Sunday

15-06-2025 Vol 19

भाजपा सरकार में बिचौलिए हावी : अखिलेश यादव

446 Views

लखनऊ। समाजवादी पार्टी (SP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने कहा कि भाजपा सरकार (BJP Government) में बिचौलिए हावी हैं। किसानों को उनकी फसलों की एमएसपी नहीं मिल रही है। सरकार किसानों को समय से खाद बीज और बिजली नहीं उपलब्ध करा रही है अभी तक पिछले पेराई सत्र का गन्ना भुगतान नहीं हुआ। अखिलेश यादव ने शनिवार को जारी बयान में कहा कि भाजपा सरकार (BJP Government) किसानों को छल रही है। किसानों के सभी कर्ज माफ नहीं किए गए। किसानों को सिंचाई के लिए बिजली मुफ्त क्यों नहीं की गई? 

इस सत्र में अभी तक गन्ना मूल्य की घोषणा नहीं हुई। कहा कि भाजपा राज में पूरे साल किसान तबाह रहे। सूखा, बारिश के संकट से जूझते किसान को खेती की बढ़ती लागत और सरकार द्वारा मिल रही घोर उपेक्षा का भी सामना करना पड़ा। वायदा किया गया था कि किसान की आय दुगनी की जाएगी, उसे मुफ्त बिजली, सिंचाई (Free Electricity Irrigation) का लाभ मिलेगा लेकिन किसानों पर कर्ज और आर्थिक तंगी की सौगात जिसने उसे आत्महत्या (Suicide) को मजबूर कर दिया। आखिर किसान के साथ यह धोखा कितने दिन और चलेगा? 

कहा भाजपा हमेशा किसान और गरीब विरोधी रही है। वह पूंजीघरानों को संरक्षण देने वाली नीतियां बनाती है। पिछले आठ सालों से वह किसानों को सिर्फ सपने दिखाती रही है। भाजपा सरकार (BJP Government) के सत्ता में आने के बाद से महंगाई दोगुनी हो गई। छुट्टा और आवारा पशुओं ने किसानों की फसल को तहस-नहस कर फसल को बर्बाद कर दिया है। किसानों के लिए यह विकराल समस्या है। किसान पूरी रात जाग कर अपनी फसल की रखवाली करने को मजबूर है। इस कड़ाके की ठंड में कई किसानों की मौतें भी हो चुकी है। बोले कि तीन महीने से अधिक समय से गन्ना पेराई चल रही है। परन्तु सरकार एवं मिल मालिकों द्वारा गन्ना किसानों का शोषण जारी है। सरकार ने 15 दिनों में गन्ना किसानों के बकाया भुगतान का वादा किया था। गन्ना शुगर कंट्रोल एक्ट (Sugarcane Sugar Control Act) के मुताबिक 14 दिन में भुगतान न होने पर उस पर ब्याज भी देय होता है। (आईएएनएस)

NI Desk

Under the visionary leadership of Harishankar Vyas, Shruti Vyas, and Ajit Dwivedi, the Nayaindia desk brings together a dynamic team dedicated to reporting on social and political issues worldwide.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *