Kerala politics

  • थरूर के रास्ते में अभी बाधा है

    केरल की तिरूवनंतपुरम सीट से लोकसभा का चुनाव जीते शशि थरूर के बारे में माना जा रहा है कि वे एकदम भाजपा के दरवाजे पर खड़े हैं और किसी भी समय उनके लिए दरवाजा खुल सकता है। लेकिन सवाल है कि दरवाजा खुलेगा तो उनके लिए क्या भूमिका होगी? वे कांग्रेस से इसलिए नाराज हुए हैं क्योंकि कांग्रेस के पास अब उनको देने के लिए कुछ नहीं है। कांग्रेस सरकार में थी तो उनको मंत्री बनाया गया था। अब थरूर को लग रहा है कि कांग्रेस सरकार में नहीं आ रही है। इसलिए उन्होंने केरल में अपने को मुख्यमंत्री पद...

  • केरल में कांग्रेस की संतुलन की कोशिश

    कांग्रेस पार्टी ने केरल में कांग्रेस अध्यक्ष बदल दिया। अगले साल राज्य में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं और उससे पहले के सुधाकरण को हटा कर पार्टी ने सनी जोसेफ को प्रदेश अध्यक्ष बनाया है। असल में कांग्रेस पार्टी ईसाई वोट को लेकर पिछले कुछ समय से चिंतित थी। एके एंटनी के संन्यास लेने, उनके बेटे अनिल एंटनी के भाजपा में शामिल हो जाने और पूर्व मुख्यमंत्री ओमन चांडी के निधन के बाद से कांग्रेस की चिंता बढ़ी थी। ऊपर से मुस्लिम समुदाय के पूरी तरह से कांग्रेस के साथ जुड़ने की धारणा की वजह से भी ईसाई दूरी बना...

  • राजीव चंद्रशेखर को मंच पर जगह

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिन के दक्षिण भारत के दौरे पर गए तो उन्होंने केरल में अडानी समूह के बनाए विझिंजम पोर्ट का उद्घाटन किया। यह मौका राज्य की विजयन सरकार के चार साल पूरे होने का भी था। इस मौके पर कार्यक्रम में मुख्यमंत्री पिनरायी विजयन के साथ साथ तिरूवनंतपुरम के कांग्रेस सांसद शशि थरूर भी बैठे। लेकिन हैरानी की बात थी तिरूवनंतपुरम में थरूर से हारे राजीव चंद्रशेखर भी मंच पर बैठे। पिछले दिनों उनको भारतीय जनता पार्टी का अध्यक्ष बनाया गया था। अब सवाल है कि किसी प्रोटोकॉल के तहत उनको मंच पर जगह मिली? क्या सभी...

  • थरूर ने मान लिया है कि अब कुछ नहीं मिलना

    shashi tharoor : कांग्रेस के सांसद और वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने केरल की कम्युनिस्ट सरकार के कामकाज की तारीफ की है। उन्होंने राज्य की पिनराई विजयन सरकार की ओर से राज्य के आर्थिक विकास और लोगों की तरक्की के लिए उठाए गए नई और अच्छे कदमों का जिक्र किया है। (shashi tharoor) यह बात उन्होंने एक लेख लिख कर कही है। ऐसा नहीं है कि कहीं भाषण दिया है। उसका लिखित दस्तावेज है। शशि थरूर ने यह काम ऐसे समय में किया है, जब राज्य में चुनाव की तैयारियां शुरू हो रही हैं। अगले साल मई में केरल में...

  • केरल में राज्यपाल बदलते ही बदला नजरिया

    केरल में सरकार और राजभवन के बीच शांति बहाल हो गई है। कहा जा रहा है कि राज्यपाल बदलते ही नजरिया बदल गया है। सवाल है कि राज्यपाल बदलने से नजरिया बदला है या नजरिया बदलने के लिए राज्यपाल को बदला गया है? जानकार सूत्रों का कहना है कि भाजपा नहीं चाहती है कि केरल में लेफ्ट सरकार को ज्यादा निशाना बनाया जाए क्योंकि उसका फायदा कांग्रेस को होगा। लोकसभा चुनाव और उसके बाद वायनाड लोकसभा सीट के उपचुनाव के नतीजों के बाद भाजपा को अहसास हो गया कि अभी उसका समय नहीं आया है। लेकिन अगले साल के चुनाव...