हर योजना और मामले में धमक मनवाना!
जब करना जो मर्जी है फिर बिना लोगों की जान लिए कर लें। काले कृषि कानून लाए। 750 से ज्यादा किसान मरे। फिर वापस लिए। काहे को लाए थे? लोगों में अपनी सत्ता की धमक पैदा करने? हो गई। उससे पहले नोटबंदी से हो गई थी। कोरोना में अचानक लाक डाउन करके लाखों लोगों को सैंकड़ों किलोमीटर पैदल चला कर, सबके करोबार बंद करवा कर हो गई थी।.. तब चुनाव सूची के लिए गरीब बीएलओ की बलि लेने की क्या जरूरत है? मतदाताओं का विशेष गहन पुनरीक्षण हो रहा है। 12 राज्यों की जनता सारे काम छोड़कर इसमें लगी है।...