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  • महाराष्ट्र की राजनीति में क्या चल रहा है?

    maharashtra politics: महाराष्ट्र की राजनीति को लेकर यह जुमला वहां के जानकार अक्सर बोलते हैं कि कांग्रेस और भाजपा एक साथ नहीं आएंगे लेकिन इन दोनों के अलावा बाकी सारी पार्टियां सबके साथ जा सकती हैं। यह देखा भी जा चुका है। भाजपा ने 2014 में एनसीपी के समर्थन से सरकार बनाई थी और बाद में कांग्रेस व एनसीपी ने उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में शिव सेना की सरकार बनवाई।(maharashtra politics) अब कहा जा रहा है कि विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद राज्य की राजनीति में नया ध्रुवीकरण हो रहा है। पार्टियों के नेता एक दूसरे से मिल रहे...

  • सहयोगियों के बागी विधायक फड़नवीस से खुश

    Maharashtra politics: महाराष्ट्र में भाजपा की दो सहयोगी पार्टियों, शिव सेना और एनसीपी के कई विधायक बागी तेवर दिखा रहे हैं। चुनाव जीतने के बाद मंत्री बनने से वंचित रह गए कम से कम आधा दर्जन  विधायकों ने तेवर दिखाए थे। उन्होंने खुलेआम नाराजगी जताई थी। एकनाथ शिंदे की पार्टी के एक विधायक ने तो पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया था। पार्टी के पदों से इस्तीफा देने वाले विधायक नरेंद्र भोंडेकर ने शिव सेना के नेता एकनाथ शिंदे से तो नाराजगी जताई लेकिन आश्चर्यजनक रूप से मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस के प्रति सद्भाव दिखाया। कहा जा रहा है...

  • महायुति में सब कुछ ठीक नहीं है

    महाराष्ट्र में महायुति यानी भाजपा, शिव सेना और एनसीपी की सरकार बनने के बाद पहले दिन से खींचतान शुरू हो गई है, खत्म नहीं हो रही है। सरकार बनने यानी मुख्यमंत्री और दो उप मुख्यमंत्रियों के शपथ लेने के 10 दिन बाद मंत्रिमंडल का गठन हुआ और उसके अगले दिन से नागपुर में विधानसभा का सत्र शुरू हुआ। सत्र के पहले तीन दिन उप मुख्यमंत्री अजित पवार लापता रहे। कहा गया कि वे दिल्ली के दौरे पर हैं। सवाल है कि मंत्रिमंडल के गठन के लिए तो वे कई दिन दिल्ली में थे और अब जबकि सत्र शुरू हो गया...

  • उप मुख्यमंत्री की शपथ लेंगे शिंदे!

    Eknath Shinde: महाराष्ट्र के कार्यवाहक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे गुरुवार को देवेंद्र फड़नवीस की सरकार में उप मुख्यमंत्री पद की शपथ ले सकते हैं। बताया जा रहा है कि वे फड़नवीस सरकार में उप मुख्यमंत्री के रूप में काम करने पर सहमत हो गए हैं। हालांकि साथ ही यह भी कहा जा रहा है कि वे अब भी गृह मंत्रालय लेने पर अड़े हैं। गौरतलब है कि उनकी सरकार में जब देवेंद्र फड़नवीस उप मुख्यमंत्री थे तो गृह मंत्रालय उनके पास था। इसी फॉर्मूले से शिंदे गृह मंत्रालय की मांग कर रहे हैं। also  read: दक्षिण कोरिया मार्शल लॉ विवाद: रक्षा मंत्री...

  • आज हो सकता है सीएम का फैसला

    Maharshtra New CM:  महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के 10 दिन होने जा रहे हैं और मुख्यमंत्री का सस्पेंस खत्म नहीं हो रहा है। बताया जा रहा है कि सोमवार को मुख्यमंत्री के नाम का फैसला हो सकता है। जानकार सूत्रों के मुताबिक भाजपा के नेता देवेंद्र फड़नवीस के नाम पर सहमति बनी है। कार्यवाहक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने रविवार को कहा कि सोमवार यानी दो दिसंबर को मुख्यमंत्री का नाम तय होगा। हालांकि यह भी खबर आ रही है कि भाजपा के केंद्रीय पर्यवेक्षकों की मौजूदगी में मंगलवार, तीन दिसंबर को विधायक दल की बैठक होगी और...

