Manoj Kumar

  • मनोज कुमार: देशभक्ति और उसका अभिनय

    मनोज कुमार के लिए देशभक्ति का अर्थ देश की सच्चाई को छुपाना भी नहीं था। एक प्रधानमंत्री के सुझाव पर उन्होंने ‘उपकार’ बनाई, मगर उसमें अमीरों की ‘गुलाबी रात गुलाबी’ वाली अश्लील ऐयाशी की सच्चाई भी दिखाई और मोहम्मद रफ़ी का गाया ‘ये काली रात काली’ वाला गीत भी रखा, जो भयावह ग़रीबी और भूख के सवाल उठाता है। लेकिन आगे चल कर, इमरजेंसी में सच्चाई का यह ख़ुमार मनोज को बहुत भारी पड़ा। मनोज कुमार कोई बहुत अच्छे अभिनेता नहीं माने गए, पर उन्हें बड़ी-बड़ी फ़िल्में मिलीं जिनकी कामयाबी से वे बड़े अभिनेता बन गए। ‘उपकार’ ने तो जैसे...

  • मनोज कैसे बने भारत कुमार?

    मनोज कुमार को हिंदी सिनेमा का जो पहला भारत कुमार कहा जाता है उसकी नींव प्रधानमंत्री लालबहादुर शास्त्री के साथ उनकी बातचीत में पड़ गई थी। शास्त्री जी ने उनसे कहा था कि हमारे जवानों और किसानों में ही तो भारत बसता है। यहीं से मनोज को सूझा कि यह जो फ़िल्म बनेगी उसके नायक का नाम भारत होगा। वे ट्रेन से लौटे और मुंबई पहुंचने तक उन्होंने ‘उपकार’ की कहानी भी लिख डाली। हालांकि जैसे बटुकेश्वर दत्त अपना पुरस्कार लेने के लिए जीवित नहीं रहे उसी तरह शास्त्री जी भी अपनी सुझाई फ़िल्म नहीं देख पाए। परदे से उलझती...

  • पंचतत्व में विलीन हुए मनोज कुमार, सितारों ने नम आंखों से दी अंतिम विदाई

    भारतीय सिनेमा के ‘भारत कुमार’ यानी मनोज कुमार का शनिवार को राजकीय सम्मान के साथ पवन हंस श्मशान घाट में अंतिम संस्कार किया गया। उन्हें इक्कीस तोपों की सलामी दी गई। दिवंगत अभिनेता के अंतिम संस्कार में फिल्म जगत के तमाम सितारे पहुंचे और नम आंखों से उन्हें विदाई दी। मनोज कुमार पिछले कुछ हफ्तों से मुंबई के कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल में भर्ती थे। वह लंबे समय से बीमार चल रहे थे। अंतिम संस्कार में पहुंचे अभिनेता जायद खान ने कहा, “मनोज जी का भारतीय फिल्म जगत में एक शानदार इतिहास है। वह एक ऐसे सितारे हैं जो वास्तव...