Wednesday

30-04-2025 Vol 19

संपादकीय

थोड़ी संवेदनशीलता दिखाइए

थोड़ी संवेदनशीलता दिखाइए

नेपाली छात्रा प्रकृति की आत्म हत्या से उठे विवाद पर वहां के प्रशासन ने जैसा असंवेदनशील रुख अपनाया
बने रहेंगे वही सवाल

बने रहेंगे वही सवाल

नए मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईसी) की नियुक्ति में सरकार ने फिर अपनी इच्छा चलाई।
अलग-अलग पटरी पर

अलग-अलग पटरी पर

पिछले अगस्त में बांग्लादेश में सत्ता परिवर्तन के बाद दोनों देशों में पहली बार इस स्तर पर संवाद हुआ है।
फेल हो गया पीएलआई!

फेल हो गया पीएलआई!

नरेंद्र मोदी सररकार की अन्य कई योजनाओं की तरह प्रोडक्शन लिंक्ड इन्सेंटिव (पीएलआई) स्कीम की शुरुआत भी खूब शोर-शराबे के साथ हुई।
ठुकराए जाने की खिन्नता

ठुकराए जाने की खिन्नता

russia ukraine war : यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोमीर जेलेन्स्की का सुझाव है कि रूस से रक्षा के लिए “यूरोप की सेना” का गठन किया जाए।
बदइंतजामियों की इंतहा

बदइंतजामियों की इंतहा

delhi railway station stampede : महापर्व महाकुंभ को जन-भावनाओं के अनियंत्रित उभार का अवसर बना दिया गया है। नतीजतन, प्रयागराज जाने का रेला चल पड़ा।
ये जो रोजगार है

ये जो रोजगार है

भारत में पिछले अनेक वर्षों से जिस काम की चर्चा के साथ रोजगार पैदा होने का खूब ढिंढोरा पीटा गया है, उसकी असलियत क्या है, उस पर एक ताजा...
ज्यादा कुछ हासिल नहीं

ज्यादा कुछ हासिल नहीं

आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (एआई) के क्षेत्र में इस वक्त सर्व प्रमुख चिंता बंटते प्रतिमान हैं।
भारत सरकार की सफलता?

भारत सरकार की सफलता?

अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने अपने अटार्नी जनरल को विदेश भ्रष्ट आचरण अधिनियम (एफसीपीए) के तहत जारी तमाम मुकदमों की समीक्षा का आदेश दिया है।
झटकों के बीच यात्रा

झटकों के बीच यात्रा

अमेरिका ने अवैध आव्रजकों को जिस अपमानजनक ढंग से भारत लौटाया, उससे देश में नरेंद्र मोदी सरकार की भारी किरकिरी हुई।
सॉफ्ट पॉवर पर डंडा

सॉफ्ट पॉवर पर डंडा

अमेरिकी अंतरराष्ट्रीय विकास सहायता एजेंसी (यूएसएड) की फंडिंग रोकने के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के फैसले से देश के कूटनीतिक और लिबरल हलकों में मची बेचैनी को समझा जा सकता...
नया चुनाव ही रास्ता

नया चुनाव ही रास्ता

आखिरकार भारतीय जनता पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह को हटाने पर राजी हुआ।
‘नई’ राजनीति की इतिश्री?

‘नई’ राजनीति की इतिश्री?

delhi election bjp तमाम संकेत हैं कि ‘आप’ ने जो वोट हासिल किए, उनमें ज्यादातर हिस्सा गरीब तबकों का है।
नौ दिन में ढाई कोस!

नौ दिन में ढाई कोस!

rahul gandhi: नौ दिन चले ढाई कोस- यह आम कहावत है। फिलहाल, यह दिल्ली में कांग्रेस पर लागू होती दिखी है।
क्रूर और अपमानजनक

क्रूर और अपमानजनक

illegal immigrants: किसी देश में किसी को अवैध रूप से रहने का अधिकार है, यह तर्क कोई विवेकशील व्यक्ति नहीं दे सकता।
भरोसा बना नहीं है

भरोसा बना नहीं है

budget 2025: केंद्र ने अगले साल के बजट में उपभोग बढ़ाने के लिए आय कर टैक्स में बड़ी छूट दी है, मगर एफएमसीजी कंपनियां इससे आश्वस्त नहीं दिखतीं।
अपना-अपना मैदान है!

