Wednesday

30-04-2025 Vol 19

चक्रवाती तूफान दाना से निपटने की तैयारियां

310 Views

भुवनेश्वर। अंडमान सागर से उठा चक्रवाती तूफान दाना बड़ी तेजी से बंगाल की खाड़ी की तरफ बढ़ रहा है। 24 अक्टूबर की रात या 25 अक्टूबर की सुबह यह ओडिशा के समुद्र तट से टकराएगा। उस समय हवा की रफ्तारर 120 किलोमीटर प्रति घंटा से ज्यादा होने की संभावना है। इस तूफान से बड़े नुकसान की आशंका है। ओडिशा के साथ साथ पांच और राज्यों में इसका असर दिखेगा। तूफान के असर से बचाने के लिए करीब 10 लाख लोगों को उनके घरों से निकाल कर सुरक्षित जगहों पर ले जाया गया है।

चक्रवाती तूफान का असर ओडिशा, पश्चिम बंगाल, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और पुड्डुचेरी में दिखेगा। लेकिन मौसम विभाग के अनुसार तूफान का सबसे ज्यादा असर ओडिशा पर पड़ेगा। राज्य के आधे हिस्से में इसका बहुत ज्यादा प्रभाव देखने को मिलेगा। तूफान अभी पांच सौ किलोमीटर दूर है, लेकिन 13 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से आगे बढ़ रहा है। मौसम विभाग ने तूफान दाना के 24 अक्टूबर की सुबह तक बंगाल की खाड़ी में गंभीर चक्रवाती तूफान में बदलने की आशंका जताई है।

यह तूफान 24 अक्टूबर की रात से 25 अक्टूबर की सुबह तक कभी भी ओडिशा के पुरी जिले और पश्चिम बंगाल के सागर नाम के टापू के बीच टकरा सकता है। इस दौरान हवा की रफ्तार 120 किलोमीटर होगी। तूफान से निपटने के लिए ओडिशा ने राष्ट्रीय आपदा राहत बल यानी एनडीआरएफ और डिजास्टर रिलीफ फोर्स यानी ओडीआरएफ के साथ साथ फायर ब्रिगेड की 288 टीमें तैनात की हैं। तूफान के गंभीर असर की आशंका वाले 14 जिलों के सभी स्कूल, कॉलेज की 25 अक्टूबर तक छुट्टी की गई है। इन जिलों के 10 लाख लोगों को सुरक्षित जगहों पर ले जाया गया है।

तूफान की गंभीरता को देखते हुए सरकारी कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द की गई हैं। राज्य ने एनडीआरएफ की अतिरिक्त टीमें भी मांगी हैं। ओडिशा में डेढ़ सौ और बंगाल में करीब दो सौ ट्रेनें रद्द की गई हैं। पुरी में तीन हजार से ज्यादा पर्यटकों को वापस घर भेजा गया है और होटल बुकिंग अगले चार दिनों तक रोक दी गई है। तूफान की वजहो से ओडिशा सिविल सेवा परीक्षा, 2023 की प्रारंभिक परीक्षा आगे बढ़ा दी गई है। यह परीक्षा 27 अक्टूबर को होनी थी।

मोहन कुमार

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *