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  • जम्मू-कश्मीर विधानसभा में बवाल, 370 के मुद्दे पर पक्ष-विपक्ष आमने-सामने

    श्रीनगर। पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) और पीपुल्स कॉन्फ्रेंस समेत कुछ विधायकों ने अनुच्छेद 370 और 35 ए को उनके मूलस्वरूप में तत्काल बहाल करने की मांग करते हुए बृहस्पतिवार को जम्मू कश्मीर विधानसभा (Jammu-Kashmir Assembly) में नया प्रस्ताव पेश किया। उन्होंने 2019 में तत्कालीन राज्य से विशेष दर्जा वापस लेकर उसे केंद्र शासित प्रदेश बनाए जाने सहित सभी परिवर्तनों को वापस लेने का भी आह्वान किया। मोदी सरकार ने जम्मू कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 को 2019 में निरस्त कर दिया था और पूर्ववर्ती राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों जम्मू कश्मीर एवं लद्दाख में विभाजित किया...

  • नेशनल कॉन्फ्रेंस को कांग्रेस की जरुरत नहीं

    हरियाणा और जम्मू कश्मीर के चुनाव नतीजों के बाद कांग्रेस की कई सहयोगी पार्टियों ने कांग्रेस पर हमला किया। विपक्षी गठबंधन में शामिल उद्धव ठाकरे की शिव सेना और हेमंत सोरेन की झारखंड मुक्ति मोर्चा ने कांग्रेस पर निशाना साधा। तृणमूल कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने भी कांग्रेस पर हमला किया। लेकिन सबसे चौंकाने वाली खबर यह थी कि नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने भी कांग्रेस पर निशाना साधा। उन्होंने भी कांग्रेस को नसीहत देते हुए कहा कि उसे हरियाणा की हार पर गहराई से विचार करना चाहिए। उमर ने कहा- मैंने पहले ही कहा था कि...

  • कांग्रेस, एनसी से एलायंस को तैयार पीडीपी

    श्रीनगर। जम्मू कश्मीर और हरियाणा में मतदान खत्म होने के बाद आए एक्जिट पोल के नतीजों के बाद जहां हरियाणा में कांग्रेस को अकेले पूर्ण बहुमत मिलने का अनुमान है वही जम्मू कश्मीर में कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस को बढ़त के बावजूद बहुमत से पीछे रह जाने का अंदाजा है। तभी एक्जिट पोल के आंकड़े आते ही राज्य में नए एलायंस की हलचल तेज हो गई है। इस बीच पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती की पार्टी पीडीपी ने कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस के साथ तालमेल का संकेत दिया है। चुनाव से पहले महबूबा मुफ्ती ने भी ऐसा संकेत दिया था। शनिवार...

  • जम्मू कश्मीर में बहुमत का आंकड़ा क्या रहेगा?

    जम्मू कश्मीर में विधानसभा चुनाव के नतीजे आने से पहले इस बात का सस्पेंस बन गया है कि विधानसभा त्रिशंकु होगा या किसी पार्टी या गठबंधन को बहुमत मिल जाएगा? अकेले किसी पार्टी को बहुमत मिलने की संभावना नहीं है क्योंकि कोई भी पार्टी इतनी सीटें अकेले नहीं लड़ रही है कि वह 46 सीट जीत जाए। भाजपा को जम्मू क्षेत्र की 43 और कश्मीर की 19 सीटों पर लड़ी है। इसमें भी कश्मीर घाटी में उसे पहले की तरह कोई सीट मिलने की संभावना नहीं है। उसकी असली लड़ाई 43 सीटों की ही है। बहरहाल, एक दूसरा सस्पेंस यह...

  • कश्मीर में वोटिंग का नया रिकॉर्ड

    श्रीनगर। जम्मू कश्मीर की सभी 90 सीटों पर शांतिपूर्ण तरीके से मतदान संपन्न हो गया। मंगलवार, एक अक्टूबर को तीसरे और आखिरी चरण में 40 सीटों पर मतदान हुआ, जिसमें वोटिंग का नया रिकॉर्ड बना। शाम छह बजे मतदान का समय समाप्त होने तक करीब 66 फीसदी मतदान हुआ था। यह आंकड़ा और बढ़ सकता है। पिछले चुनाव में यानी 2014 में 65 फीसदी मतदान हुआ था। उस समय इन 40 में से 36 सीटें थीं। चार नई सीटें इस बार जुड़ी हैं। मतदान के बाद सभी पार्टियों ने जीत का दावा किया। बहरहाल, तीसरे और आखिरी चरण में पहले...

