bihar politics

  • तेजस्वी को किस बात की जल्दी थी?

    तेजस्वी यादव को किस बात की जल्दी थी? यह लाख टके का सवाल है। उन्होंने चुनाव नतीजों के तीन दिन बाद ही समीक्षा बैठक बुलाई और उसके साथ ही विधायक दल की बैठक करा कर नेता भी चुन लिए गए। तत्काल पार्टी की ओर से कह दिया गया कि चूंकि राजद के 25 विधायक हैं इसलिए विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष पद पर पार्टी का दावा बनता है। राजद की ओर से विधायक दल की बैठक में तेजस्वी को नेता चुने जाने के बाद कहा गया कि विधानसभा गठित होने की स्पीकर का चुनाव हो जाने के बाद पार्टी तेजस्वी के...

  • बिहार में भाजपा के लिए रास्ता

    बिहार में पहली बार विधायकों की संख्या के लिहाज से भारतीय जनता पार्टी सबसे बड़ी पार्टी बनी है। यह लंबे प्रयासों और दीर्घकालिक राजनीति का परिणाम है। जिस समय भाजपा बिहार विधानसभा में अच्छे खासे अंतर से दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनती थी तब भी वह तीसरे नंबर की पार्टी के नेता नीतीश कुमार का चेहरा आगे करके राजनीति करती थी। भाजपा के उस समय के प्रदेश और देश के नेताओं को अंदाजा था कि मंडल की राजनीति साधने के लिए उनको एक ऐसे चेहरे की जरुरत है। अब वह जरुरत क्रमशः कम होती जा रही है। इसके कई कारण...

  • आरके सिंह को भाजपा ने कोई जगह नहीं दी

    पूर्व केंद्रीय गृह सचिव और नरेंद्र मोदी की सरकार में दो बार मंत्री रहे आरके सिंह बागी तेवर दिखा कर भाजपा को झुका लेने की सोच रहे हैं लेकिन भाजपा ने उनको कोई जगह नहीं दी है। उनके बगावती तेवर के बाद भाजपा ने बिहार के लिए चुनाव अभियान समिति का गठन किया, जिसमें 40 से ज्यादा लोग शामिल किए गए। लेकिन भाजपा ने उसमें आरके सिंह को जगह नहीं दी। इसके बाद भाजपा ने घोषणापत्र तैयार करने वाली समिति बनाई लेकिन उसमें भी आरके सिंह को जगह नहीं मिली। हालांकि इस बीच यह अलग चर्चा का विषय है कि...

  • नीतीश के मंत्रियों के झगड़े

    बिहार में एक समय था, जब कैबिनेट की बैठक में या कैबिनेट के बाहर भी किसी मंत्री की हिम्मत नहीं होती थी किसी भी मसले पर बयान देने की। अगर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मौजूद हैं तो बिना उनकी अनुमति के कोई भी व्यक्ति जुबान नहीं खोल सकता था, चाहे वह भाजपा का मंत्री हो या राजद का हो या जनता दल यू का हो। लेकिन अब स्थिति यह है कि मुख्यमंत्री की मौजूदगी में उनके मंत्री लड़ने लगते हैं और उनके बीच मारपीट की नौबत आ जाती है। पार्टी के अंदर गुटबाजी इतनी बढ़ गई है कि नेता और मंत्री...

  • पप्पू व कन्हैया से कौन डरता है?

    यह लाख टके का सवाल है कि आखिर बिहार में कांग्रेस और राजद के अंदर कौन लोग हैं, जिनको पप्पू यादव और कन्हैया कुमार से डर लगता है? बुधवार को पटना की सड़कों पर विपक्षी गठबंधन ने प्रदर्शन किया। प्रदेश के अलग अलग हिस्सों में ट्रेनें रोकी गईं और सड़कों पर परिवहन को रोका गया। पटना में सबसे ज्यादा भीड़ जुटाई पूर्णिया के निर्दलीय सांसद पप्पू यादव ने। उन्होंने प्रदर्शन के पूरे रास्ते को कांग्रेस के झंडे से पाट दिया। राजद के लोग भी हैरान थे कि इतने कांग्रेसी कहां से आ गए, जो झंडा लेकर पटना की सड़कों पर...

