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16-06-2025 Vol 19

पदयात्रा है देश को जोड़ने के लिए तपस्या: राहुल

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कुरुक्षेत्र (हरियाणा)। कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने ‘भारत जोड़ो यात्रा’ (Bharat Jodo Yatra) को तप बताते हुए कहा है कि इस तपस्या के जरिए वह कन्याकुमारी (Kanyakumari) से कश्मीर (Kashmir) तक नफरत और डर के माहौल को खत्म कर भाईचारा एवं सौहार्द बढ़ाने का काम कर रहे हैं तथा उनकी इस यात्रा में करोड़ों लोग जुड़ रहे हैं।

श्री गांधी ने हरियाणा में कुरुक्षेत्र के नजदीक सामना में भारत जोड़ो यात्रा के बीच रविवार को संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि देश का किसान, मजदूर, छोटा कारोबारी सब तपस्वी हैं लेकिन उनके तप को महत्व नहीं दिया जा रहा है और व्यक्ति पूजा के हिमायती संगठन की सरकार में उनकी अनदेखी हो रही है। उन्होंने कहा, भारत जोड़ो यात्रा तपस्या है। इस तपस्या के जरिए मैं देश से भय,डर, नफरत समाप्त करने का काम कर रहा हूं जबकि भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party) और आर एस एस (RSS) व्यक्ति पूजा को महत्व देते हैं। उनके लिए व्यक्ति पूजा ही महत्वपूर्ण है और किसी तप तथा तपस्या से उनका कोई मतलब नहीं है।

कांग्रेस को तपस्वी संगठन बताते हुए उन्होंने कहा कि उनके यहां तपस्या से बदलाव लाया जाता है लेकिन भाजपा में पूजा को महत्व दिया जाता है और आरएसएस ऐसा संगठन है जो अपनी पूजा चाहता है इसलिए आरएसएस को भारत जोड़ो यात्रा निकाल कर ही जवाब दिया जा सकता है क्योंकि इस यात्रा में लाखों लोग तपस्या कर रहे हैं।

भाजपा और कांग्रेस में बुनियादी फर्क बताती हुई श्री गांधी ने कहा कि कांग्रेस में तपस्या को सम्मान दिया जाता है जबकि भाजपा में पूजा को अहमियत मिलती है। भाजपा डरा कर आगे बढ़ना चाहती है लेकिन कांग्रेस तपस्या कर और बिना डरे आगे बढ़ती है। उन्होंने कांग्रेस के निशान हाथ को भी भयमुक्ति का प्रतीक बताया और कहा कि हाथ का निशान अभय का प्रतीक है। उनका कहना था कि इसी तरह से गुरु नानक देव, महात्मा बुद्ध, भगवान शिव के हाथ की मुद्रा भी अभय का प्रतीक है।

उन्होंने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा का लक्ष्य देश की जनता को सच्चाई से अवगत कराना है। यात्रा का फायदा कांग्रेस को मिले या ना मिले लेकिन इसका मकसद नफरत न करो, जो आर्थिक असमानता पैदा की जा रही है और सारा धन जो दो चार लोगों के हाथ में देकर महंगाई बढाई जा रही है उसके खिलाफ यह यात्रा है। यात्रा का संदेश सब जगह पहुंच रहा है और यही वजह है की यात्रा में लगातार भीड़ जुट रही है। यात्रा को राजस्थान मध्य प्रदेश उत्तर प्रदेश और हरियाणा में जो समर्थन मिल रहा है वह अद्भुत है और लोगों के उत्साह से साफ है कि मध्य प्रदेश में हरियाणा में कांग्रेस सरकार बनाएगी और जनता के सवालों का समाधान करेगी।

श्री गांधी ने किसान को देश की रीड की हड्डी बताते हुए उन्हें संरक्षण दिए जाने की जरूरत पर बल दिया और कहा कि भाजपा एवं आरएसएस अपनी नीतियों से उन पर आक्रमण कर रही है और उसे रोका जाना चाहिए उनका कहना था कि देश में जहां भी कांग्रेस की सरकार आएगी वहां किसान को संरक्षण मिलेगा और उनकी मदद की जाएगी। न्यूनतम समर्थन मूल्य-एमएसपी को उन्होंने जरूरी बताया और कहा इस बारे में सत्ता में आने के बाद निर्णय लिया जाएगा।

उन्होंने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा के दौरान वह हजारों बच्चों से मिले और इस दौरान उन्हें महसूस हुआ कि देश के बच्चों को भरमाया जा रहा है। उनका कहना था कि जितने बच्चों सेवन मिले उनमें 90 प्रतिशत ने कहा कि वे इंजीनियर, डॉक्टर, वकील, आईएएस इत्यादि बनना चाहते हैं। इतने रोजगार देश में नहीं है इसलिए उन्हें लगा कि बच्चों से झूठ बोला जा रहा है और उनके सपनों को तोड़ने का काम हो रहा है। उनका कहना था कि रोजगार के लिए फैक्ट्रियों की जरूरत होती है, खाद्य प्रसंस्करण संस्थानों की जरूरत होती है और छोटे उद्योगों की ज़रूरत होती है जहां बड़ी संख्या में रोजगार दिया जा सकता है लेकिन यहां लघु और मझौले उद्योगों को खत्म किया गया है।

कांग्रेस नेता ने कहा,“जो छोटे कारोबारी हैं उनके काम की हत्या हो रही है। यदि छोटे उद्योगों को जिंदा रखा जाता, उन्हें तकनीकी से जोड़ा जाता तो देश में नयी औद्योगिक क्रांति आती और रोजगार के लाखों द्वार खुलते लेकिन ऐसा नहीं हुआ। कौशल विकास का सम्मान जरूरी है और जब बढ़ई, किसान, लोहार को उसके काम के लिए सम्मान दिया जाएगा तो रोजगार बड़ी संख्या में पैदा होंगे और मेड इन इंडिया एक आंदोलन बनेगा।
छत्तीसगढ़ में डर के माहौल को लेकर के पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि वहां कुछ मामले हो सकते हैं लेकिन वहां की सरकार की नीति डर की नहीं है, विभाजन की नहीं है, वहां कुछ समस्याएं हैं उनका समाधान किया जाएगा लेकिन यदि वहां कोई कमी नज़र आती है तो वह व्यक्तिगत रूप से वहां जाएंगे और जो कमियां होंगी उनके समाधान का प्रयास करेंगे।”
(वार्ता)

NI Desk

Under the visionary leadership of Harishankar Vyas, Shruti Vyas, and Ajit Dwivedi, the Nayaindia desk brings together a dynamic team dedicated to reporting on social and political issues worldwide.

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