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madhyapradesh election

  • चुनावी संघर्ष सोशल मीडिया के सहारे

    भोपाल। जिस तरह से दिन प्रतिदिन सोशल मीडिया का उपयोग बढ़ता जा रहा है उसको देखते हुए अब राजनीतिक दल भी चुनावी संघर्ष को जीतने के लिए सोशल मीडिया को सबसे बड़ा सहारा मान रहे हैं। प्रदेश में विधानसभा चुनाव 2023 के लिए भाजपा और कांग्रेस सोशल मीडिया को सशक्त बनाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं। दरअसल अब आम हो या खास हर हाथ में मोबाइल है। सेकंड में सूचनाएं लाखों-करोड़ों लोगों तक पहुंचती है और राजनीतिक दलों को अपना पक्ष जनता के बीच पहुंचाने के लिए सोशल मीडिया सबसे बड़ा माध्यम नजर आ रहा है। यही...

  • सत्ता वापसी के लिए घर वापसी

    भोपाल।प्रदेश में मिशन 2023 की तैयारियों में जुटे भाजपा और कांग्रेस के रणनीतिकार इस समय कार्यकर्ताओं को मनाने और पार्टी से दूर चले गए नेताओं को घर वापसी करने पर जोर दे रहे हैं खासकर सत्तारूढ़ दल भारतीय जनता पार्टी उन नेताओं को वापस ला रही है जिन्हें पार्टी ने कुछ महीने पहले ही निलंबित किया था। दरअसल 2018 की तरह एक बार फिर प्रदेश में भाजपा और कांग्रेस के बीच कड़े मुकाबले के आसार बन गए हैं क्योंकि दोनों ही दल करो या मरो की तर्ज पर समय से पूर्व ही है चुनावी तैयारियां करने में जुट गए हैं।...

  • मप्र चुनाव: उपेक्षितों को उपकृत करने पदों के पुरुस्कार

    भोपाल। सत्तारूढ़ दल भाजपा और विपक्षी दल कांग्रेस तेजी से उपेक्षित कार्यकर्ताओं और नेताओं को उपकृत करने में जुट गई है जिससे कि चुनावी दौर में मजबूत टीम तैयार की जा सके हालांकि भाजपा के पास उपकृत करने के लिए सत्ता और संगठन है तो कांग्रेस के पास केवल संगठन और सरकार बनने के बाद पदों के आश्वासन है। दरअसल जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आ रहे हैं कार्यकर्ता और नेता अपने अस्तित्व का भान जनों को कराने लगे हैं और दलों के रणनीतिकार भी भली-भांति समझ गए हैं कि चुनाव के पहले जितना हो सके अधिकतम अपने कार्यकर्ताओं और नेताओं को उपकृत...

  • बुंदेलखंड का फोकस

    भोपाल। बुंदेलखंड में मजबूत जड़ें जमा चुकी भाजपा को चुनौती देने के लिए कांग्रेस के दिग्गज नेताओं का फोकस इस इलाके में बना हुआ है 1 सप्ताह के भीतर दो पूर्व मुख्यमंत्री इस इलाके में ललकार चुके हैं लेकिन जिस तरह से भाजपा के नेता क्षेत्र में मजबूत पकड़ बनाए हुए हैं उससे कांग्रेस की चुनौती आसान नहीं है। दरअसल बुंदेलखंड का इलाका ऐसा है जहां पिछले दो दशक से लगातार भाजपा 4 लोकसभा के चुनाव जीत रही है और विधानसभा की 26 सीटों में से भी अधिकांश सीटें भाजपा के खाते में जाती हैं लेकिन इस बार कांग्रेस बुंदेलखंड...

  • सरकार बनाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रहे दोनों दल

    भोपाल। एक तरफ जहां सत्ताधारी दल भाजपा का प्रादेशिक नेतृत्व मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय नेतृत्व प्रदेश में सरकार बनाने के लिए पूरा जोर लगाए हुए हैं वहीं विपक्षी दल कांग्रेस कोई मौका नहीं छोड़ रही है। एक तरफ जहां वचन पत्र में आकर्षक मुद्दे शामिल किए जा रहे हैं वहीं साफ्ट हिंदुत्व पर भी फोकस बनाए हुए हैं। दरअसल, रविवार को जिस किसी ने भी प्रदेश कांग्रेस कार्यालय के भवन को देखा तो वह भौचक्का रह गया क्योंकि कांग्रेस भवन भगवा में नजर आ रहा था क्योंकि कार्यालय में धर्म संवाद कार्यक्रम का आयोजन हुआ था। जिसमें प्रदेश भर के मठ...

  • शक्ति प्रदर्शन के दौर में प्रदेश…

    भोपाल। एक तरफ जहां सत्ताधारी दल भाजपा का प्रादेशिक नेतृत्व मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय नेतृत्व प्रदेश में सरकार बनाने के लिए पूरा जोर लगाए हुए हैं वहीं विपक्षी दल कांग्रेस कोई मौका नहीं छोड़ रही है। एक तरफ जहां वचन पत्र में आकर्षक मुद्दे शामिल किए जा रहे हैं वहीं साफ्ट हिंदुत्व पर भी फोकस बनाए हुए हैं। दरअसल, रविवार को जिस किसी ने भी प्रदेश कांग्रेस कार्यालय के भवन को देखा तो वह भौचक्का रह गया क्योंकि कांग्रेस भवन भगवा में नजर आ रहा था क्योंकि कार्यालय में धर्म संवाद कार्यक्रम का आयोजन हुआ था। जिसमें प्रदेश भर के मठ...

  • चुनाव से पहले शिवराज का बडा ऐलान

    भोपाल। एक तरफ जहां सत्ताधारी दल भाजपा का प्रादेशिक नेतृत्व मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय नेतृत्व प्रदेश में सरकार बनाने के लिए पूरा जोर लगाए हुए हैं वहीं विपक्षी दल कांग्रेस कोई मौका नहीं छोड़ रही है। एक तरफ जहां वचन पत्र में आकर्षक मुद्दे शामिल किए जा रहे हैं वहीं साफ्ट हिंदुत्व पर भी फोकस बनाए हुए हैं। दरअसल, रविवार को जिस किसी ने भी प्रदेश कांग्रेस कार्यालय के भवन को देखा तो वह भौचक्का रह गया क्योंकि कांग्रेस भवन भगवा में नजर आ रहा था क्योंकि कार्यालय में धर्म संवाद कार्यक्रम का आयोजन हुआ था। जिसमें प्रदेश भर के मठ...

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