nayaindia Hiroshima G7 leaders warn China and North Korea against expanding nuclear arsenals विश्व नेताओं की चीन और उत्तर कोरिया को चेतावनी

विश्व नेताओं की चीन और उत्तर कोरिया को चेतावनी

हिरोशिमा। दुनिया के सबसे शक्तिशाली लोकतंत्रों के नेताओं ने चीन और उत्तर कोरिया को परमाणु हथियार बनाने के खिलाफ आगाह किया है। दोनों देशों को यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लादिमीर जेलेंस्की के शनिवार को हिरोशिमा पहुंचने से पहले यह चेतावनी दी गई है।

जी7 शिखर सम्मेलन (G7 summit) में एशिया पर ध्यान केंद्रित किया गया। नेताओं ने यूक्रेन पर आक्रमण के लिए रूस को दंडित करने और उसके खिलाफ लगाए गए प्रतिबंधों को कड़ा करने पर जोर दिया। जापान ने पुष्टि की कि जेलेंस्की ने वार्ता में हिस्सा लेने की अपनी ‘दृढ़ इच्छा’ के कारण हिरोशिमा आने का फैसला किया और इससे रूस के खिलाफ उनके देश की प्रतिरक्षा क्षमता मजबूत होगी।

अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) जेक सुलिवन ने कहा कि राष्ट्रपति जो बाइडन और जेलेंस्की शिखर सम्मेलन में प्रत्यक्ष बातचीत करेंगे। बाइडन प्रशासन द्वारा यूक्रेन के कुछ पायलट को एफ-16 लड़ाकू विमानों का प्रशिक्षण देने की योजना को मंजूरी देने के बाद यह घोषणा की गई। विश्व नेता हिरोशिमा में जी7 में बेहद संतुलित रवैया अपना रहे हैं, क्योंकि वे जलवायु परिवर्तन, एआई (कृत्रिम बुद्धिमता), गरीबी, आर्थिक अस्थिरता, परमाणु प्रसार और सबसे ज्यादा यूक्रेन युद्ध सहित कई ऐसी वैश्विक चिंताओं को दूर करने की कोशिश करते रहे हैं, जिन पर तत्काल ध्यान देने की जरूरत है।

इसे भी पढ़ेः समुद्री विवादों का समाधान अंतरराष्ट्रीय कानून से होः पीएम मोदी

चीन (China) की अर्थव्यवस्था दुनिया में दूसरे स्थान पर है और वह इन कई चिंताओं का केंद्र है। एशिया में इस बात की चिंता बढ़ रही है कि चीन, जो लगातार अपने परमाणु हथियार कार्यक्रम को बढ़ा रहा है, वह ताइवान को बलपूर्वक अपने कब्जे में ले सकता है, जिससे व्यापक स्तर पर एक और संघर्ष छिड़ सकता है।

चीन स्वशासित द्वीप (ताइवान) पर अपना दावा करता है और नियमित रूप से इसके पास जहाज और युद्धक विमान भेज रहा है। जी7 नेताओं ने एक बयान जारी कर आगाह किया कि चीन द्वारा ‘‘पारदर्शिता व सार्थक संवाद के बिना अपने परमाणु शस्त्रागार का विकास तेज करना वैश्विक तथा क्षेत्रीय स्थिरता के लिए चिंता का विषय है।’’

सुलिवन ने एक बयान में कहा, हम आपसी हित से जुड़े मुद्दों पर चीन के साथ सहयोग चाहते हैं। हम चीन के साथ कई क्षेत्रों में मौजूद चिंताओं को दूर करने की कोशिश करेंगे। नेताओं ने बयान में कहा कि उत्तर कोरिया, जो अमेरिका की सरजमीं को निशाना बनाने के लिए एक परमाणु कार्यक्रम को पूरा करने के प्रयास में तेजी से मिसाइलों का परीक्षण कर रहा है, उसे ‘किसी भी परमाणु परीक्षण या प्रक्षेपण सहित’ अपनी परमाणु बम (nuclear weapons) महत्वाकांक्षाओं को पूरी तरह से त्याग देना चाहिए।

बयान में कहा गया है कि अंतरराष्ट्रीय परमाणु संधियों के तहत उत्तर कोरिया (North Korea) के पास परमाणु हथियार वाले राज्य का दर्जा न तो है और न ही कभी होगा। यूरोपीय संघ (ईयू) के एक अधिकारी ने नाम उजागर न करने की शर्त पर पत्रकारों को बताया, ‘‘जेलेंस्की रविवार को दो अलग-अलग सत्रों में हिस्सा लेंगे। पहला सत्र केवल जी7 सदस्यों के साथ होगा, जो यूक्रेन में युद्ध पर केंद्रित रहेगा। वहीं, दूसरे सत्र में जी7 के साथ-साथ उन अन्य देशों के नेता शामिल होंगे, जिन्हें शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए आमंत्रित किया गया है…। इस सत्र में ‘शांति एवं स्थिरता’ के मुद्दे पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। जी7 में जापान, अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी, कनाडा और इटली के साथ ही यूरोपीय संघ भी शामिल है। (भाषा)

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

और पढ़ें