Brics summit 2023

  • ब्रिक्सः नए विश्व ढांचे की पहली झलक

    कुल कहानी यह है कि जिन देशों के पास उत्पादक क्षमता और स्वतंत्र विकास की आकांक्षा है, उन्होंने एक नई राह चुन ली है। कई सौ साल से पश्चिमी उपनिवेशवाद और फिर साम्राज्यवाद से पीड़ित इन देशों ने महसूस किया है कि अब उनके पास वह क्रिटिकल मास (निर्णायक क्षमता) है, जिसके बदौलत वे पुराने वर्चस्व से निकल सकते हैँ। मुक्त होने की ये जद्दोजहद भी कम से कम ढाई सौ साल पुरानी है। लेकिन अब यह आज की वस्तुगत परिस्थितियों के अनुरूप एक नए मुकाम पर पहुंची है। दक्षिण अफ्रीका के जोहानेसबर्ग शहर में नई उभर रही विश्व व्यवस्था...

  • ब्रिक्स की नई यात्रा

    नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन के दौरान यह दो-टूक एलान किया कि भारत ब्रिक्स के विस्तार का समर्थन करता है। उनकी इस घोषणा के तुरंत बाद शिखर सम्मेलन में नए देशों को ब्रिक्स में शामिल करने के मानदंडों से संबंधित प्रस्ताव को पारित कर दिया गया।  अपने 15वें शिखर सम्मेलन के साथ पांच उभरती अर्थव्यवस्थाओं- ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका- का मंच ब्रिक्स अब एक नई यात्रा शुरू करने जा रहा है। बुधवार इस शिखर सम्मेलन में महत्त्वपूर्ण दिन रहा, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन के दौरान यह दो-टूक एलान कर दिया कि भारत ब्रिक्स के...

  • ब्रिक्स में छह नए देश शामिल

    जोहान्सबर्ग। ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका यानी ब्रिक्स के 15वें सम्मेलन में छह नए देशों को इस समूह में शामिल करने का बड़ा फैसला हुआ है। 2010 के बाद पहली बार किसी नए देश को इस समूह में जगह मिली है। आखिरी बार 2010 में दक्षिण अफ्रीका को इसमें शामिल किया गया है। ब्रिक्स के सम्मेलन में मिस्र, इथियोपिया, ईरान, सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात और अर्जेंटीना को इस समूह में शामिल किया गया। इन देशों को ब्रिक्स में शामिल किए जाने का स्वागत करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि इस समूह का आधुनिकीकऱण और विस्तार...

  • मोदी ब्रिक्स के विस्तार के पक्ष में

    जोहान्सबर्ग। ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका यानी पांच देशों के समूह ब्रिक्स की बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसके विस्तार की वकालत की। साथ ही उन्होंने जी-20 के विस्तार की भी बात कही। गौरतलब है कि जी-20 की अध्यक्षता इस समय भारत के पास है और अगले महीने नई दिल्ली में जी-20 का सालाना सम्मेलन होने वाला है। उन्होंने अपने भाषण में कहा कि ब्रिक्स का विस्तार होना चाहिए और ब्रिक्स देशों को मिल कर ये कोशिश करनी चाहिए कि अफ्रीकी यूनियन को भी जी-20 में शामिल किया जाए।  प्रधानमंत्री मोदी ने कहा- हम चाहते हैं कि...

  • ब्रिक्स की शिखर बैठक

    उभरती अर्थव्यवस्थाओं वाले ब्रिक्स के बाहर के कम-से-कम 23 देशों ने इस समूह से जुड़ने की अर्जी दी है। कयास गया है कि नए रूप में ब्रिक्स अगर एक स्वायत्त व्यापार व्यवस्था कायम करने की तरफ बढ़ा, तो उससे मौजूदा व्यवस्थाएं कमजोर होंगी। पांच देशों- ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका- के समूह ब्रिक्स की शिखर बैठक को लेकर जैसी जिज्ञासा अभी देखने को मिल रही है, वैसा 15 साल के इस समूह के इतिहास में कभी नहीं हुआ था। पश्चिमी मीडिया में महीनों से यह चर्चा सुर्खियों में रही है कि मंगलवार को दक्षिण अफ्रीका के शहर जोहानेसबर्ग...