनीति का अपराधीकरण और एनकाउंटर राज अब भले अपने चरम बिंदु पर दिख रहा हो, लेकिन इसकी जड़ें बहुत पहले डाली गई थीं। राज्य में बड़ी संख्या में फर्जी मुठभेड़ों में कथित अपराधियों को मारे जाने के इल्जाम सबसे पहले 1980 के दशक में लगे थे, जब विश्व प्रताप...

  • अब माफिया नहीं धमकाएगा: योगी

    लखनऊ। गैंगेस्टर अतीक अहमद और उसके भाई की हत्या और असद अहमद व गुलाम हसन की पुलिस एनकाउंटर में मौत के बाद पहली बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने माफिया को लेकर बयान दिया। उन्होंने कहा कि अब कोई माफिया उत्तर प्रदेश में किसी को धमका नहीं सकता। गौरतलब है कि इससे पहले उन्होंने माफिया को मिट्टी में मिला देने की बात कही थी। उन्होंने राज्य में दंगे बंद हो जाने और कानून व्यवस्था की बेहतरीन स्थिति बहाल होने की बात कही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा- अब कोई पेशेवर अपराधी और माफिया किसी को डरा धमका...

  • अतीक के वकील की गली में तीन बम फूटे

    प्रयागराज। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जिस समय लखनऊ में यूपी की बेहतरीन कानून व्यवस्था पर भाषण दे रहे थे उसी समय प्रयागराज में अतीक अहमद के वकील की गली में तीन देसी बम फूटे। हालांकि इससे कोई घायल नहीं हुआ लेकिन अतीक के वकील ने कहा कि उनको डराने के लिए बम विस्फोट किया गया है। घटना प्रयागराज की कटरा गोबर गली की है, जहां तीन देसी बम फेंके गए। इसी गली में माफिया अतीक अहमद के वकील दयाशंकर मिश्र रहते हैं। वकील दयाशंकर मिश्र का कहना है कि उन्हें डराने के लिए विस्फोट किए गए, जबकि पुलिस...

  • कानून को अलविदा

    कानून के राज का बुनियादी सिद्धांत यह है कि कानून सबके लिए बराबर है। इसी के साथ उचित प्रक्रिया का प्रश्न जुड़ा हुआ है। दुर्भाग्यपूर्ण है कि उचित प्रक्रिया के पालन का सब्र अपने समाज में चूकता चला जा रहा है। अतीक अहमद को अंदेशा था कि अगर उसे उत्तर प्रदेश ले जाया गया, तो उसकी जान नहीं बचेगी। गुजरात की एक जेल में बंद अहमद ने इसीलिए उसने सुप्रीम कोर्ट याचिका दायर की थी। सुप्रीम कोर्ट ने याचिका यह कहते हुए खारिज कर दी कि ‘उसकी हिफाजत का ख्याल सरकारी मशीनरी’ करेगी। लेकिन सरकारी मशीनरी ऐसा कर नहीं पाई।...

  • अतीक की हत्या के आरोपी दूसरी जेल में भेजे गए

    लखनऊ। उत्तर प्रदेश के गैंगेस्टर और पूर्व सांसद अतीक अहमद की हत्या के तीनों आरोपियों को दूसरी जेल में भेजा गया है। बताया जा रहा है कि प्रयागराज की नैनी जेल में उनके ऊपर हमला होने की आशंका जताई गई थी। गौरतलब है कि अतीक का एक बेटा नैनी जेल में ही बंद है। बहरहाल, अतीक की हत्या के तीनों आरोपियों को प्रतापगढ़ जेल में भेजा गया है। गौरतलब है कि शनिवार की रात को तीनों ने अतीक और उसके भाई अशरफ की गोली मार कर हत्या की थी। पुलिस ने इतनी बड़ी घटना के बाद भी उनको रिमांड पर...

  • एनकाउंटर पर सवाल उठते आए है?

    जिस तरह हर सिक्के के दो पहलू होते हैं उसी तरह कुछ एनकाउंटर स्पेशलिस्ट के घमंड और कभी-कभी उसके भ्रष्टाचार के चलते हर पुलिस एनकाउंटर को शक की निगाह से ही देखा जाता है। ख़ासकर जब राजनीतिक प्रतिद्वंदियों के पाले हुए गुंडों का एंकाउंटर होता है तब तो जनता के मन में ऐसे ही सवाल उठते हैं कि ऐसे सभी एनकाउंटर फ़र्ज़ी होते हैं। परंतु सच्चाई तो जाँच के बाद ही सामने आती है। उत्तर प्रदेश के व्यापारी आजकल कहते हैं कि योगी राज में मुसलमानों का आतंक ख़त्म हो गया है। इसलिए माफिया डॉन अतीक अहमद के बेटे असद...

