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  • ट्रंप ने यूएन में भी किया सीजफायर का दावा

    न्यूयॉर्क। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत और पाकिस्तान की बीच जंग रुकवाने का दावा अब संयुक्त राष्ट्र संघ में किया है। उन्होंने संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपने भाषण में इसका दावा किया। ट्रंप ने यह भी कहा कि जंग रूकवाने का काम यूएन को करना चाहिए था लेकिन उन्होंने किया। महासभा में ट्रंप के बोलने के लिए 15 मिनट का समय तय था, लेकिन उन्होंने 55 मिनट तक भाषण दिया। गौरतलब है कि ट्रंप करीब 40 बार यह दावा कर चुके हैं और भारत ने हर बार इस दावे को खारिज किया है। बहरहाल, न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र की...

  • यूएन की शांति सेना पर हमला

    नई दिल्ली। हिजबुल्लाह को निशाना बना कर लेबनान के दक्षिणी हिस्से में लगातार हमला कर रहे इजराइल ने संयुक्त राष्ट्र संघ की शांति सेना के पोस्ट पर भी हमला किया। इस हमले में संयुक्त राष्ट्र संघ शांति सेना के दो सदस्य घायल हो गए। गौरतलब है कि संयुक्त राष्ट्र के पीसकीपिंग मिशन के लिए इजराइल और लेबनान की सीमा पर ब्लू लाइन बनाई गई है। वहां सैकड़ों की संख्या में भारत के भी सैनिक तैनात हैं। गुरुवार को किए गए इन हमलों पर भारत ने भी चिंता जाहिर की है। विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि भारत ब्लू लाइन...

  • अच्छे इरादे का इज़हार

    UN vision for the future: गैर-बराबरी और गरीबी का संबंध आर्थिक नीतियों से है, जिनमें परिवर्तन संयुक्त राष्ट्र के दायरे से बाहर है। इसीलिए ये संधि व्यावहारिक रूप से कोई फर्क डाल पाएगी, इसकी उम्मीद नहीं जगी है। बहरहाल, सदिच्छाओं का भी अपना महत्त्व होता है। also read: श्रद्धा कपूर और आदित्य रॉय कपूर की बरसाती मुलाकात ने फैन्स को किया दीवाना भविष्य के लिए संधि संयुक्त राष्ट्र महासभा में ‘भविष्य के लिए संधि’ को मंजूरी मिल गई है। 21वीं सदी की चुनौतियों का सामना करने के लिए इस संधि में दुनिया को एकजुट करने की बात कही गई है। इस...

  • मोदी ने विश्व नेताओं से मुलाकात की

    न्यूयॉर्क। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने न्यूयॉर्क में नेपाली नेता के पी शर्मा ओली और फिलस्तीन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास सहित विश्व के कई नेताओं के साथ बैठकें की। इनमें द्विपक्षीय संबंधों के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की हुई। मोदी अमेरिका की तीन दिवसीय यात्रा के तहत न्यूयॉर्क में हैं। मोदी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘न्यूयॉर्क में प्रधानमंत्री के पी ओली के साथ बैठक बहुत अच्छी रही। भारत और नेपाल की मित्रता बहुत मजबूत है और हम अपने संबंधों को और गति देना चाहते हैं। हमारी बातचीत ऊर्जा, प्रौद्योगिकी और व्यापार जैसे मुद्दों पर केंद्रित...

  • दुनिया में अलग-थलग

    अमेरिका और इजराइल को असली झटका इस बात से लगा कि ब्रिटेन, फ्रांस, और जर्मनी के साथ-साथ यूरोपीय यूनियन से जुड़े अनेक देशों ने प्रस्ताव के पक्ष में मतदान किया। भारत ने भी प्रस्ताव का समर्थन किया। इजराइल को हर हाल में संरक्षण देने की नीति के कारण अमेरिका किस तरह अलग-थलग पड़ता जा रहा है, ये बात फिलस्तीन को संयुक्त राष्ट्र की पूर्ण सदस्यता देने के प्रश्न पर महासभा में हुए मतदान से और स्पष्ट हुई है। अमेरिका के विरोध के बावजूद यह प्रस्ताव भारी बहुमत से पारित हुआ। 143 देशों ने इसका समर्थन किया, जबकि विरोध में सिर्फ...

  • क्या आप खुश है, क्या खुशी देखी?

