नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ईडी के आठवें समन पर भी सोमवार को पूछताछ के लिए नहीं गए। लेकिन उन्होंने इस बार ईडी से कहा कि वे पूछताछ के लिए तैयार हैं और एजेंसी 12 मार्च के बाद किसी दिन उनस पूछताछ कर सकती है।
हालांकि साथ ही उन्होंने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए एजेंसी के सामने पेश होकर सवालों के जवाब देने की इजाजत मांगी। लेकिन एजेंसी ने यह राहत उनको नहीं दी। ईडी ने कहा कि वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए पूछताछ का प्रावधान नहीं है। ईडी इस मामले में केजरीवाल से आमने सामने पूछताछ करना चाहती है।
ईडी के आठवें समन के जवाब में चार मार्च को पूछताछ के लिए नहीं जाने पर आम आदमी पार्टी के नेता सौरभ भारद्वाज ने कहा- हमारा स्टैंड वही है, समन गैरकानूनी है। बीजेपी वाले बहुत दिन से कह रहे थे कि अरविंद केजरीवाल सवालों के जवाब क्यों नहीं दे रहे। अरविंद केजरीवाल ने साफ कर दिया कि उनको सवालों के जवाब देने में कोई दिक्कत नहीं है इसलिए ईडी को ये जवाब भेजा।
भारद्वाज ने कहा- केजरीवाल ने पहले लिखित में सवालों के जवाब देने की बात कही तो अब वीडियो कांफ्रेंसिंग की बात कही। अगर ईडी को इसमें भी दिक्कत है तो इसका मतलब ईडी या तो अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार करना चाहती है या उनको अपमानित करना चाहती है।
सौरभ भारद्वाज ने कहा- सुप्रीम कोर्ट में भी वीडियो कांफ्रेंस से सुनवाई होती है तो क्या ईडी सुप्रीम कोर्ट से भी बड़ी हो गई? गौरतलब है कि अरविंद केजरीवाल ने ईडी के आठवें समन के जवाब में ये भी कहा कि हालांकि ये समन गैरकानूनी है, फिर भी वे जवाब देने को तैयार हैं।
इससे पहले भी ईडी ने केजरीवाल को सात समन जारी किए थे, लेकिन उन्होंने इन समन को अवैध बताया था और केंद्रीय एजेंसी के सामने पेश नहीं हुए थे। उनका कहना है कि एजेंसी को समन जारी करने से पहले इस मामले में अदालत के फैसले का इंतजार करना चाहिए। ईडी ने खुद ही पांचवें समन के बाद अदालत से शिकायत की थी, जिसमें केजरीवाल को 16 मार्च को अदालत के सामने पेश होना है।