इंफाल। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मणिपुर के लोगों से शआंति की अपील की है। उन्होंने गुरुवार को एक प्रेस कांफ्रेंस की, जिसमें ऐलान किया कि राज्य में तीन मई से हुई हिंसा की जांच हाई कोर्ट के रिटायर जज से कराई जाएगी। गौरतलब है कि तीन मई को भड़की हिंसा में अब तक 80 लोगों की जान जा चुकी है। इस बीच राज्य के पुलिस प्रशासन में बड़ी फेरबदल हुई है। पुलिस प्रमुख पी डोंगल को हटा दिया गया है और उनकी जगह राजीव सिंह को नियुक्त किया गया है।
हिंसाग्रस्त मणिपुर में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हिंसा प्रभावित इलाकों का दौरा किया और कुकी व मैती दोनों समुदाय के लोगों से मुलाकात की। वे राहत शिविरों में भी गए। गुरुवार को एक प्रेस कांफ्रेंस में उन्होंने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की। अमित शाह ने कहा- हाईकोर्ट के रिटायर जज से हिंसा की जांच कराई जाएगी। इसके लिए एक कमेटी का गठन किया जाएगा। इसके अलावा हिंसा से जुड़े छह मामलों की जांच सीबीआई करेगी।
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा- मणिपुर हाई कोर्ट के एक जल्दबाजी भरे फैसले की वजह से यहां हिंसा हुई है। गौरतलब है कि 29 अप्रैल को हाई कोर्ट ने मैती समुदाय को एसटी में शामिल करने पर विचार करने के आदेश दिए थे। शाह ने अपनी प्रेस कांफ्रेंस में मणिपुर के लोगों से कहा कि अफवाहों पर ध्यान न दें। उन्होंने कहा- हथियार रखने वालों को पुलिस के सामने सरेंडर करना होगा। कल से सर्च ऑपरेशन शुरू होगा। अगर किसी के पास हथियार मिले तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
अमित शाह ने कहा- मणिपुर की गवर्नर की अध्यक्षता में शांति समिति बनाई जाएगी। हम यह विश्वास दिलाना चाहते हैं कि जांच में पक्षपात नहीं होगा। उन्होंने कहा- हिंसा में मारे गए लोगों को पांच लाख मणिपुर सरकार और पांच लाख रुपए केंद्र सरकार देगी। वहीं, हिंसा में घायल लोगों और जिनकी संपत्ति का नुकसान हुआ है उनके लिए शुक्रवार को गृह मंत्रालय राहत पैकेज जारी करेगा। इससे पहले शाह ने बुधवार को इंफाल में एक राहत शिविर का दौरा किया था।