shashi tharoor

  • महुआ मोइत्रा के साथ वायरल तस्वीरों पर शशि थरुर का पलटवार

    Shashi Tharoor :- कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने उन तस्वीरों को काटकर इंटरनेट पर प्रसारित किये जाने की सोमवार को आलोचना की, जिनमें उन्हें तृणमूल कांग्रेस सांसद महुआ मोइत्रा के साथ देखा जा सकता है। उन्होंने इसे ‘ओछी राजनीति’ करार दिया। तिरुवनंतपुरम से कांग्रेस के लोकसभा सदस्य थरूर ने कहा कि वह मोइत्रा के जन्मदिन की पार्टी में शामिल हुए थे, जिसमें उनकी बहन समेत करीब 15 लोग मौजूद थे।  थरूर ने कहा कि जन्मदिन पार्टी में ली गयी तस्वीर को काटकर (क्रॉप करके) उन्हें निशाना बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा यह ओछी राजनीति है। यह उस बच्ची (महुआ)...

  • थरूर ने मणिपुर में राष्ट्रपति शासन की मांग की

    नई दिल्ली। कांग्रेस (Congress) के वरिष्ठ नेता शशि थरूर (Shashi Tharoor) ने रविवार को आरोप लगाया कि मणिपुर (Manipur) के मतदाता महज एक साल पहले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा BJP) को सत्ता में लाकर अपने साथ ‘घोर विश्वासघात’ महसूस कर रहे हैं। उन्होंने हाल में हिंसक जातीय संघर्ष के गवाह बने इस राज्य में राष्ट्रपति शासन (President Rule) लागू करने की मांग भी की। मणिपुर में पिछले सप्ताह आदिवासियों और बहुसंख्यक मेइती समुदाय के लोगों के बीच हिंसक झड़प हुई थी, जिसमें कम से कम 54 लोग मारे गए हैं और हजारों लोग विस्थापित हुए हैं। थरूर ने एक ट्वीट...

  • शशि थरूर ने मुशर्रफ के निधन पर शोक जताया

    नई दिल्ली। कांग्रेस (Congress) के वरिष्ठ नेता शशि थरूर (Shashi Tharoor) ने रविवार को पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ (Pervez Musharraf) के निधन पर शोक व्यक्त किया। थरूर ने कहा कि कभी भारत के कट्टर शत्रु रहे मुशर्रफ 2002-2007 के बीच शांति के लिए असली ताकत बन गए थे। तिरुवनंतपुरम के सांसद ने कहा, मैं उन दिनों संयुक्त राष्ट्र में सालाना उनसे मिलता था। मुझे वो स्मार्ट, आकर्षक लगते थे। उनकी रणनीतिक सोच बहुत स्पष्ट थी।  ये भी पढ़ें- http://कियारा आडवाणी का ब्राइडल मेकअप करेंगी स्वर्णलेखा गुप्ता थरूर ने ट्विटर (Twitter) पर पोस्ट किया पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ...

  • शशि थरूर से क्यों घबरा रही है कांग्रेस?

    कांग्रेस भी कमाल की पार्टी है। शशि थरूर कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव लड़ने से पहले सोनिया गांधी से मिलने गए थे और उनकी मंजूरी लेकर चुनाव लड़े थे। पहले भी अध्यक्ष का चुनाव होने पर कांग्रेस के नेता चुनाव लड़ते थे। यह भी हकीकत है कि थरूर लड़े तभी मल्लिकार्जुन खड़गे के चुनाव को लोकतांत्रिक वैधता मिली। कांग्रेस सीना ठोक कर कह रही है कि कांग्रेस अकेली पार्टी है, जिसमें लोकतांत्रिक तरीके से चुना हुआ अध्यक्ष है। अगर खड़गे निर्विरोध चुने जाते तो कांग्रेस यह कहने की स्थिति में नहीं होती। फिर भी कांग्रेस पार्टी के नेता थरूर...