CM Mohan Yadav

  • मध्यप्रदेशः कुल बजट के बराबर ही कर्ज….?

    madhya pradesh budget : हमारे मालवा में बहुत पुराने जमाने से एक कहावत प्रचलित है- ‘‘घर भाड़े.... दूकान भाड़े.... छोरा-छोरी जलेबी झाड़े’’ आज यह कहावत आर्थिक संकट के दौर में हम पर याने हमारे प्रदेश पर लागू हो रही है। मध्यप्रदेश पर मौजूदा हालात में पहली बार चार लाख करोड़ से अधिक का कर्ज है और संयोग यह भी कि इतना ही हमारे राज्य का वार्षिक बजट है।(madhya pradesh budget) राज्य सरकार ने पिछले साल 3.65 लाख करोड़ का बजट पेश किया था और वर्तमान में प्रदेश सरकार पर 4.10 लाख करोड़ से अधिक का कर्ज है, किंतु प्रदेश की...

  • मानव की सबसे ‘कमजोर नस के सहारे’ शराबबंदी…?

    liquor ban in MP: भारतीय राजनीति में संभवतः पहली बार मध्यप्रदेश में सत्तारूढ़ दल ने अपने उद्धेश्य की पूर्ति हेतु मानव मनोविज्ञान का सहारा लिया है, मध्यप्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार है, जिसके चुनावी घोषणा-पत्र में प्रदेश में पूर्णतः शराबबंदी का उल्लेख था, अब वर्तमान मुख्यमंत्री ने प्रदेश के डेढ़ दर्जन धार्मिक नगरों में एक अप्रैल से पूर्ण शराबबंदी की घोषणा की है, यद्यपि इस कदम से सरकार को आर्थिक क्षति पहुंचेगी, किंतु सत्तारूढ़ दल को इससे राजनीतिक लाभ अवश्य पहुंचेगा। also read: नीतीश कुमार के पुत्र निशांत का राजनीति में आने की चर्चा तेज सरकार के इस फैसले...

  • दिल्ली में दम दिखाएंगे मध्यप्रदेश के नेता

    भोपाल। दिन प्रतिदिन दिल्ली विधानसभा का चुनाव दिलचस्प होता जा रहा है। पिछले कुछ वर्षों से आप पार्टी को घेरने में जुटी भाजपा इस बार के चुनाव में पूरी दमखम के साथ मैदान में डटी है। कांग्रेस पार्टी भी अपनी उपस्थिति दर्ज करना चाह रही है। दोनों ही दलों के प्रदेश के कुछ चुनिंदा नेताओं की ड्यूटी दिल्ली चुनाव में लगाई गई है जहां भी पूरे दम खम के साथ मोर्चा संभाले हुए हैं। दरअसल महाराष्ट्र और हरियाणा के चुनाव में मध्यप्रदेश के नेताओं ने जिस तरह से चुनावी मोर्चा संभाला था उसी को देखते हुए दिल्ली की प्रतिष्ठा वाली...

  • अब मन मोहने लगे हैं मोहन…बजाओ ताली…

    भोपाल। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव अपने कामकाज -कार्यशैली, निर्णय और व्यवहार से धीरे धीरे ही सही प्रभावी होने लगे हैं। सरकारी फैसलों में संजीदगी से लगता है मुख्यमंत्री मोहन मन मोहने लगे हैं। हालांकि बतौर मुख्यमंत्री डॉ यादव को अभी एक साल ही हुआ है। इतने कम समय में जनता से जुड़े मुद्दों पर उनका नज़रिया और फिर सरकार का एक्शन लोगों को एहसास कराता है कि सकारात्मक परिवर्तन जरूर आएंगे। सीएम डॉ यादव हाल ही में उद्योग, खेती और युवाओं के रोज़गार के लिए जो निर्णय लिए हैं उनकी कामयाबी से राज्य के लोकप्रिय नेता के रूप...

  • उद्योग से चमकेंगे एमपी के जिले और गांव

    भोपाल। ऐसा शगुन लगता है मध्यप्रदेश में बड़े शहरों से आगे निकल पहली बार उद्योग धंधों की धमक और चमक गांवों तक सुनाई और दिखाई भी देगी। सीएम डॉ मोहन यादव के इंग्लैण्ड-जर्मनी की उद्योग निवेश की यात्रा से वापसी के साथ राज्य के उद्योग जगत में हलचल तेज हो गई है और माहौल उत्साह का बना हुआ है। इसकी कामयाबी बनी रहेगी बशर्ते नौकरशाहों का रवैया मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के पॉजिटिव रुख से कदमताल करता दिखाई दे।अब तक उम्मीदों के ख़्वाब लोगों ने देखे थे मगर उन्हें नए सिरे हकीकत में जमीन पर उतरने का अवसर आया है।...

  • अब भाजपा का संगठन चुनाव पर फोकस

    भोपाल। बुधनी और विजयपुर विधानसभा के उप चुनाव संपन्न होने के बाद भाजपा का पूरा फोकस संगठन चुनाव पर है। 14 से 20 नवंबर के बीच बूथ समितियां का गठन कर लिया जाएगा। इसके लिए भाजपा ने “संगठन पर्व” नाम दिया है। पार्टी के अंदर प्रदेश अध्यक्ष को लेकर जोड़-तोड़ शुरू हो गई है और समीकरणों को साधने पर दावेदार जोर दे रहे हैं। दरअसल भाजपा के प्रदेश में एक करोड़ 65 लाख से भी ज्यादा सदस्य बन चुके हैं और उनके बीच से ही अब बूथ अध्यक्ष मंडल अध्यक्ष जिला अध्यक्ष और प्रदेश अध्यक्ष चुना जाना है। बूथ समितियां...

और लोड करें