  • यह मतदान, भावनाओं का ज्वार !

    श्रीनगर से श्रुति व्यास श्रीनगर। जैसा अनुमान था वहीं हुआ। हमेशा की तरह श्रीनगर में कम मतदान हुआ। जबिक उन सीटों पर रिकार्ड मतदान हुआ जो भाजपा बनाम एनसी-कांग्रेस एलांयस की जीत-हार में निर्णायक है। ये पीर पंजाल के राजौरी और पूंछ जिले की आठ सीटे है। अभी तक के आंकड़ों के अनुसार इन दोनों जिलों में क्रमशः 70 और 74 प्रतिशत वोटिंग हुई है। भाजपा ने इन सीटों पर मुस्लिम पहाड़ी, बकरवाल, और गुर्जरों को महत्व, उन्हे एसटी आरक्षण दे कर रिझाया है। मगर जिस उत्साह से इन सीटों पर मतदान हुआ है वह चौंकाने वाला है। इन दो...

  • जम्मू कश्मीर में अच्छा मतदान

    श्रीनगर। जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में भी जम कर मतदान हुआ। पहले चरण की ही तरह दूसरे चरण में भी मतदान 55 फीसदी से ऊपर पहुंच गया। चुनाव आयोग के अंतिम आंकड़े में यह प्रतिशत बढ़ सकता है क्योंकि छह बजे के बाद भी कई जगह लोग कतार में लगे थे। बुधवार को दूसरे चरण में छह जिलों की 26 विधानसभा सीटों पर वोटिंग हुई। मतदान शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुआ है। राजधानी श्रीनगर में हर बार की तरह इस बार भी सबसे कम मतदान हुआ। चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक श्रीनगर में महज 27 फीसदी...

  • ‘अनहोनी’ न हो कश्मीर में!

    हां, कश्मीर घाटी में लोग अफवाहों में जीते हैं। और श्रीनगर में अफवाह है कि उमर अब्दुल्ला दोनों सीटों में फंसे हुए हैं। और कश्मीर संभाग की 47 सीटों पर चुनावी मुकाबला एनसी-कांग्रेस एलायंस बनाम सभी पार्टियों की गोलबंदी में है। मतलब नेशनल कांफ्रेंस के उम्मीदवार उन आंतकियों, उन अलगाववादियों, निर्दलियों की एकजुटता से मुकाबला करते हुए हैं जो भाजपा से हवा पाए हैं। मेहबूबा मुफ्ती की पीडीपी बुरी तरह पिछ़ड रही है। मेहबूबा मुफ्ती की बेटी भी मुश्किल में हैं। यदि पीडीपी को तीन-चार सीटें मिल भी गईं तो वह भाजपा की सरकार बनवाने में मददगार होगी। अहम सवाल...

  • मतदान का माहौल ईद जैसा!

    Jammu Kashmir 1st Phase Election Voting: एक लम्बे अरसे से वोट देना कश्मीर घाटी के लोगों के लिए न तो फ़ख़्र का सबब रहा है और ना ही एक ऐसा हक़, जिसका वे बिना किसी खतरे के इस्तेमाल कर सकते हों। मगर 18 सितम्बर की सुबह, दक्षिण कश्मीर के रहवासियों के लिए एक नयी आशा, एक नया दौर, एक नया सन्देश लेकर आई। वे अपने अधिकार का उत्साह के साथ इस्तेमाल कर रहे थे। जाहिर है कि सभी रोमांचित थे। श्रीनगर से श्रुति व्यास तिरासी साल के अब्दुल रहमान के लिए यह मौका 40 साल बाद आया था और 23...

  • दो खानदानों के पाप में भाजपा की भागीदारी

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को हरियाणा के अलावा जम्मू कश्मीर में चुनावी रैली को संबोधित किया, जहां उन्होंने कांग्रेस, नेशनल कॉन्फ्रेंस और पीडीपी के ऊपर हमला किया। हालांकि वहां भी पिछले पांच साल से उप राज्यपाल के जरिए सीधे नरेंद्र मोदी की सरकार चल रही है। उन्होंने इन तीन पार्टियों को तीन खानदान बता कर हमला किया और कहा कि आम लोगों का मुकाबला इन तीन खानदानों से है। हमले को धार देने के लिए प्रधानमंत्री ने कहा कि इन तीन खानदानों से कश्मीर के साथ जो किया है वह किसी पाप से कम नहीं है। इन तीन खानदानों...