अपना-अपना मैदान है!

india alliance: कांग्रेस ने सबकी पार्टी होने की अपनी पहचान गंवाते हुए जातीय राजनीति की तरफ कदम बढ़ाया। मगर उस वह मैदान खाली नहीं है।
डील मेकर डॉन

डील मेकर डॉन

Donald Trump: मेक्सिको का दावा है कि अमेरिकी हथियारों की आसानी से उपलब्धता के कारण वहां अपराध की दर बढ़ी है। डील की खबरें आते ही अमेरिकी शेयर बाजारों...
समाधान भी तो बताइए!

समाधान भी तो बताइए!

rahul gandhi speech in parliament: अच्छी बात है कि भारत की बढ़ती जा रही आर्थिक समस्याओं के बीच पक्ष और विपक्ष हकीकत से आंखें मिला रहे हैं।
काम आएगी ये तैयारी?

काम आएगी ये तैयारी?

trump tariff: भारत में ऊंचे शुल्क और अमेरिकी कंपनियों के लिए कारोबार में आने वाली मुश्किलों का उदाहरण बताया था।
आगे क्या प्रोग्राम है?

आगे क्या प्रोग्राम है?

तेलंगाना की कांग्रेस सरकार ने जातीय सर्वेक्षण कराया। सामने आए आंकड़ों को अब सार्वजनिक कर दिया गया है।
टॉल की आड़ में लूट

टॉल की आड़ में लूट

दिल्ली- नोएडा डायरेक्ट (डीएनडी) मार्ग पर टॉल वसूली में घपले पर सीएजी की रिपोर्ट और उस आधार पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला एक मिसाल है।
गतिरोध का हल नहीं?

गतिरोध का हल नहीं?

संसद में सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच खाई इतनी चौड़ी हो गई है कि उसके किसी समाधान की गुंजाइश फिलहाल नजर नहीं आती।
डायबिटीज का विकराल रूप

डायबिटीज का विकराल रूप

यह अवश्य कहा जाएगा कि डायबिटीज जिस तेजी से फैली है, उसके अनुरूप चिकित्सा सुविधाएं फैलाने के तकाजे को नजरअंदाज किया गया है।
निष्पक्ष दिखना जरूरी है

निष्पक्ष दिखना जरूरी है

ई-कॉमर्स क्षेत्र की फ्लिपकार्ट और अमेजन जैसी कंपनियों ने भारतीय कानून को तोड़ा हो, तो बेशक उन पर प्रावधान के अनुरूप सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।
क्या मणिपुर बेकाबू है?

क्या मणिपुर बेकाबू है?

मणिपुर में हफ्ते भर के अंदर जैसी हिंसा हुई है, उनसे यह सहज सवाल उठता है कि क्या इस राज्य पर किसी का नियंत्रण नहीं है?
मां लक्ष्मी कृपा करें!

मां लक्ष्मी कृपा करें!

आज प्रकाश और लक्ष्मी पूजन का दिन है। हिंदू परंपरा में लक्ष्मी धन और समृद्धि की देवी हैं। कहा जाता है कि लक्ष्मी और सरस्वती साथ-साथ नहीं चलतीं।
सोचना कांग्रेस को है

सोचना कांग्रेस को है

चुनाव की स्वच्छता पर कांग्रेस की ठोस राय क्या है? अगर देश में स्वच्छ चुनाव नहीं हो रहे, तो इस प्रश्न पर उसकी तैयारी क्या है?
जो लोग बेजुबान हैं

जो लोग बेजुबान हैं

गनीमत है कि मुंबई के बांद्रा टर्मिनस स्टेशन पर एक ट्रेन में चढ़ने की धक्का-मुक्की के दौरान मची भगदड़ में 10 मजदूरों के घायल होने की खबर मीडिया की...
जापान में सियासी भूकंप

जापान में सियासी भूकंप

जापान में नए प्रधानमंत्री शिगेरु इशिबा का मध्यावधि चुनाव कराने का दांव उलटा पड़ा। लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी (एलडीपी) के नेतृत्व वाले सत्ताधारी गठबंधन ने 15 साल बाद बहुमत गंवा...
मायूस हैं रिटेल निवेशक?

मायूस हैं रिटेल निवेशक?

गुजरे हफ्ते दक्षिण कोरियाई कार कंपनी ह्यूंदै ने भारतीय शेयर बाजार का सबसे बड़ा आईपीओ लॉन्च किया।
दो पैमाने, दो निष्कर्ष

दो पैमाने, दो निष्कर्ष

बीते हफ्ते के आरंभ में वैश्विक गरीबी पर में विश्व बैंक की रिपोर्ट आई। सप्ताहांत में संयुक्त राष्ट्र ने इसी संबंध में अपनी रिपोर्ट जारी की।
क्वॉड बना किसलिए है?