  • ना सीएम तय हुआ, ना सरकार बनी

    मुंबई/नई दिल्ली। महाराष्ट्र विधानसभा में तीन चौथाई बहुमत हासिल करने के बाद भाजपा और उसकी सहयोगी पार्टियां तीन दिन में सरकार नहीं बना पाईं। नतीजे आने के बाद तीन दिन की कवायद के बावजूद ना तो मुख्यमंत्री का नाम तय हो सका और ना ही सरकार गठन की प्रक्रिया आगे बढ़ी। इस गतिरोध के बीच शिव सेना के नेता और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन से मिल कर उन्होंने अपना इस्तीफा सौंपा। इस मौके पर दोनों उप मुख्यमंत्री, देवेंद्र फड़नवीस और अजित पवार भी मौजूद थे। राज्यपाल ने नई सरकार के गठन...

  • महाराष्ट्र में सस्पेंस खत्म नहीं हो रहा

    महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव की तारीख नजदीक आ रही है और साथ ही नतीजों और नतीजों के बाद की राजनीति का सस्पेंस बढ़ता जा रहा है। पिछले 30 साल की तरह इस बार भी महाराष्ट्र की कोई भी पार्टी अकेले दम पर सरकार बनाने की स्थिति में नहीं होगी। त्रिशंकु विधानसभा या गठबंधन सरकार का जो प्रयोग 1995 में भाजपा और शिव सेना की सरकार के साथ शुरू हुआ था वह आगे भी जारी रहने वाला है। सबसे ज्यादा 152 सीटों पर चुनाव लड़ रही भाजपा ने भी मान लिया है कि वह अपने दम पर सरकार नहीं बना सकती है...

  • चुनाव नतीजों के बाद का भी बड़ा सस्पेंस

    महाराष्ट्र में जितना सस्पेंस चुनाव नतीजों का है उससे ज्यादा सस्पेंस चुनाव नतीजों के बाद का है। मुंबई से लेकर दिल्ली तक इस बात पर सट्टा लगाए जाने की खबर है कि चुनाव के बाद पार्टियां किस तरह से राजनीति करेंगी। इसमें सस्पेंस उद्धव ठाकरे, एकनाथ शिंदे और अजित पवार को लेकर सबसे ज्यादा है। महाविकास अघाड़ी की सरकार बनने पर उद्धव ठाकरे को हर हाल में मुख्यमंत्री बनना है। उनको पता है कि अगर सरकार बनी और वे मुख्यमंत्री नहीं बने तो पार्टी की राजनीति को स्थायी नुकसान होगा। वे अपने बेटे आदित्य ठाकरे को उप मुख्यमंत्री बना कर...

  • अजित पवार के अस्तित्व की लड़ाई

    चुनाव आयोग और विधानसभा स्पीकर ने अजित पवार की पार्टी को असली एनसीपी माना है और उनको घड़ी का चुनाव चिन्ह भी मिल गया है। इसके बावजूद अपने चार दशक से ज्यादा लंबे राजनीतिक करियर में वे पहली बार अस्तित्व बचाने की लड़ाई लड़ रहे हैं। तभी वे सारे दांव आजमा रहे हैं। तभी वे सारे दांव आजमा रहे हैं। उन्होंने पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख की विधानसभा सीट पर अनिल देशमुख नाम का उम्मीदवार खोज कर उतारा है। उनको लग रहा है कि अनिल देशमुख नाम और घड़ी चुनाव चिन्ह देख कर लोग उनकी पार्टी को वोट दे देंगे।...

  • अजित पवार को तीन एमएलसी सीट मिलेगी

    यह बड़ी हैरान करने वाली बात है कि एक तरफ एनसीपी के नेता और महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री अजित पवार को लेकर यह चर्चा है कि वे भाजपा गठबंधन से बाहर हो सकते हैं और फिर अपने चाचा शरद पवार के साथ लौट सकते हैं तो दूसरी ओर यह खबर है कि राज्यपाल की ओर से मनोनीत होने वाले विधान परिषद सदस्यों में अजित पवार को तीन सीटें मिल सकती हैं। अगर ऐसा होता है तो यह बहुत बड़ी बात होगी। फिर कैसे यह माना जाए कि वे महायुति छोड़ कर अलग हो रहे हैं? अगर उनको अलग होना होता...

  • महाराष्ट्र में विपक्ष का सीएम चेहरा बाद में?