  • राशिद ने कांग्रेस को फंसा दिया

    अंतरिम जमानत पर जेल से छूट कर प्रचार के लिए जम्मू कश्मीर पहुंचे अलगाववादी नेता और आतंकवाद के आरोपी सांसद इंजीनियर राशिद ने विपक्षी गठबंधन को फंसा दिया है। राशिद ने कहा है कि अगर विपक्षी गठबंधन वादा करे कि उसकी सरकार बनेगी तो वे अनुच्छेद 370 बहाल करेंगे तो वे हर सीट से अपने उम्मीदवारों को हटा लेंगे। उनको पता है कि राज्य की दोनों बड़ी प्रादेशिक पार्टियों नेशनल कॉन्फ्रेंस और पीडीपी ने वादा किया हुआ है कि उनकी सरकार बनी तो वे अनुच्छेद 370 हटाने का प्रयास करेंगे। लेकिन सबको पता है कि राज्य सरकार ऐसा नहीं कर...

  • जम्मू-कश्मीर में किन मुद्दों पर चुनाव?

    अब्दुल्ला-मुफ्ती परिवारों का दोहरा मापदंड किसी से छिपा नहीं है। यह लोग जब दिल्ली में होते है, तब ‘सेकुलरवाद’, एकता, शांति, भाईचारे की बात करते हुए एकाएक भावुक हो जाते है। किंतु घाटी लौटते ही उनके भाषणों/वक्तव्यों में भारतीय एकता-अखंडता के प्रति घृणा, तो बहुलतावाद-लोकंतत्र विरोधी इस्लामी कट्टरपंथियों के लिए सहानुभूति दिखती है। जम्मू-कश्मीर विधानसभा के चुनाव 18 सितंबर से लेकर एक अक्टूबर के बीच तीन चरणों में संपन्न होंगे। चुनाव का मुद्दा क्या है? क्या कश्मीर वर्ष 2019 से पहले के उस कालखंड में लौटे, जब क्षेत्र में सभी आर्थिक गतिविधियां बंद थी, विकास कार्यों पर लगभग अघोषित प्रतिबंध...

  • कश्मीर में मोदी का तीन खानदानों पर हमला

    श्रीनगर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हरियाणा के साथ ही जम्मू कश्मीर में भी भाजपा के चुनाव प्रचार का आगाज किया। वे शनिवार को जम्मू कश्मीर पहुंचे और डोडा में चुनावी रैली को संबोधित किया। 18 सितंबर को पहले चरण में 24 सीटों पर होने वाले मतदान का प्रचार बंद होने से दो दिन पहले प्रधानमंत्री मोदी डोडा पहुंचे और स्पोर्ट्स स्टेडियम में एक रैली को संबोधित किया। इसमें उन्होंने तीन खानदानों पर राज्य को बरबाद करने का आरोप लगाया। मोदी ने कांग्रेस, नेशनल कॉन्फ्रेंस और पीडीपी को निशाना बनाया और नेहरू-गांधी, अब्दुल्ला और मुफ्ती परिवार पर हमला किया। मोदी ने...

  • घाटी में सब भाजपा के लिए लड़ रहे हैं

    जम्मू कश्मीर में तीन चरण में विधानसभा चुनाव हो रहे हैं और आखिरी चरण के लिए एक अक्टूबर को होने वाले मतदान के नामांकन की प्रक्रिया समाप्त हो गई है। भारतीय जनता पार्टी कश्मीर घाटी में सिर्फ 19 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। कश्मीर घाटी में कुल 47 सीटें हैं, जिनमें से भाजपा 19 पर लड़ रही है। ऐसा नहीं है कि उसका किसी पार्टी के साथ गठबंधन है और उसने उनके लिए सीटें छोड़ी हैं। सोचें, उसने चुनाव से पहले हर सीट पर लड़ने की तैयारी की थी और हर सीट पर उसके उम्मीदवार तैयारी कर रहे थे।...

  • कश्मीर में 44 फीसदी निर्दलीय उम्मीदवार

    जम्मू कश्मीर में निर्दलीय उम्मीदवारों की बहार आई है। लगभग हर सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं। चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक पहले और दूसरे चरण में 44 फीसदी उम्मीदवार निर्दलीय हैं। इतनी बड़ी संख्या में निर्दलीय उम्मीदवार उतरने से कांग्रेस, नेशनल कॉन्फ्रेंस और पीडीपी की चिंता बढ़ी है। इन तीनों पार्टियों के नेता निर्दलीय उम्मीदवारों के साथ साथ सज्जाद लोन, अल्ताफ बुखारी और इंजीनियर राशिद के उम्मीदवारों को भाजपा के प्रॉक्सी उम्मीदवार बता रहे हैं। उनका कहना है कि इनकी पीछे भाजपा की ताकत है। उसने घाटी में अपने कम उम्मीदवार उतार कर इन निर्दलीय और छोटी...

