इंफाल/कोहिमा। नगालैंड और मेघालय में 27 फरवरी को होने वाले विधानसभा चुनाव में प्रचार के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को पूर्वोत्तर के इन दोनों राज्यों के दौरे पर पहुंचे। उन्होंने दोनों राज्यों में तीन चुनावी सभाओं को संबोधित किया और कांग्रेस पर जम कर हमला बोला। उन्होंने कांग्रेस का नाम लिए बगैर कहा कि कुछ नेता ‘मोदी तेरी कब्र खुदेगी’ का नारा लगा रहे हैं, जबकि देश कह रहा है कि ‘मोदी तेरा कमल खिलेगा’।
प्रधानमंत्री मोदी ने शुक्रवार को मेघालय की राजधानी शिलांग में एक रैली में कांग्रेस नेताओं के इस नारे को लेकर तीखा हमला किया। गौरतलब है कि कांग्रेस के प्रवक्ता पवन खेड़ा को विमान में से उतार कर गिरफ्तार किए जाने का विरोध करते हुए कांग्रेस नेताओं ने दिल्ली के अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर यह नारा लगाया था। इसका जवाब देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा- आपत्तिजनक भाषा या सोच का इस्तेमाल करने वाले को देश मुंहतोड़ जवाब देगा।
उन्होंने कांग्रेस का नाम लिए बगैर कहा- जिन्हें देश ने खारिज कर दिया है, जिन्हें देश अब स्वीकार करने को तैयार नहीं है, वे अब मोदी तेरी कब्र खुदेगी के नारे लगा रहे हैं, लेकिन देश मोदी तेरा कमल खिलेगा कह रहा है। गुरुवार को दिल्ली हवाईअड्डे पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पवन खेड़ा को छत्तीसगढ़ जाने वाली गौरतलब है कि कांग्रेस के मीडिया प्रभारी पवन खेड़ा को प्रधानमंत्री के पिता का कथित रूप से अपमान करने और धार्मिक वैमनस्य पैदा करने के आरोप में असम पुलिस ने गिरफ्तार किया था। बाद में उनको जमानत पर रिहा कर दिया गया।
बहरहाल, प्रधानमंत्री ने मेघालय में पीपुल्स फर्स्ट सरकार का आह्वान करते हुए कांग्रेस पर परिवार पहले की नीति अपनाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा- आज मेघालय फैमिली फर्स्ट के बजाय पीपुल्स फर्स्ट वाली सरकार चाहता है, इसलिए आज कमल का फूल मेघालय की ताकत, शांति और स्थिरता का पर्याय बन गया है। प्रधानमंत्री मोदी ने शिलांग यात्रा में चुनावी रैली से पहले एक रोड शो किया। उन्होंने लोगों को समर्थन देने के लिए धन्यवाद दिया।म मोदी ने कहा- मैं यहां आकर धन्य हो गया हूं और रोड शो के दौरान मुझ पर बरसाए गए प्यार के लिए मैं सभी को धन्यवाद देता हूं।
प्रधानमंत्री मोदी ने नगालैंड की रैली में कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि उसने हमेशा इस प्रदेश को दिल्ली से रिमोट के जरिए चलाया। मेघालय और नगालैंड में 27 फरवरी को विधानसभा चुनाव होने हैं। वोटों की गिनती दो मार्च को होगी। त्रिपुरा में 16 फरवरी को मतदान हो चुका है। उसके वोट भी दो मार्च को गिने जाएंगे।