इस्लामाबाद। पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति जनरल परवेज मुशर्रफ का 79 साल की उम्र में दुबई में निधन हो गया। पाकिस्तानी मीडिया की तरफ से इस खबर की पुष्टि की गई है। परवेज मुशर्रफ काफी वक्त से अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती थे। साल 2001-2008 तक मुशर्रफ पाकिस्तान के राष्ट्रपति रहे और उससे पहले वे पाकिस्तानी सेना के प्रमुख थे। उनके सेना प्रमुख रहते कारगिल में पाकिस्तानी सैनिकों ने घुसपैठ की थी और कारगिल युद्ध हुआ था।
बहरहाल, ‘द एक्सप्रेस ट्रिब्यून’ की खबर के मुताबिक, 79 साल के मुशर्रफ एमिलॉयडोसिस नामक बीमारी से पीड़ित थे। इस बीमारी में पूरे शरीर के अंगों और ऊत्तकों में एमिलॉयड नामक एक असामान्य प्रोटीन बनता है। ‘जियो न्यूज’ ने बताया कि पाकिस्तान के सैन्य शासक रहे मुशर्रफ का दुबई में इलाज चल रहा था। मुशर्रफ का जन्म 11 अगस्त, 1943 को दिल्ली में हुआ था। मई 2016 में पाकिस्तान की एक अदालत ने उन पर देशद्रोह के आरोप लगाए थे। इसके बाद वो देश छोड़कर दुबई चले गए तो उन्हें भगोड़ा घोषित कर दिया गया।
पाकिस्तान के तत्कालीन प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने 1998 में परवेज मुशर्रफ पर भरोसा करके उन्हें पाकिस्तानी सेना का प्रमुख बनाया, लेकिन एक साल बाद ही 1999 में जनरल मुशर्रफ ने नवाज शरीफ का तख्तापलट कर दिया और तानाशाह बन गए। सत्ता संभालते ही नवाज शरीफ को परिवार समेत पाकिस्तान छोड़ना पड़ा था। सत्ता में रहते हुए जनरल मुशर्रफ ने बलूचिस्तान में आजादी की मांग करने वालों के साथ काफी बुरा सलूक किया। सैकड़ों लोगों की हत्या कर दी गई। राष्ट्रपति रहते उन्होंने भारत की भी यात्रा की थी और आगरा में भारत के साथ शिखर सम्मेलन हुआ था।