क्वॉड बना किसलिए है?

दुनिया क्वॉड को इसी रूप में जानती है कि यह इस समय अमेरिका की तरफ से चीन को घेरने के लिए बनाए जा रहे अनेक समूहों में से एक...
मध्य-पूर्व में क्या हल?

मध्य-पूर्व में क्या हल?

मध्य-पूर्व में युद्ध इजराइल- फिलस्तीन की सीमा से निकल कर क्षेत्रीय रूप ग्रहण कर चुका है।
भारत में साइबर अपराध

भारत में साइबर अपराध

वर्धमान ग्रुप के 82 वर्षीय चेयरमैन के साथ हुई घटना ने भारत में बढ़ते साइबर अपराध की ओर ध्यान खींचा है।
संवाद से अजीब डर

संवाद से अजीब डर

समझना मुश्किल है कि शांतिपूर्ण ढंग से अपनी शिकायतें सरकार तक पहुंचाने दिल्ली आए सोनम वांगचुक और उनके समर्थकों को क्यों सिंघु बॉर्डर पर हिरासत में ले लिया गया?
संवैधानिक भावना पर बल

संवैधानिक भावना पर बल

ऐसा लगता है कि उन पार्टियों को भी, जो कभी संवैधानिक भावना के अनुरूप धर्मनिपरपेक्षता की बात करती थीं, हिंदुत्व की गंगा में तैरना अब अधिक फायदेमंद लगता है।
नीतिन गडकरी की साफगोई

नीतिन गडकरी की साफगोई

रेवड़ियां दूसरी सब्सिडियों के भुगतान में रुकावट की शर्त पर ही बांटी जा सकती हैं।
इस ‘सुनहरे’ दौर में!

इस ‘सुनहरे’ दौर में!

क्रिकेट प्रबंधन पर यह भारत के वर्चस्व का दौर है। बोलचाल में यह जुमला आम है कि विश्व क्रिकेट को भारत ही चला रहा है।
ई-कॉमर्स भी चपेट में

ई-कॉमर्स भी चपेट में

खबर है कि बीते सप्ताहांत ई-कॉमर्स फेस्टिवल कमजोर रहा। अमेजन और कुछ अन्य प्लैटफॉर्म्स पर शुक्रवार से रविवार तक 40 फीसदी तक छूट के साथ उपभोक्ता सामग्रियां बेची गईं।
लोकतंत्र में सामंतवाद

लोकतंत्र में सामंतवाद

वैसे चर्चा पहले से थी, लेकिन अब तमिलनाडु के मुख्यमंत्री स्टालिन ने अपने बेटे उदयनिधि मारन को अपना औपचारिक उत्तराधिकारी घोषित कर दिया है।
भारत का ये दौर!

भारत का ये दौर!

उत्तर प्रदेश में हाथरस जिले के एक प्राइवेट स्कूल में स्कूल के प्रबंधकों ने मिल कर दूसरी कक्षा के छात्र कृतार्थ की गला घोंट कर हत्या कर दी।
आत्म-निरीक्षण की जरूरत

आत्म-निरीक्षण की जरूरत

विदेश नीति के मोर्चे पर भारत को गहरे आत्म-निरीक्षण की जरूरत है, लेकिन वर्तमान सरकार से इसकी अपेक्षा निराधार है।
जजों की बिगड़ी जुब़ान!

जजों की बिगड़ी जुब़ान!

सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि हलकी, अप्रासंगिक टिप्पणियों से ना सिर्फ जजों की नकारात्मक छवि बनती है, बल्कि पूरी न्यायपालिका प्रभावित होती है।
जब एनकाउंटर नीति हो!

जब एनकाउंटर नीति हो!

अनुज और अक्षय के मामले में समान तथ्य यह है कि जब उनका “एनकाउंटर” हुआ, वे पुलिस हिरासत में थे।
शेयर बाजार में ‘खेल’?

शेयर बाजार में ‘खेल’?

खुद सेबी कह चुका है कि एफएंडओ में ज्यादातर निवेशकों को नुकसान हुआ है।
एक का सवाल नहीं

एक का सवाल नहीं

श्रम मंत्री ने कहा है कि अन्ना की मौत के मामले की जांच शुरू हो चुकी है और सात से 10 दिन में रिपोर्ट आ जाएगी।
अच्छे इरादे का इज़हार

अच्छे इरादे का इज़हार

संयुक्त राष्ट्र महासभा में ‘भविष्य के लिए संधि’ को मंजूरी मिल गई है। 21वीं सदी की चुनौतियों का सामना करने के लिए इस संधि में दुनिया को एकजुट करने...