  • बिहार का सीएम समय तय करेगा

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पिछले दो महीने में तीन बार बिहार के दौरे पर गए। पहलगाम कांड के दो दिन बाद 24 अप्रैल को प्रधानमंत्री मधुबनी पहुंचे थे और पिछले महीने 27 मई को वे औरंगाबाद के बिक्रमगंज पहुंचे। इसके बाद 20 जून को उन्होंने सीवान में कई परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया और एक जनसभा को संबोधित किया। तीनों सभाओं में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मौजूद रहे। उन्होंने तीनों सभाओं में कम से कम 10-10 बार प्रधानमंत्री मोदी का आभार जताया, अभिनंदन किया और सभा में मौजूद लोगों से प्रधानमंत्री को नमन कराया। लेकिन नीतीश और जनता दल...

  • लालू, तेजस्वी से राहुल की होड़

    कांग्रेस नेता राहुल गांधी बिहार यात्रा के रिकॉर्ड बना रहे हैं। चुनाव से पहले संभवतः किसी राज्य में राहुल की इतनी यात्राएं नहीं हुई होंगी। वे इस साल पांच बार बिहार की यात्रा कर चुके हैं। उनकी कम से कम चार यात्राओं का मकसद दलित और पिछड़ों के साथ संवाद रहा। हर यात्रा में वे कई कई कार्यक्रम कर रहे हैं। आजादी की लड़ाई के भूले बिसरे नायक जगलाल चौधरी की जयंती में राहुल पहुंचे तो पहाड़ काट कर सड़क बनाने वाले माउंटेन मैन के नाम से मशहूर दशरथ मांझी के घर भी गए। अपनी एक यात्रा में वे अंबेडकर...

  • प्रशांत किशोर क्या चिराग की पोल खोलेंगे?

    यह लाख टके का सवाल है कि क्या चिराग पासवान की गाहे बगाहे तारीफ करने वाले प्रशांत किशोर अब उनकी पोल खोलेंगे? जनता दल यू के नेता और बिहार सरकार के मंत्री अशोक चौधरी ने एक बयान को लेकर प्रशांत किशोर के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर किया है। असल में प्रशांत किशोर ने एक कार्यक्रम में कह दिया कि अशोक चौधरी ने टिकट खरीद कर अपनी बेटी को सांसद बनाया है। गौरतलब है कि अशोक चौधरी खुद जनता दल यू में हैं लेकिन उनकी बेटी चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी की टिकट पर चुनाव लड़ कर जीती हैं।...

  • बिहार में एनडीए में खटराग शुरू

    बिहार में विधानसभा चुनाव की तैयारियां शुरू हो गई हैं। चुनाव आयोग की टीम अपनी तैयारियां कर रही हैं तो पार्टियों की अलग तैयारी चल रही है। इस बीच प्रदेश के सत्तारूढ़ गठबंधन यानी  एनडीए के अंदर खटराग शुरू हो गया है। कह सकते हैं कि किसी गठबंधन में पांच पार्टियां हैं तो उनमें खींचतान होना स्वाभाविक है। लेकिन जहां भाजपा ने 45 विधायक वाले नेता को मुख्यमंत्री बनाया हो, दो छोटी पार्टियों के नेताओं को केंद्र में कैबिनेट मंत्री बनाया हो और तीसरी छोटी पार्टी के नेता को लोकसभा चुनाव हारने के बाद राज्यसभा भेजा हो, वहां भला क्यों...

  • विपक्षी गठबंधन में कांग्रेस का पेंच

    ऐसा नहीं है कि बिहार में सिर्फ एनडीए के अंदर ही खटराग है, विपक्षी गठबंधन में भी शह मात का खेल चल रहा है। कांग्रेस पार्टी ने अभी तक अकेले चलने का स्टैंड लिया हुआ है। राहुल गांधी एक बार फिर बिहार के दौरे पर जा रहे हैं और इस बार भी उनका कार्यक्रम अकेले होगा। यानी उसमें राष्ट्रीय जनता दल, विकासशील इंसान पार्टी और तीन वामपंथी पार्टियों की कोई भागीदारी नहीं होगी। राहुल इस बार नीतीश कुमार के गृह जिले में यानी नालंदा जा रहे हैं। वहां वे अति पिछड़ी जातियों के सम्मेलन में हिस्सा लेंगे। इससे पहले वे...