  • अतीक के हत्यारे न्यायिक हिरासत में

    प्रयागराज। उत्तर प्रदेश के गैंगेस्टर और पूर्व सांसद अतीक अहमद की हत्या करने वाले तीन हत्यारों को रविवार को एक अदालत ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। अदालत के आदेश पर तीनों को नैनी जेल भेजा गया है। गौरतलब है कि तीन लोगों ने शनिवार की रात को पुलिस और मीडिया की मौजूदगी में अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ अहमद की अंधाधुंध गोलियां चला कर हत्या कर दी थी। उसके बाद तीनों ने पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया था। अतीक और अशरफ की हत्‍या के तीनों आरोपियों को रविवार को प्रयागराज की अदालत में...

  • अतीक की हत्या- राजनीतिक या ठसक का परिणाम…?

    भोपाल। इलाहाबाद में पुलिस की गिरफ्त में जिस प्रकार जय राम का नारा लगाते हुए तीन हत्यारों ने आतिक और उसके भाई पर गोली बरसाई वह उत्तरप्रदेश की योगी सरकार के बुल्डोजर संस्क्राति का ही परिणाम है। बिना कानून के मकानों को ढहाना और बदले की भावना से पोलिस का इस्तेमाल भी योगी सरकार की खासियत बन चुकी है। कितना लुंज –पुंज है योगी का शासन कि पुलिस की हिरासत में भी हत्या हो जाती हैं। यह घटना उन 17 पुलिसकर्मियों की नालायकी ही है, जिसके लिए उनका निलंबन कोई इलाज़ नहीं है। बिना पुलिस की मिलीभगत के ऐसी वारदात...

  • अपराधियों को कड़ी सजा मिले लेकिन कानून के तहत : कांग्रेस

    नई दिल्ली। कांग्रेस (Congress) ने रविवार को कहा कि देश के कानून के तहत अपराधियों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए और न्यायिक प्रक्रिया से खिलवाड़ करने वालों तथा उन्हें संरक्षण देने वालों के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। कांग्रेस ने यह टिप्पणी माफिया और पूर्व सांसद अतीक अहमद (atiq ahmed) और उसके भाई अशरफ की उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में गोली मारकर हत्या किए जाने के एक दिन बाद की है। अतीक (60) और अशरफ की शनिवार रात तीन हमलावरों ने उस समय गोली मारकर हत्या कर दी थी, जब पुलिस दोनों को चिकित्सा जांच के लिए मेडिकल कॉलेज...

  • अतीक अहमद और अशरफ की हत्या के बाद उप्र में हाई अलर्ट, कई जिलों में धारा 144 लागू

    लखनऊ। माफिया अतीक अहमद और उसके भाई एवं पूर्व विधायक अशरफ की हत्या के बाद प्रयागराज समेत समूचे उत्तर प्रदेश में सतर्कता बढा दी गयी है। विश्वस्त सूत्रों के अनुसार अतीक अशरफ की हत्या के बाद प्रयागराज में धारा 144 लागू कर दी गयी है। पुलिस बल शहर में संदिग्ध वाहनो की तलाशी ले रहे हैं। एहतियात के तौर पर उमेश पाल के घर की सुरक्षा बढा दी गयी है। वारदात को अंजाम देने वाले तीन युवकों से सुरक्षा एजेंसियां पूछताछ कर रही हैं। पूरे प्रदेश में सुरक्षा बलों को सतर्क कर दिया गया है। सूत्रों के अनुसार मुख्यमंत्री योगी...

  • प्रयागराज मुठभेड़ में मारे गए असद और गुलाम के शव कड़ी सुरक्षा में दफनाया गया

    प्रयागराज (उप्र)। गैंगस्टर से नेता बने अतीक अहमद (Atiq Ahmed) के बेटे असद अहमद का शव शनिवार सुबह यहां कसारी मसारी कब्रिस्तान में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच दफनाया गया, जबकि उसके साथी गुलाम का शव शिवकुटी स्थित कब्रिस्तान में दफन किया गया। बहुजन समाज पार्टी के विधायक राजू पाल (Raju Pal) के हत्याकांड के प्रमुख गवाह रहे उमेश पाल (Umesh Pal) और उसके दो सुरक्षाकर्मियों की इसी साल 24 फरवरी को प्रयागराज में ताबड़तोड़ गोलियां चला कर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में वांछित अभियुक्त असद अहमद (Asad Ahmed) और गुलाम (Ghulam) बृहस्पतिवार को झांसी में विशेष...

