नई दिल्ली। एक तरफ कांग्रेस पार्टी ने पहलगाम हमले पर सवाल उठाया है और केंद्र सरकार को कठघरे में खड़ा किया है तो दूसरी ओर कांग्रेस के सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर ने सरकार को क्लीन चिट दी है। उन्होंने कहा है कि हो सकता है कि सुरक्षा और खुफिया चूक हो लेकिन किसी देश का खुफिया तंत्र इतना चौकस नहीं हो सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि इजराइल की खुफिया एजेंसी भी चूक गई थी।
शशि थरूर ने पहलगाम घटना की तुलना सात अक्टूबर 2023 को हमास के इजराइल पर किए गए हमले से की। थरूर ने कहा, ‘बिलकुल साफ है कि कोई भी खुफिया तंत्र पूरी तरह से फुलप्रूफ नहीं होता। इसमें कुछ न कुछ कमी रह जाती है। इजराइली सीक्रेट सर्विस को सबसे बेहतरीन माना जाता है, वो भी अचानक हुए हमले से हैरान रह गई थी’। उन्होंने सरकार का बचाव करते हुए कहा, ‘मेरा मानना है कि जैसे इजराइल अभी युद्ध खत्म होने का इंतजार कर रहा है, फिर जवाबदेही तय करेगा। वैसे ही हमें भी पहले इस आतंकी संकट से निपटना चाहिए और बाद में भारत सरकार से जवाबदेही मांगनी चाहिए। कोई भी देश सौ फीसदी सुरक्षा नहीं दे सकता’।
कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने यह भी कहा कि कई बार आतंकी हमलों को सफलतापूर्वक रोक लिया जाता है, लेकिन उन घटनाओं के बारे में आम लोग नहीं जान पाते। जब कोई हमला हो जाता है, तब उसकी खूब चर्चा होती है। थरूर ने कहा, ‘हम उन हमलों के बारे में नहीं जानते जो नाकाम कर दिए गए। हमें केवल उन्हीं घटनाओं का पता चलता है, जिन्हें हम रोक नहीं सके। यह हर देश में होता है’। उन्होंने पहलगाम हमले पर कहा, ‘मैं मानता हूं कि इसमें विफलता हुई है, लेकिन इस समय हमारा ध्यान इस संकट से निपटने पर होना चाहिए, न कि तुरंत दोष लगाने पर’।