    ख़ुशी क्या है? वह कैसी होती है? पहली बात तो यह कि ख़ुशी मेरा, आपका, किसी का भी स्थाई भाव नहीं होती। वह आती है और चली जाती है, मिलती है और छिन जाती है। क्या ऐसा कोई है जो हमेशा खुश रहता हो? मसखरे तक हमेशा खुश नहीं रहते। यदि हम ध्यान से देखें तो उनके मुखौटे के पीछे हमें हमेशा आनंद से चमकती आँखें नजर नहीं आएंगी। खुशी का आज यह विषय ताजा वर्ल्ड हैप्पीनेस रिपोर्ट से है। यह रिपोर्ट हमें बहुत कुछ बताती है और जो वह बताती है वह डरावना है। दुनियादारी को महत्व देने वाल...

  • दो समझौतों से उम्मीद

    अतीत में बड़े देशों ने जलवायु परिवर्तन को गंभीरता से नहीं लिया, जिसकी भारी कीमत दुनिया को चुकानी पड़ रही है। जलवायु परिवर्तन के दुष्प्रभाव अब वर्तमान पीढी को अपने जीवनकाल में ही भुगतने पड़ रहे हैँ। क्या अब दुनिया इस मसले को गंभीरता से लेगी? अगले 30 नवंबर से दुबई में शुरू होने वाले संयुक्त राष्ट्र जलवायु सम्मेलन से ठीक पहले दो समझौतों से उम्मीद बंधी है कि ग्लोबल वॉर्मिंग को रोकने की दिशा में अब कुछ प्रगति हो सकेगी। इनमें एक समझौता अमेरिका और चीन के बीच हुआ है, जो दुनिया में कार्बन गैसों के सबसे बड़े दो...

  • अब अमेरिका को आईना!

    जयशंकर ने ना सिर्फ कनाडा को सख्त संदेश दिया, बल्कि अमेरिका को भी आईना दिखाने की कोशिश की। जयशंकर के भाषण ऐसी कई बातें आईं, जो अक्सर आजकल चीनी राजनयिकों के भाषणों में सुनने को मिलती हैं। संयुक्त राष्ट्र में विदेश मंत्री एस जयशंकर के संबोधन का लब्बोलुआब संभवतः यह है कि भारत ने पश्चिमी देशों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। जयशंकर ने वहां से ना सिर्फ कनाडा को सख्त संदेश दिया, बल्कि अमेरिका को भी आईना दिखाने की कोशिश की। जयशंकर के भाषण ऐसी कई बातें आईं, जो अक्सर आजकल चीनी राजनयिकों के भाषणों में सुनने को मिलती...

  • सूडान से एक लाख लोग का पलायन, युद्ध विराम कल से लागू

    जेनेवा। संयुक्त राष्ट्र (United Nations) के अनुसार सूडान (Sudan) में पिछले महीने की 15 तारीख से प्रतिद्वंद्वी सैन्य गुटों के बीच संघर्ष के बाद से एक लाख से अधिक लोग सूडान से पलायन कर गए हैं। तीन लाख चौंतीस हजार से अधिक लोग देश के भीतर ही विस्थापित हैं। सूडान में संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार कोऑर्डिनेटर अब्दो डिंग ने कहा कि दो हफ्ते से अधिक के भीषण गृह युद्ध के कारण देश के मानवीय संकट ने भारी आपदा का रूप ले लिया है। इस बीच, राजधानी खारतूम में सेना और पैरा-मिलिटरी रैपिड सपोर्ट फोर्सेस (Rapid Support Forces ) के बीच युद्ध...

  • यूएनः सवाल और भी हैं

    यूक्रेन संकट में संयुक्त राष्ट्र की भूमिका हाशिये पर चली गई है। ऐसे में जयशंकर के वाजिब सवाल दुनिया का ध्यान शायद ही खींच पाएंगे, क्योंकि इस समय हर विवेकशील व्यक्ति की असली चिंता है संयुक्त राष्ट्र की बढ़ रही अप्रासंगिकता।   विदेश मंत्री एस जयशंकर ने संयुक्त राष्ट्र के मौजूदा ढांचे पर वाजिब सवाल उठाए हैं। उनकी इस बात से शायद ही कोई असहमत होगा कि यह ढांचा वर्तमान विश्व का उचित प्रतिनिधित्व नहीं करता। मसलन, इसकी सुरक्षा परिषद में अफ्रीका और लैटिन अमेरिका की स्थायी नुमाइंदगी नहीं है। उधर इस वर्ष यह विसंगति भी सामने आएगी कि दुनिया में...

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