श्रीनगर। जम्मू कश्मीर और हरियाणा में मतदान खत्म होने के बाद आए एक्जिट पोल के नतीजों के बाद जहां हरियाणा में कांग्रेस को अकेले पूर्ण बहुमत मिलने का अनुमान है वही जम्मू कश्मीर में कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस को बढ़त के बावजूद बहुमत से पीछे रह जाने का अंदाजा है। तभी एक्जिट पोल के आंकड़े आते ही राज्य में नए एलायंस की हलचल तेज हो गई है। इस बीच पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती की पार्टी पीडीपी ने कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस के साथ तालमेल का संकेत दिया है। चुनाव से पहले महबूबा मुफ्ती ने भी ऐसा संकेत दिया था।
शनिवार को एक्जिट पोल के आंकड़े आने के बाद पीडीपी के नेता जुहैब युसुफ मीर ने कहा कि भाजपा को सत्ता से बाहर रखने के लिए पार्टी नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस के साथ गठबंधन करने को तैयार हैं। उन्होंने कहा कि वे एक्जिट पोल के आंकड़ों के ज्यादा महत्व नहीं देते हैं लेकिन इतना जानते हैं कि पीडीपी सरकार बनाने में अहम भूमिका निभाएगी। पीडीपी नेता के इस बयान को लेकर फारूक अब्दुल्ला ने कहा- उन्हें बधाई हो। उनकी सोच अच्छी है, हम सभी एक राह पर हैं। नफरत को हमें खत्म करना है और जम्मू कश्मीर को इकट्ठा रखना है।
इससे पहले एक्जिट पोल के अनुमानों में कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस को बढ़त मिलने पर जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने खुशी जताई और कहा कि एनसी और कांग्रेस मिलकर सरकार बनाते दिख रहे हैं। पीडीपी की ओर से एलायंस में शामिल होने का संकेत दिए जाने के बाद उन्होंने कहा- पीडीपी हमसे जुड़ने के लिए तैयार है, ये बेहद अच्छी बात है। फारूक अब्दुल्ला ने एक्जिट पोल के आंकड़ों पर कोई टिप्पणी नहीं की लेकिन कहा कि उनको पता है कि असली चुनाव नतीजों में नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस मिल कर सरकार बनाएंगे।
गौरतलब है कि शनिवार को आए एक्जिट पोल के आंकड़ों में ज्यादातर मीडिया समूहों ने नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस को बढ़त बताई है। दस एक्जिट पोल में से पांच में दोनों पार्टियों के गठबंधन की सरकार बन रहे हैं, जबकि पांच में वह बहुमत से 10 से 15 सीटें दूर दिख रही है। भाजपा को औसतन 30 सीट मिलने का अनुमान जताया गया है। पीडीपी को 10 और अन्य को 10 सीटें आ सकती हैं।
चुनाव से पहले पीडीपी की प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने भी एलायंस के संकेत दिए थे। उन्होंने 24 अगस्त को पार्टी का घोषणापत्र जारी किया था। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस से समर्थन के सवाल पर कहा था- दोनों पार्टियों के बीच गठबंधन सीट बंटवारे पर हो रहा है, न कि एजेंडे पर। अगर दोनों दल हमारी पार्टी का एजेंडा मानेंगे तो हम गठबंधन को तैयार हैं। हमारा सिर्फ एक ही एजेंडा है, जम्मू कश्मीर की समस्या का समाधान।