नई दिल्ली। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की ओर से विपक्षी एकता की जरूरत और कांग्रेस की भूमिका पर दिए बयान को लेकर कांग्रेस ने रविवार को जवाब दिया। कांग्रेस ने कहा कि इस बारे में रायपुर में होने वाले अधिवेशन पर विचार किया जाएगा। लेकिन साथ ही कांग्रेस ने नीतीश के ऊपर तंज भी किया। पार्टी ने कहा कि भाजपा के संबंध के मामले में कांग्रेस का दोहरा रवैया नहीं है, जैसा कि कई विपक्षी पार्टियों का है। कांग्रेस का इशारा इस ओर था कि नीतीश की पार्टी सहित कई विपक्षी पार्टियां पहले भाजपा के साथ रह चुकी हैं।
गौरतलब है कि नीतीश कुमार ने शनिवार को सीपीआई माले के अधिवेशन में कहा था कि विपक्षी एकता बनाने का फैसला कांग्रेस को करना है। उन्होंने यह भी कहा था कि विपक्ष एकजुट हो जाए तो भाजपा को अगले चुनाव में एक सौ सीट से नीचे समेटा जा सकता है। उनके बयान पर जवाब देते हुए कांग्रेस महासचिव और संचार विभाग के प्रमुख जयराम रमेश ने कहा कि इस प्रस्ताव पर पार्टी में विचार होगा। उन्होंने यह भी कहा कि विपक्षी एकता के मामले में कांग्रेस अपनी भूमिका जानती है।
जयराम रमेश ने कहा- बीजेपी पर पार्टी का डबल स्टैंडर्ड नहीं है, जैसा कि कई विपक्षी पार्टियों का है। रमेश ने यह भी कहा कि कांग्रेस के बिना विपक्ष की एकता असंभव है। उन्होंने कहा कि भाजपा के खिलाफ लड़ने के लिए विपक्ष को कांग्रेस की जरूरत है। बताया जा रहा है कि रायपुर में 24 से 26 जनवरी तक होने वाले महाधिवेशन में इस बारे में चर्चा होगी। पार्टी इस बैठक में विपक्षी एकता को लेकर सिद्धांत तय कर सकती है। ध्यान रहे राहुल गांधी अपनी भारत जोड़ो यात्रा में कई बार कह चुके हैं कि विपक्ष को एक साथ आना होगा। उन्होंने यह भी कहा था कि विपक्षी पार्टियों में अभी मतभेद है लेकिन सभी पार्टियां साथ आ सकती हैं।