  • सपा ने झूठा एनकाउंटर बताया

    लखनऊ। उत्तर प्रदेश के माफिया अतीक अहमद के बेटे असद और उसके सहयोगी गुलाम के पुलिस एनकाउंटर में मारे जाने की घटना पर समाजवादी पार्टी ने सवाल उठाया है। समाजवादी  पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने इसे झूठा एनकाउंटर करार दिया है। बाकी ज्यादातर पार्टियों ने इस मसले पर चुप्पी साधे रखी। ऑल इंडिया एमआईएम के नेता असदुद्दीन ओवैसी ने भी इस पर सवाल उठाया और इसकी आलोचना की। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्विट कर कहा कि झूठे एनकाउंटर करके भाजपा सरकार सच्चे मुद्दों से ध्यान भटकाना चाह रही है। उन्होंने गुरुवार को ट्विटर पर लिखा-...

  • अतीक को लाने ले जाने का खेल!

    राजनीतिक घटनाक्रम से अलग एक दूसरा खेल चल रहा है। उत्तर प्रदेश के माफिया डॉन और पूर्व सांसद अतीक अहमद को गुजरात के साबरमती से उत्तर प्रदेश के प्रयागराज लाने और प्रयागराज से वापस साबरमती ले जाने का खेल चल रहा है। 20 दिन में दूसरी बार अतीक को साबरमती से प्रयागराज लाया गया है। पहले मार्च के आखिरी हफ्ते में जब राहुल गांधी को सजा हुई थी और सदस्यता गई थी उस समय चार दिन तक यह ड्रामा चला था। पहली बार सड़क के रास्ते 25 घंटे में अतीक अहमद को साबरमती से प्रयागराज ले जाया गया था। पूरे...

  • उमेश पाल हत्याकांड में आरोपी शाइस्ता परवीन हुई 50 हजार की इनामिया

    प्रयागराज। अधिवक्ता उमेश पाल हत्याकांड (Umesh Pal murder case) में आरोपी शाइस्ता परवीन (Shaista Parveen) की गिरफ्तारी पर पुलिस ने ईनाम की राशि बढाकर अब 50 हजार रूपये कर दी है। सीसीटीवी फुटेज में अतीक अहमद के पुत्र असद और अरमान, गुलाम, गुड्डू मुस्लिम और साबिर की पहचान कर पुलिस तलाश कर रही है। इनकी भी इनाम की राशि ढाई से लाख से बढ़ाकर पांच लाख कर दिया गया है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि अपराधी से राजनेता बने माफिया अतीक अहमद (Atiq Ahmed) की पत्नी शाइस्ता परवीन पर इनाम की राशि शुक्रवार की रात बढ़ाकर 50 हजार कर दी...

  • ध्यान भटकाने के लिए अतीक का ड्रामा

    इस समय देश की नंबर एक राजनीतिक घटना राहुल गांधी को सूरत कोर्ट से सजा मिलना और उनकी लोकसभा सदस्यता समाप्त किया जाना है। लेकिन अगर आप टेलीविजन चैनलों को देखें तो उनके लिए सबसे बड़ी घटना उत्तर प्रदेश के गैंगेस्टर और पूर्व सांसद अतीक अहमद को साबरमती जेल से प्रयागराज लाना और फिर प्रयागराज से साबरमती ले जाना है। राहुल गांधी को 23 मार्च को सूरत की अदालत ने दो साल की सजा सुनाई और 24 मार्च को उनकी सदस्यता समाप्त कर दी गई। इसके दो दिन बाद 26 मार्च को अतीक अहमद को साबरमती जेल से निकाल कर...

  • उमेश पाल हत्याकांडः सुप्रीम कोर्ट में गैंगस्टर अतीक अहमद की सुरक्षा याचिका खारिज

    नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट (supreme court) ने उमेश पाल हत्याकांड (umesh pal murder case) में जेल में बंद पूर्व सांसद एवं कथित गैंगस्टर अतीक अहमद (Atiq Ahmed) की उत्तर प्रदेश पुलिस की हिरासत के दौरान सुरक्षा की मांग वाली याचिका मंगलवार को खारिज कर दी। न्यायमूर्ति अजय रस्तोगी और न्यायमूर्ति बेल एम. त्रिवेदी की पीठ ने जान को खतरा होने के अतीक अहमद के दावे पर उसे सुरक्षा के लिए इलाहाबाद उच्च न्यायालय का रुख करने की अनुमति दी। शीर्ष अदालत ने हालांकि उसके जान को खतरा होने के दावे को ‘रिकॉर्ड’ में लेने से इनकार करते हुए कहा कि...

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