श्रीनगर। रविवार यानी 31 मार्च को दिल्ली के रामलीला मैदान की रैली में एक साथ शामिल होने के तीन दिन बाद ही पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी यानी पीडीपी की प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने कश्मीर घाटी की तीनों सीटों पर लड़ने का ऐलान कर दिया है।
गौरतलब है कि फारूक अब्दुल्ला की पार्टी नेशनल कांफ्रेंस ने पहले ही इन तीनों सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया था। गौरतलब है कि ये दोनों नेता रविवार को विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ की रैली में शामिल हुए थे, जिसमें सबके मिल कर लड़ने का संकल्प जताया गया था।
बुधवार को महबूबा मुफ्ती की पार्टी ने कश्मीर घाटी की तीन लोकसभा सीटों पर पार्टी प्रत्याशी उतारने का ऐलान किया। इसका मतलब है कि पीडीपी और नेशनल कांफ्रेंस एक दूसरे के खिलाफ लड़ेंगे।
तीनों सीटों पर लड़ने की घोषणा करते हुए महबूबा मुफ्ती ने कहा- नेशनल कांफ्रेंस ने कश्मीर की तीनों सीटों पर चुनाव लड़ने का एकतरफा फैसला किया है। हम भी इन सीटों पर चुनाव लड़ेंगे। जम्मू की दो सीटों पर चुनाव लड़ने पर जल्द ही फैसला करेंगे।
उन्होंने कहा कि नेशनल कांफ्रेंस ने अनंतनाग-राजौरी से मियां अल्ताफ को अपना उम्मीदवार बनाया है। उमर अब्दुल्ला ने हमारे लिए कोई विकल्प नहीं छोड़ा। इसलिए हमने ये फैसला किया।
महबूबा मुफ्ती ने कहा- जम्मू कश्मीर में राजनीतिक दलों का एकजुट रहना समय की मांग है। लेकिन नेशनल कांफ्रेंस नेतृत्व का रवैया दुखदायी है। मुंबई में ‘इंडिया’ की बैठक हुई थी। मैंने कहा था फारूक अब्दुल्ला हमारे वरिष्ठ नेता हैं।
वह सीट बंटवारे पर फैसला लेंगे और न्याय करेंगे। मुझे उम्मीद थी कि वे अपने निजी हितों को एक तरफ रख देंगे। लेकिन नेशनल कांफ्रेंस ने कश्मीर में सभी तीन सीटों पर एकतरफा चुनाव लड़ने का फैसला किया। उन्होंने कहा- जिस तरह उमर अब्दुल्ला ने हमें विश्वास में लिए बिना फैसले की घोषणा की। इससे मेरे कार्यकर्ताओं को दुख पहुंचा और उनका दिल टूट गया।