चेन्नई। अगले लोकसभा चुनाव में विपक्षी पार्टियों की एकता और प्रधानमंत्री पद के दावेदार को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बड़ा बयान दिया है। खड़गे ने एक तरह से कांग्रेस की दावेदारी से पीछे हटते हुए कहा है कि कांग्रेस ने कभी नहीं कहा कि प्रधानमंत्री कौन बनेगा। उन्होंने एक बार फिर अपनी बात दोहराई कि अगले लोकसभा चुनाव में सभी विपक्षी पार्टियों को एक साथ आना चाहिए। हालांकि कांग्रेस के कई नेता कह चुके हैं कि विपक्ष का नेतृत्व कांग्रेस करेगी और राहुल गांधी प्रधानमंत्री बनेंगे।
चेन्नई में डीएमके नेता और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के 70वें जन्मदिन के मौके पर जुटी दूसरी विपक्षी पार्टियों के नेताओं ने भी विपक्षी एकता की बात कही। नेशनल कांफ्रेंस के फारूक अब्दुल्ला ने भी प्रधानमंत्री पद की बात छोड़ते हुए कहा कि कई नेता हैं, जो अगले चुनाव में प्रधानमंत्री मोदी को चुनौती दे सकते हैं। उन्होंने एमके स्टालिन से भी कहा है कि उनको राष्ट्रीय नेतृत्व करना चाहिए। उन्होंने खड़गे को संबोधित करते हुए कहा कि अभी यह बात छोड़ते हैं कि कौन पीएम बनेगा। पहले चुनाव जीतते हैं फिर तय करेंगे कि कौन पीएम बने।
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के 70वें जन्मदिन की जनसभा में हिस्सा लेने के लिए खड़गे भी चेन्नई पहुंचे थे। वहां उन्होंने मंच से कहा कि सभी समान विचारधारा वाले विपक्षी दलों को विभाजनकारी ताकतों के खिलाफ एक साथ आना चाहिए। खड़गे ने कहा- मैंने कभी नहीं कहा कि कौन नेतृत्व करेगा या कौन पीएम बनेगा? यह सवाल नहीं है। हम एकजुट होकर लड़ना चाहते हैं, यही हमारी इच्छा है।
कांग्रेस अध्यक्ष ने डीएमके के मंच से कहा- तमिलनाडु में कांग्रेस-डीएमके गठबंधन ने 2004, 2009 में लोकसभा और 2006 और 2021 में विधानसभा जीत का नेतृत्व किया। हमें यूपीए गठबंधन के लिए 2024 की लोकसभा जीत के लिए अपने गठबंधन और नेतृत्व की नींव को मजबूत करना जारी रखना चाहिए। खड़गे ने कहा कि भाजपा सरकार की विफलता के कारण 23 करोड़ से अधिक लोग गरीबी रेखा से नीचे धकेल दिए गए हैं। आम आदमी महंगाई से परेशान है, युवा बेरोजगारी से प्रभावित है, लेकिन बीजेपी चुनाव जीतने के लिए समाज के ध्रुवीकरण में दिलचस्पी रखती है।