नई दिल्ली। शंघाई शिखर सम्मेलन यानी एससीओ की बैठक में हिस्सा लेने के लिए चीन के दौरे पर गए राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार, एनएसओ अजित डोवाल ने आतकंवाद के मसले पर दुनिया के देशों द्वारा दोहरा रवैया अपनाने का आरोप लगाया। उन्होंने पाकिस्तान का नाम लिए बगैर उसके ऊपर हमला किया और चीन सहित दूसरे देशों पर भी इशारों इशारों में दोहरा रवैया अपनाने का आरोप लगाया। डोवाल ने चीन के विदेश मंत्री वांग यी से भी मुलाकात की।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक डोवाल ने पाकिस्तान का नाम लिए बिना कहा कि सीमा पार आतंकवाद सहित, आतंकवाद का कोई भी काम मानवता के खिलाफ अपराध है। उन्होंने किसी देश का नाम लिए बगैर कहा कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में दोहरे मापदंड नहीं होने चाहिए। कुछ आतंकवादियों को अच्छा और कुछ को बुरा नहीं मानना चाहिए। गौरतलब है कि पाकिस्तान का सबसे बड़ा समर्थक चीन है। वह अंतरराष्ट्रीय मंचों पर पाकिस्तान की मदद करता है, उसे अपना सदाबहार दोस्त बताता है और भारत के साथ संघर्ष में उसने चीन की मदद की थी।
बहरहाल, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोवाल ने आतंकवाद, अलगाववाद और उग्रवाद का मुकाबला करने के लिए मिलकर सूचना साझा करने की बात भी कही। उन्होंने कहा, ‘हमें मिल कर काम करना चाहिए ताकि इन खतरों से निपटा जा सके। जानकारी साझा करने से हमें आतंकवादियों को पकड़ने और उनकी योजनाओं को विफल करने में मदद मिलेगी’। बहरहाल, चीन की राजधानी बीजिंग में डोवाल और रूसी सुरक्षा परिषद के उप सचिव अलेक्जेंडर वेनेडिक्तोव की मुलाकात हुई। डोवाल ने चीनी विदेश मंत्री वांग यी से भी मुलाकात की और भारत व चीन के संबंधों को बेहतर बनाने पर चर्चा की।