  • जम्मू कश्मीर में भाजपा का त्रिशंकु विधानसभा का प्रयास

    भारतीय जनता पार्टी ने जम्मू कश्मीर में चुनाव जीतने की उम्मीद छोड़ दी है। पहले जब उप राज्यपाल को ज्यादा अधिकार दिए गए तभी इसका अंदाजा हो गया था लेकिन कश्मीर घाटी में जिस तरह से भाजपा ने अपने को अलग थलग किया है उससे भी लग रहा है कि वह खुद चुनाव जीतने की बजाय कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस के चुनाव को खराब करने की रणनीति पर काम कर रही है। भाजपा का प्रयास है कि किसी तरह से चुनाव पूर्व गठबंधन को बहुमत नहीं मिले और राज्य में त्रिशंकु विधानसभा बन जाए। ऐसे में भाजपा या तो जोड़...

  • कश्मीर में राजनीति की सीरत व सूरत दोनों बदली!

    जम्मू-कश्मीर का स्वरूप व भूगोल बदलने के साथ-साथ प्रदेश की पूरी राजनीति भी बदल गई है। नए परिवेश और नए राजनीतिक माहौल के बीच होने जा रहे विधानसभा चुनाव अपने आप में बहुत ही दिलचस्प और अलग होने वाले हैं। यहां एक तरफ प्रदेश का आकार बदल गया है वहीं प्रदेश विधानसभा के स्वरूप में भी बड़ा बदलाव आया है । 90 सीटों में से कश्मीर संभाग में में 47 विधानसभा क्षेत्र हो गए हैं वही जम्मू संभाग को छह नए विधानसभा क्षेत्र मिले हैं। अब कश्मीरी पंड़ित समुदाय में से दो लोगों को मनोनीत किया जाने का प्रावधान है,...

  • महबूबा तालमेल के लिए बेचैन हैं

    जम्मू कश्मीर में पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की नेता और राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती विधानसभा चुनाव में तालमेल के लिए बेचैन हैं। तभी उन्होंने अपनी पार्टी का घोषणापत्र जारी करते हुए कहा कि अगर कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस उनके घोषणापत्र को मानें तो वे तालमेल के लिए तैयार हैं। तालमेल की इससे ज्यादा बेचैनी नहीं दिखाई जा सकती थी क्योंकि महबूबा को पता है कि उन्होंने घोषणापत्र जारी किया है वह फारूक और उमर अब्दुल्ला की पार्टी नेशनल कॉन्फ्रेंस के घोषणापत्र की तरह ही है। दोनों में एक ही बातें लिखी गई हैं। मेहबूबा से पहले फारूक अब्दुल्ला ने...

  • महबूबा भी गठबंधन को तैयार

    श्रीनगर। पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी यानी पीडीपी की नेता और जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने वैसे तो कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस के तालमेल पर सवाल उठाया है लेकिन साथ ही यह भी कहा है कि अगर दोनों पार्टियां उनके चुनाव घोषणापत्र को मानती हैं तो वे भी गठबंधन के लिए तैयार हैं। इससे पहले उन्होंने शनिवार को अपनी पार्टी का घोषणापत्र जारी किया। उन्होंने जम्मू कश्मीर के विशेष दर्जे से जुड़े अनुच्छेद 370 और 35ए की वापसी के प्रयास और पाकिस्तान से कारोबार दोबारा शुरू करने का वादा किया है। महबूबा ने कहा कि उनकी सरकार बनी तो...

  • जम्मू कश्मीर में गठबंधन का खेल शुरू

    जम्मू कश्मीर में विधानसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान की अधिसूचना जारी होने के बाद गठबंधन बनाने की राजनीति तेज हो गई है। घाटी में और जम्मू क्षेत्र में भी चुनाव पूर्व गठबंधन की संभावना तलाशने के लिए ही भाजपा ने फिर से राम माधव को सक्रिय किया है। गौरतलब है कि जम्मू कश्मीर में हुए पिछले विधानसभा चुनाव यानी 2014 के चुनाव के समय वे वहां सक्रिय थे और उन्होंने भाजपा व पीडीपी का गठबंधन कराया था। हालांकि 2020 में वे भाजपा से हट गए थे और वापस आरएसएस में लौट गए थे। अब फिर उनकी वापसी हुई...

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