    लातूर। कांग्रेस कहा है कि महाराष्ट्र में महा विकास आघाडी (एमवीए) की तरफ से मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा चुनाव के बाद की जाएगी, हालांकि सहयोगी दलों ने सीट बंटवारे पर बातचीत शुरू कर दी है। मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार कौन होगा, इस बारे में पूछे जाने पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि महाराष्ट्र के स्वाभिमान को बचाना उनकी प्राथमिकता है। पटोले ने कहा, ‘‘नतीजों के बाद, नए विधायकों से सलाह-मशविरा कर मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा की जाएगी।’’ भाजपा के नेताओं ने इस सप्ताह की शुरुआत में दावा किया था कि शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे...

  • अब्दाली के वंशज हैं शाह-उद्धव

    पूणे। शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने अमित शाह को अफगान शासक अहमद शाह अब्दाली का वंशज करार दिया है। उन्होने भाजपा पर पार्टियां तोड़ने का आरोप लगाते हुए कहा, ‘‘मुसलमान हमारे साथ हैं, क्योंकि हमने उन्हें अपना हिंदुत्व समझाया है, तो हम (भाजपा के अनुसार) औरंगजेब फैन क्लब हैं। फिर आप जो कर रहे हैं, वह तो सत्ता का जिहाद है। पिछले महीने पुणे में एक कार्यक्रम के दौरान ही अमित शाह ने उद्धव ठाकरे पर हमला करते हुए उन्हें ‘‘औरंगजेब फैन क्लब का प्रमुख’’ करार दिया था, जो ‘‘उन लोगों के साथ बैठे हैं, जिन्होंने 1993 के मुंबई...

  • शिंदे की पार्टी सेंचुरी प्लान बना रही है

    महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ महायुति यानी भाजपा, शिव सेना और एनसीपी का गठबंधन कैसा रहेगा यह अभी तय नहीं है। एनसीपी (असली) यानी अजित पवार के नेतृत्व वाली पार्टी को लेकर भाजपा और आरएसएस दोनों में हिचक है। उनको लग रहा है कि अजित पवार से तालमेल का नुकसान हो रहा है। हालांकि शिव सेना (असली) यानी एकनाथ शिंदे की पार्टी से तालमेल रहेगा, इसकी गारंटी दी जा रही है। लेकिन तालमेल में कितनी सीटें मिलेंगी इसे लेकर खींचतान होने वाली है। उससे पहले शिंदे गुट ने ‘सेंचुरी प्लान’ बनाना शुरू कर दिया है। एकनाथ शिंदे की पार्टी कह रही है...

  • महाराष्ट्र की चुनावी चुनौती

    महाराष्ट्र में चार महीने में विधानसभा के चुनाव होने वाले हैं। उससे पहले लोकसभा चुनाव के नतीजों ने भाजपा, शिव सेना और एनसीपी के गठबंधन यानी महायुति के लिए बड़ी परेशानी पैदा कर दी है।  मंगलवार को दिल्ली में महाराष्ट्र भाजपा की कोर कमेटी की बैठक हुई, जिसमें मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उप मुख्यमंत्री अजित पवार दोनों की पार्टियों की भूमिका को लेकर चर्चा हुई। चुनाव में दोनों के प्रदर्शन की समीक्षा हुई।  प्रदेश के भाजपा नेताओं की रिपोर्ट के मुताबिक अगर नासिक, मुंबई दक्षिण और रामटेक सीट पर भाजपा लड़ती तो वह जीत सकती थी। इसका मतलब है कि...

  • शिंदे का ठाणे, कल्याण में सब कुछ दांव पर

    मुंबई। ठाणे, भिवंडी और कल्याण मुंबई के उपनगर हैं। महा-महानगर का विस्तार हैं और उसका लघु स्वरूप भी। ये सब अपने-आप में अलग बड़े शहर बनते जा रहे हैं - मुंबई की तरह ट्रैफिक की समस्याएं,  ऊंची-ऊंची इमारतें, माल और महंगे स्कूल। भारत के कई हिस्सों - मुख्यतः उत्तरप्रदेश, राजस्थान तथा गुजरात - के बहुत से लोग यहां रहते हैं, और हर दिन इनमें नए लोग जुड़ते जा रहे हैं। सभी तरफ निर्माण हो रहा है - फ्लाईओवर, हाईवे, मेट्रो और गगनचुम्बी इमारतें बन रही हैं। बंबई से ठाणे या कल्याण जाना हो तो आपकी यात्रा चींटी की गति से ही...

  • गर्म हवा है, ठंडी हवा भी!

