Madhyapradesh politics

  • गुलदस्ता के साथ बोलती तस्वीर और सवाल

    भोपालI  मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का पूर्व मुख्यमंत्री साध्वी उमा भारती के श्यामला हिल्स स्थित सरकारी आवास पर बुधवार की रात पहुंचना.. फिर ऑफिस ऑफ शिवराज ने ट्वीट कर जानकारी दी कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने पूर्व मुख्यमंत्री सुउमा भारती जी के निवास पर पहुंचकर सौजन्य भेंट की एवं उनका कुचलछेम जाना.. साध्वी और शिवराज के बीच एक नहीं कई मुलाकाते हो चुकी.. ..  चाहे फिर लाडली बहना की लांचिंग से पहले .. जब प्रदेश भाजपा के संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा भी वहां मुख्यमंत्री के साथ मौजूद थे..या फिर उससे पहले गुलाब की पंखुड़ियों से स्वागत  की वो चर्चित तस्वीरें...

  • सरकार भाड़े…. राजनीति भाड़े…. राजनेता जलेबी झाड़े…?

    भोपाल । आजकल राजनीति में भी "आमदनी अठन्नी खर्चा रुपैया" का बोलबाला है, केंद्र से लेकर राज्य तक की लगभग सभी सरकारें इसी लीक पर चल रही है, आज यह सभी सरकारें ना राजनीतिक रूप से सुदृढ़ है और ना ही आर्थिक रूप से, हाल ही में सामने आई एक रिपोर्ट से जहां केंद्र सरकार के जीएसटी संग्रह में काफी इजाफा उजागर हुआ है, वही तिमाही में केंद्र की देनदारी में भी वृद्धि दृष्टिगोचर हुई है, यही स्थिति राज्य सरकारों की भी है, यदि हम हमारे मध्यप्रदेश की ही बात करें, तो हमारे इस चुनावी साल में सरकारी खर्च बढ़ने...

  • राहुल गांधी का एजेंडा पृथ्वीराज चौहान ने मध्यप्रदेश में आगे बढ़ाया..

    भोपालI राहुल गांधी के एजेंडे को मध्यप्रदेश में आगे बढ़ाने के लिए महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चौहान ने मोर्चा संभाला.. देश की राजधानी और महत्वपूर्ण शहरों में एक साथ आयोजित 35 प्रेस कॉन्फ्रेंस का हिस्सा बनी भोपाल की प्रेस कॉन्फ्रेंस में प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ की गैरमौजूदगी में प्रदेश प्रभारी जेपी अग्रवाल खास तौर से मौजूद थे.. मुद्दा राहुल गांधी को सजा सुनाए जाने के बाद संसद से सदस्यता जाने वाला वही नया लेकिन पुरानी लाइन पर  जो कांग्रेस की प्राथमिकताओं में सबसे ऊपर.. प्रेस कॉन्फ्रेंस में पिन पॉइंट सवाल 20 हजार करोड़ किसके.. जिसके जवाब के लिए प्रेस कॉन्फ्रेंस...

  • शिव और कमल : सवालों को लेकर अखाड़ेबाजी

    भोपाल। नित नए रंग बदलती सूबे की सियासत में इन दिनों सवाल- जवाब फिजा में अलग ही रंगत घोल रहे हैं। करवट बदल रही सर्दी में मौसम अब गुलाबी हो रहा है। सवालों और जवाबों की इस अखाड़ेबाजी में देखना दिलचस्प होगा कि कौन किसे पटखनी देता है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के सवाल सियासी गर्माहट में इजाफा कर रहे है। कमलनाथ और उनकी टीम के जवाब संजीदापन कम हास- परिहास का मुद्दा ज्यादा बना रहे। भला बताइए प्रतिद्वंदी राजनीतिक दल के वादों को कोई सरकार कैसे पूरा करेगी। तंगदिली के दौर में ऐसा करने की बातें भी खमठोंक कर...