nayaindia United States presidential election अमेरिका में ट्रंप लहर?

अमेरिका में ट्रंप लहर?

न्यूयॉर्क टाइम्स के सर्वेक्षण के मुताबिक तो छह बैटलग्राउंड राज्यों में पांच में ट्रंप काफी अंतर से बढ़त बना चुके हैँ। टीवी चैनल सीबीएस के एक सर्वे में 59 प्रतिशत लोगों ने कहा कि ट्रंप राष्ट्रपति बने, तो उनकी आर्थिक स्थिति बेहतर हो जाएगी।

 न्यूयॉर्क टाइम्स के सर्वेक्षण के मुताबिक तो छह बैटलग्राउंड राज्यों में पांच में ट्रंप काफी अंतर से बढ़त बना चुके हैँ। टीवी चैनल सीबीएस के एक सर्वे में 59 प्रतिशत लोगों ने कहा कि ट्रंप राष्ट्रपति बने, तो उनकी आर्थिक स्थिति बेहतर हो जाएगी।

दो ताजा चुनाव पूर्व सर्वेक्षणों ने अमेरिका के लिबरल खेमे की नींद उड़ा दी है। ये दोनों सर्वेक्षण अगले राष्ट्रपति चुनाव से ठीक एक वर्ष पहले किए गए। अगले अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान 2024 में पांच नवंबर को होगा। उससे एक साल पहले सूरत यह है कि जनमत की राय में पूर्व राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के मुकाबले राष्ट्रपति जो बाइडेन पिछड़ते नजर आ रहे हैं। न्यूयॉर्क टाइम्स के सर्वेक्षण के मुताबिक तो छह बैटलग्राउंड राज्यों में पांच में ट्रंप काफी अंतर से बढ़त बना चुके हैँ। टीवी चैनल सीबीएस के एक सर्वे में 59 प्रतिशत लोगों ने कहा कि ट्रंप राष्ट्रपति बने, तो उनकी आर्थिक स्थिति बेहतर हो जाएगी। बाइडेन के पक्ष में ऐसी बात सिर्फ 37 प्रतिशत लोगों ने कही। अमेरिकी प्रणाली के मुताबिक राष्ट्रपति का निर्वाचन राज्यों से इलेक्ट्रॉल कॉलेज में चुने जाने वाले प्रतिनिधियों के आधार पर होता है।

अमेरिकी राजनीति में ध्रुवीकरण ऐसा है कि छह या सात राज्यों में असल मुकाबला होता है। बाकी राज्यों का नतीजा पहले से तय मान कर चला जाता है। जो बाइडेन डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार होंगे, यह तय है। ट्रंप अभी औपचारिक रूप से रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार नहीं चुने गए हैं। लेकिन उनकी लोकप्रियता के आगे उस पार्टी में कोई टिकता नजर नहीं आता। इसलिए उनकी उम्मीदवारी भी पक्की मान कर चली जा रही है। बाइडेन की मुश्किल उनकी पार्टी के नेता रहे रॉबर्ट कैनेडी और प्रतिष्ठित बुद्धिजीवी प्रो. कॉर्नेल वेस्ट ने भी बढ़ा रखी है। कैनेडी ने अपने को डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवारी पाने की होड़ में उतारा था। लेकिन पार्टी नेतृत्व ने इस बार उम्मीदवारों के बीच बहस का आयोजन करने से इनकार कर दिया। तब कैनेडी ने निर्दलीय उम्मीदवार बनने का एलान कर दिया। उधर प्रो. वेस्ट ग्रीन पार्टी की तरफ से मैदान में उतरे हैं। गाजा में इजराइली अत्याचार को अमेरिका के समर्थन से नाराज डेमोक्रेटिक पार्टी समर्थक प्रगतिशील तबकों का एक बड़ा हिस्सा प्रो. वेस्ट की तरफ झुकता नजर आ रहा है। उधर बाइडेन की आर्थिक नीतियों से खफा मतदाताओं का एक हिस्सा कैनेडी की तरफ जा सकता है। इससे बाइडेन की मुश्किलें बढ़ी हैँ।

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