    रायगड (महाराष्ट्र)। हवा क्या है?  जवाब मिला, "गर्म हवा है, औरहां, ठंडी हवा भी" – ये वे शब्द है जो रायगड के पाली गांव के मतदान केंद्र से कुछ दूर लोगों के हुजूम में एक मतदाता ने चुनावी माहौल को समझाने के लिए प्रयुक्त किए। रायगड, विशेषकर इस जिले केपेण-जामुलपाड़-अलीबाग के पूरे इलाके में, जो मानसून के दौरान एक सुरम्य पर्यटन स्थल बनाहोता है, वह इस समय जहां जबरदस्त गर्मी का सामना कर रहा है तो बढ़े तापमान से चुनावी उत्साह में भी लिए हुए है तो यह सस्पेंस तो है की रायगढ़ सीट किधर जाएगी? एक तरफ अजीत पवार...

  • 52 दरवाजों से जलील की सवारी या खैरे या भुमरे की?

    संभाजीनगर (महाराष्ट्र)। औरंगाबाद दरवाजों का शहर है। लेकिन अब यह औरंगाबाद नहीं, छत्रपति संभाजीनगर के नाम से जाना जाता है। यदि शहर को उसके नए नाम संभाजीनगर (छत्रपति संभाजीनगर का संक्षिप्त संस्करण) से नहीं पुकारा जाता, तो स्थानीय लोग नाराज हो जाते हैं। एक ने तो स्पष्ट शब्दों में मुझसे कहा, "मैडम, संभाजीनगर बोलिए"। औरंगाबाद से श्रुति व्यास बावन दरवाजे वाले संभाजीनगर में इस बार 37 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। लेकिन वास्तविक लड़ाई तीन धड़ों और दो उम्मीदवारों के बीच है। दो सेनाएं एक दूसरे के मुकाबिल हैं - शिवसेना (ठाकरे) के उम्मीदवार हैं चन्द्र कांत खैरे (जो...

  • बीड में चौंकाने वाला नतीजा होगा!

    बीड। महाराष्ट्र की इस सीट पर अकेला मराठा आरक्षण मुद्दा नहीं है। यहां एंटी इन्कंबेंसी की हवा बह रही है। मुंडे सिस्टर्स और उनके भाई के प्रति आक्रोश है,  वही पुराने सत्ताधारी शरद पवार और वर्तमान सत्ताधारी देवेन्द्र फडनवीस के प्रति नाराजगी है।और नरेन्द्र मोदी के प्रति मिलाजुला भाव है, लेकिन उद्धव ठाकरे के पक्ष में लोग वोकल है। लोगों के मूड़ की ये अलग-अलग फील, परतेयहाँ फैले कन्फ्यूजन के मेरे निष्कर्ष है। मराठाओं का एक समूह, जिसमें युवा भी थे और वृद्ध भी और जो अपने गौरव का प्रतीक लाल टीका धारण किये हुए थे, मुझे गेओरी में चाय...

  • गजब! उद्धव ठाकरे भीड़ के चहेते

    महाराष्ट्र में सहानुभूति की लहर है। मगर वह शरद पवार के लिए ज्यादा है। उद्धव तो सम्मान पा रहे हैं, प्रशंसा हासिल कर रहे हैं।... वे अपनी नयी विरासत का निर्माण कर रहे हैं, वे अपने नए समर्थक तैयार कर रहे हैं।... वे चाहते हैं कि उनकी शिवसेना केवल एक कट्टर हिन्दू पार्टी न बनी रहे बल्कि एक समावेशी हिन्दू पार्टी बने। पुणे से श्रुति व्यास पुणे। वे मंच पर जैसे ही खड़े हुए और अपना भाषण शुरू किया तो सभा स्थल में  शांति और सन्नाटा। श्रोतागण अपनी-अपनी कुर्सियों पर सीधे बैठ गए। और पूरी गंभीरता तथा एकाग्रता से उन्हे...

  • नकली शिव सेना कौन है

    चुनाव आयोग और महाराष्ट्र विधानसभा के स्पीकर के बाद अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी असली और नकली शिव सेना का फैसला कर दिया है। उन्होंने सोमवार को महाराष्ट्र की एक चुनावी सभा में उद्धव ठाकरे गुट की पार्टी को नकली शिव सेना कहा। इसका मतलब है कि उनकी नजर में भी एकनाथ शिंदे का गुट असली शिव सेना है। चुनाव आयोग और स्पीकर ने भी उसी को असली शिव सेना माना क्योंकि उसके साथ ज्यादा विधायक और सांसद थे। यह अलग बात है कि उसके साथ जितने सासंद थे उतनी सीटें भी भाजपा उनको बड़ी मुश्किल से दे रही...

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