नई दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने हरियाणा के शिकोहपुर में एक विवादित ज़मीन सौदे से जुड़े धन शोधन मामले में कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाद्रा के पति रॉबर्ट वाद्रा और अन्य के खिलाफ अभियोजन शिकायत (चार्जशीट) दायर की है। सूत्रों के अनुसार, यह पहली बार है जब किसी जांच एजेंसी ने वाद्रा के खिलाफ आपराधिक आरोपों में औपचारिक आरोप पत्र दाखिल किया है। ईडी ने वाद्रा और उनकी कंपनियों से जुड़ी 43 अचल संपत्तियों को भी कुर्क किया है, जिनका कुल मूल्य लगभग 37.64 करोड़ रुपये बताया गया है।
धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत यह आरोप पत्र दिल्ली की राउज एवेन्यू अदालत में दाखिल किया गया है। इसमें वाद्रा के अलावा उनकी कंपनी स्काई लाइट हॉस्पिटैलिटी प्रा. लि., ओंकारेश्वर प्रॉपर्टीज प्रा. लि., सत्यानंद याजी, केवल सिंह विर्क समेत कुल 11 संस्थाओं को आरोपी बनाया गया है।
ईडी ने आरोप लगाया है कि वाद्रा ने 2008 में गुरुग्राम के सेक्टर 83 स्थित 3.53 एकड़ ज़मीन को फर्जीवाड़े से 7.5 करोड़ रुपये में खरीदा, और फिर 2012 में डीएलएफ को यह ज़मीन 58 करोड़ रुपये में बेची। उस वक्त हरियाणा में भूपेंद्र सिंह हुड्डा सरकार थी। इस सौदे पर उस समय विवाद खड़ा हो गया था जब वरिष्ठ आईएएस अधिकारी अशोक खेमका ने इसे नियमों के उल्लंघन का हवाला देते हुए रद्द कर दिया था।
ईडी वाद्रा के खिलाफ दो अन्य मामलों की भी जांच कर रही है— जिनमें एक हथियार डीलर संजय भंडारी से जुड़ा मामला और दूसरा बीकानेर ज़मीन सौदा मामला शामिल है।