  • चिराग व मांझी के सारे पद परिवार में ही

    भारतीय जनता पार्टी ने कमाल किया है। बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले उसने परिवारवाद का ऐसा खेल खेला है, जैसा इससे पहले उसने अपनी किसी सहयोगी पार्टी के साथ नहीं किया होगा। प्रादेशिक पार्टियों के नेता ऐसा करते रहे हैं। मुलायम सिंह य़ादव ने अपने परिवार और विस्तारित परिवार के एक दर्जन लोगों को सांसद, विधायक या कुछ और बनाया था। शरद पवार और करुणानिधि के परिवार में भी ऐसा है। लेकिन भाजपा ने अपनी तरफ से किसी सहयोगी पार्टी के लिए ऐसी उदारता नहीं दिखाई थी। बिहार में भाजपा ने अपनी दो सहयोगी पार्टियों लोक जनशक्ति पार्टी और...

  • ज्यादा सीट पर अड़ेगी नीतीश की पार्टी

    उम्मीद की जा रही थी कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिन के लिए बिहार जा रहे हैं तो वे एनडीए की ओर से मुख्यमंत्री पद के दावेदार को लेकर बना सस्पेंस दूर करेंगे। लेकिन उन्होंने कुछ नहीं कहा। मोदी ने यात्रा के पहले दिन यानी गुरुवार को अपनी पार्टी की कोर कमेटी के नेताओं के साथ लंबी बैठक हुई। पटना के वीरचंद पटेल मार्ग पर स्थित पार्टी कार्यालय में उन्होंने भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष, प्रदेश प्रभारी, संगठन मंत्री, बिहार व झारखंड के संघ के प्रभारी और दोनों उप मुख्यमंत्रियों के साथ प्रधानमंत्री ने बैठक की। बताया जा रहा है कि...

  • बिहार में विपक्ष की बढ़ती चुनौतियां

    बिहार विधानसभा चुनाव के चुनाव से पहले राजद के नेता और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की चुनौतियां बढ़ रही हैं और साथ साथ विपक्षी महागठबंधन की चुनौतियां भी बढ़ रही हैं। बिहार चुनाव से पहले जितने असामान्य घटनाक्रम हो रहे हैं उन सबसे से किसी न किसी तरह की नई चुनौती विपक्ष के सामने आ रही है। अगर चुनाव सामान्य होता, तो विपक्ष और तेजस्वी यादव के लिए बहुत अच्छी संभावना दिख रही थी। नेतृत्व बदलाव के लिहाज से संक्रमण के दौर से गुजर रहे बिहार में तेजस्वी को नीतीश कुमार के स्वाभाविक उत्तराधिकारी के तौर पर देखा...

  • एमआईएम की गठबंधन की बेचैनी

    असदुद्दीन ओवैसी अब तक अलग थलग मुस्लिम राजनीति करते रहे थे। लेकिन पहलगाम कांड और उसके बाद हुई सैन्य कार्रवाई ऑपरेशन सिंदूर के दौरान उनके बयान, भाषण और उनकी राजनीति ने देश के बहुसंख्यकों का भी मन मोह लिया है। अब सोशल मीडिया में राइट विंग की तरफ से उनको गालियां नहीं पड़ती हैं, बल्कि यह कहा जाता है कि पाकिस्तान के कब्जे वाला कश्मीर भारत को मिल जाए तो वहां असदुद्दीन ओवैसी को मुख्यमंत्री बनाया जाए। वे अभी भारत सरकार का संदेश लेकर दुनिया के दौरे पर गए हैं। इस बीच खबर है कि उनकी पार्टी बिहार में तालमेल...

  • प्रेम प्रसंग नहीं लालू परिवार का झगड़ा

    लालू प्रसाद के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव के पार्टी और परिवार से निष्कासन का तात्कालिक कारण उनका प्रेस प्रसंग रहा, जिसकी तस्वीरें और खबरें सामने आ गईं। लेकिन असल में यह लालू परिवार के अंदर चल रहे सत्ता संघर्ष का नतीजा है। लालू प्रसाद के परिवार में पिछले काफी समय से वर्चस्व की लड़ाई चल रही है। तेजस्वी यादव पार्टी के एक तरह से सर्वोच्च नेता हो गए हैं। लालू प्रसाद ने खुद ऐलान किया है कि राजद की सरकार बनी तो तेजस्वी मुख्यमंत्री होंगे। पिछले दिनों अरसे बाद लालू जनसपंर्क के लिए निकले तो उन्होंने ऐलान किया कि...

