Bihar Voter List

  • बिहार में मसौदा मतदाता सूची का रहस्य

    बिहार में चुनाव आयोग ने मसौदा मतदाता सूची जारी कर दी है और दावे व आपत्तियों पर काम चल रहा है। चुनाव आयोग ने इसके लिए एक महीने का समय दिया है। सिर्फ समय ही नहीं दिया, बल्कि अपने अधिकारियों को तैनात किया है कि वे उन लोगों की मदद करें, जिनके पास चुनाव आयोग की ओर से निर्धारित किए गए 11 दस्तावेजों में से कोई दस्तावेज नहीं हैं। चुनाव आयोग के अधिकारी मतदाताओं को जरूरी दस्तावेज हासिल करने में मदद करेंगे। इसके अलावा बूथ लेवल अधिकारी भी काम कर रहे हैं, जिनका सालाना मानदेय चुनाव आयोग ने छह हजार...

  • पुनरीक्षण के नाम पर तमाशा

    बिहार में मतदाता सूची के गहन पुनरीक्षण का तमाशा चल रहा है। समूचा बिहार इस तमाशे का रंगमंच बना है। कहीं खेतों के बीच बूथ लेवल अधिकारी यानी बीएलओ चटाई या चादर बिछा कर बैठा है उसको घेर कर लोग बैठे हैं और फॉर्म भरने का काम चल रहा है। इसी तरह खलिहानों में, बागीचों में और लोगों के घरों के दरवाजों पर जमावड़ा लगा है या बीएलओ के घरों के बाहर वैसे ही भीड़ खड़ी है, जैसी बाढ़ राहत हासिल करने के लिए खड़ी होती है। बीएलओ फॉर्म भर रहे हैं। ज्यादातर लोगों के पास जरूरी दस्तावेज नहीं हैं।...

  • पुनरीक्षण के नाम पर क्या चल रहा है?

    बिहार में मतदाता सूची का गहन पुनरीक्षण हो रहा है लेकिन किसी को समझ में नहीं आ रहा है कि क्या हो रहा है? सरकार कह रही है कि 80 फीसदी लोगों ने मतगणना प्रपत्र भर कर जमा करा दिया है, जबकि दूसरी ओर लाखों लोग कह रहे हैं कि उनको प्रपत्र मिला नहीं है और वे बूथ लेवल ऑफिसर यानी बीएलओ को तलाश रहे हैं। बीएलओ हैं कि सावन के महीने में महादेव जी की तरह हो गए हैं। मिल ही नहीं रहे हैं और मिल रहे हैं तो भारी भीड़ उनको घेरे रहती है। वे लोगों के घरों...

  • मतदाता सूची की शुद्धता सबसे अहम

    सवाल है कि अगर चुनाव आयोग को किसी तरह की गड़बड़ी करनी होती तो यह सभी पार्टियों को इस काम में क्यों सम्मिलित करता? इस पूरे अभियान में लाखों लोग शामिल हैं। चुनाव आयोग की ओर से 78 हजार के करीब बूथ लेवल अधिकारी यानी बीएलओ हैं तो राज्य के सभी राजनीतिक दलों की ओर से नियुक्त एक लाख से ज्यादा बीएलए हैं। अगर मतदाताओं के सत्यापन में किसी प्रकार की गड़बड़ी होगी तो क्या इतने लोगों की नजर में नहीं आएगी? किसी भी सशक्त लोकतंत्र के लिए मतदाता सूची की शुद्धता सबसे पहली शर्त होती है। भारत का चुनाव...

  • बेचारा विपक्ष, क्या रास्ता है?

    बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान पर सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई के बाद भी विपक्ष के पास रास्ता नहीं है?  कैसी कमाल की बात है कि इन दिनों अदालतों के फैसले या सलाह भी ऐसी होती हैं, जिनसे दोनों पक्ष खुश हो जाएं। जैसे इन दिनों दुनिया भर में लड़ाइयां ऐसी होती हैं, जिनमें दोनों पक्ष जीत का दावा कर रहे हैं। भारत और पाकिस्तान में चार दिन लड़ाई हुई तो दोनों देशों ने जीत का जश्न मनाया और जुलूस निकाले। उधर ईरान और इजराइल की लड़ाई हुई तो दोनों देशों ने युद्धविराम के बाद जीत का...

  • वोटर नाम काटने का अभियान उलटा न पड़े !

    अगर चुनाव आयोग, बिहार सरकार, भारतीय जनता पार्टी और जनता दल यू की मानें तो बिहार की जनता बेहद उत्साह और उमंग के साथ मतदाता सूची के गहन पुनरीक्षण अभियान में शामिल हो रही है। लोग एक उत्सव की तरह इसका जश्न मना रहे हैं। ढोल नगाड़े बजाते हुए, नाचते, गाते, नए कपड़े पहन कर मतगणना प्रपत्र भरने जा रहे हैं, बूथ लेवल अधिकारियों का खुले दिल से स्वागत कर रहे हैं और रंगारंग तस्वीरें खिंचवा कर चुनाव आयोग के अधिकारियों के पास जमा कर रहे हैं, बिहार के लोग अपनी किस्मत को धन्य मान रहे हैं कि उनको यह...

  • चुनाव आयोग के तमाशे का नया खुलासा

    बिहार में चुनाव आयोग ने एक तमाशा शुरू किया है, जिसमें हर दिन नए खुलासे हो रहे हैं। चुनाव आयोग का दावा है कि बिहार के 50 फीसदी से ज्यादा मतदाताओं ने मतगणना प्रपत्र भर कर जमा करा दिया। दूसरी ओर योगेंद्र यादव की संस्था की ओर से कराए गए सर्वे का कहना है कि आधे से ज्यादा लोगों को प्रपत्र मिला ही नहीं है या मिला है तो सिर्फ एक प्रति मिली है। सोचें, एक तरफ चुनाव आयोग का दावा कि सौ फीसदी लोगों को प्रपत्र पहुंचा दिया, जिसमे से आधे से ज्यादा ने उसे भर कर जमा भी...

  • बिहार मतदाता सूची: सुप्रीम कोर्ट में आज होगी सुनवाई

    नई दिल्ली। बिहार में मतदाता सूची के गहन पुनरीक्षण के मसले पर सुप्रीम कोर्ट में गुरुवार, 10 जुलाई को सुनवाई होगी। सोमवार को इस मसले पर सुनवाई हुई थी और अदालत ने तत्काल इस मसले पर सुनवाई से इनकार करते हुए गुरुवार का दिन तय किया था। साथ ही अदालत ने चुनाव आयोग की ओर से चलाए जा रहे इस अभियान पर रोक लगाने से भी इनकार कर दिया था। इस बीच बुधवार तक लोग इस मामले में याचिका दायर करते रहे। सभी याचिकाओं पर गुरुवार को सुनवाई होगी। सबसे पहले पांच जुलाई को गैर सरकारी संस्था एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक...

  • चुनाव आयोग के लिए देश से अलग है बिहार!

    यह लाख टके का सवाल है कि क्या भारत सरकार और चुनाव आयोग जैसी संवैधानिक संस्थाओं का आधार से मोहभंग हो रहा है? आधार की मान्यता समाप्त की जा रही है? यह सवाल बिहार में चल रहे मतदाता सूची के गहन पुनरीक्षण के अभियान से उठा है। बिहार में आठ करोड़ मतदाताओं का गहन पुनरीक्षण हो रहा है। सभी मतदाताओं को फिर से अपना नाम मतदाता सूची में दर्ज कराने को कहा गया है। राज्य चुनाव आयोग की ओर से छह हजार रुपए पर नियुक्त बूथ लेवल ऑफिसर यानी बीएलओ सबके घर फॉर्म पहुंचा रहे हैं और उसके बाद भरा...

  • लोकतंत्र को सिकोड़ना

    क्या निर्वाचन से जुड़ी एक महत्त्वपूर्ण प्रक्रिया को एकतरफा और मनमाने ढंग से संपन्न कराने का तरीका लोकतांत्रिक कहा जाएगा? मतदाता सूचियों का गहन संशोधन अपने-आप में विवाद का मुद्दा नहीं है। मगर यह काम सबको भरोसे में लेते हुए होना चाहिए। ठोस संकेत हैं कि बिहार में मतदाता सूची के गहन संशोधन की प्रक्रिया पर विपक्षी दलों के साथ निर्वाचन आयोग की बैठक सद्भाव के माहौल में नहीं हुई। पहला विवाद तो इस पर ही हुआ कि विपक्षी दलों की नुमाइंदगी कौन कर सकता है और हर दल से कितने प्रतिनिधि बैठक में भाग ले सकते हैं। इस बारे...

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