  • विवाद का राजद को होगा नुकसान

    लालू प्रसाद के परिवार का विवाद उनकी राष्ट्रीय जनता दल के लिए नुकसान का कारण बन सकता है। अगर यह बात सही है कि तेजस्वी यादव या उनके करीबियों ने किसी तरह से तेज प्रताप के प्रेस प्रसंग को सार्वजनिक करा कर उनको पार्टी और परिवार से निकालवाया है तो यह उनकी राजनीति के लिए भी खतरनाक हो सकता है। ध्यान रहे बिहार में विधानसभा चुनाव के अब सिर्फ चार महीने रह गए हैं और इस बीच लालू परिवार के एक सदस्य तेज प्रताप के हाथों एक और यादव युवती के शोषण या उसको धोखा देने की बातें खबरों में...

  • नीतीश के बिना एनडीए का गुजारा नहीं

    बिहार में ऐसा लग रहा है कि सत्तारूढ़ गठबंधन एनडीए में नीतीश कुमार के नाम पर सहमति बन रही है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के एक भाषण से जो कंफ्यूजन बना है वह काफी हद तक दूर हो गया दिख रहा है। असल में शाह ने एक मीडिया समूह के कार्यक्रम में कह दिया था कि बिहार में मुख्यमंत्री का फैसला चुनाव के बाद होगा। उसके बाद से बिहार भाजपा के कई नेताओं ने इससे मिलते जुलते बयान दिए। दूसरी ओर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के मानसिक स्वास्थ्य को लेकर भी खबरें आ रही थीं और वीडियो में दिख रहा...

  • मोदी के हनुमान चिराग की क्या राजनीति

    केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी के नेता चिराग पासवान अपने को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का हनुमान कहते हैं। यह अलग बात है कि भाजपा के साथ उनकी पार्टी के संबंध उतार चढ़ाव वाले रहे हैं। उन्होंने भाजपा के परोक्ष समर्थन से 2020 का विधानसभा चुनाव अकेले लड़ा और नीतीश कुमार को बहुत नुकसान पहुंचाया। उनकी वजह से नीतीश बिहार विधानसभा में तीसरे नंबर की पार्टी बन गए। बाद में नीतीश ने इसका बदला लिया और उनकी पार्टी तोड़ दी। तब भाजपा ने उनका साथ नहीं दिया। उलटे उनके चाचा को केंद्रीय मंत्री बनाया और उनका घर भी खाली कराया।...

  • आरसीपी के आने से पीके को ताकत?

    बिहार में बड़ा राजनीतिक घटनाक्रम हुआ है। किसी समय नीतीश कुमार के नंबर दो रहे जदयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और नरेंद्र मोदी सरकार में स्टील मंत्री रहे रामचंद्र प्रसाद सिंह उर्फ आरसीपी सिंह ने अपनी पार्टी का विलय जनसुराज पार्टी में कर दिया है। वे पूरी पार्टी के साथ प्रशांत किशोर की पार्टी में शामिल हो गए हैं। यह हाल के दिनों का सबसे बड़ा राजनीतिक घटनाक्रम है। आरसीपी सिंह अपनी पार्टी बना कर या उससे पहले थोड़े समय भाजपा से जुड़ कर ज्यादा प्रभावी राजनीति नहीं कर पाए थे लेकिन उनके प्रशांत किशोर के साथ जुड़ने से बिहार...

  • बिहार एनडीए में छिड़ा है घमासान

    बिहार में भाजपा और जनता दल यू के नेताओं के साथ साथ एनडीए के अन्य घटक दल भी पिछले कुछ दिन से यह साबित करने में लगे थे कि राजद और कांग्रेस में सब कुछ ठीक नहीं है। कहा जा रहा था कि कांग्रेस कभी भी तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री का दावेदार नहीं स्वीकार करेगी। केंद्रीय मंत्री और एनडीए के नेता जीतन राम मांझी तो महागठबंधन बिखर जाने की भविष्यवाणी कर रहे थे। लेकिन उलटा हो रहा है। उधर महागठबंधन की पार्टियों ने बैठक करके अपना नेता, एजेंडा आदि सब तय कर लिया है लेकिन एनडीए में घमासान छिड़ गया...

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