नई दिल्ली। लगातार हो रही बारिश और बाढ़ का कहर झेल रहे राज्यों में राहत नहीं मिल रही है। पंजाब, दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के अलावा राजस्थान और हरियाणा में बाढ़ और बारिश से राहत नहीं मिल रही है। शनिवार को राजस्थान की राजधानी जयपुर में दोपहर बाद तेज बारिश हुई। राजसमंद के रिछेड़ क्षेत्र में तेज बारिश से नेशनल हाईवे 162, जो राजसमंद को जोधपुर से जोड़ता है उसका बड़ा हिस्सा बह गया। उदयपुर में आयड़ नदी का पानी कई कॉलोनियों में घुस गया।
राजधानी दिल्ली में यमुना का पानी कम हुआ है फिर भी शनिवार को भी यमुना नदी खतरे के निशान से ऊपर रही। उत्तर पूर्वी दिल्ली के सिविल लाइंस, मॉनेस्ट्री मार्केट, यमुना बाजार, वासुदेव घाट, निगम बोध घाट, मयूर विहार और कश्मीरी गेट सहित शहर के कई हिस्सों में बाढ़ जैसे हालात हैं। उधर उत्तर प्रदेश के मथुरा में कई कॉलोनियों में यमुना का पानी घुस गया है। आगरा में ताजमहल की चारदिवारी तक यमुना का पानी पहुंच गया है। इसके पीछे बना पार्क डूब गया है।
पंजाब में सबसे ज्यादा स्थिति खराब है। वहां के सभी 23 जिलों के करीब दो हजार गांव पिछले 12 दिनों से बाढ़ की चपेट में हैं। इससे करीब चार लाख लोग प्रभावित हैं। राज्य में अब करीब 50 लोगों की जान जा चुकी है और दो लाख हेक्टेयर में लगी फसल बरबाद हो गई है। हालांकि पंजाब में अगले चार दिन तक बारिश का अलर्ट नहीं है। इससे बाढ़ से राहत की संभावना है। उधर जम्मू कश्मीर में भी हालात सुधर नहीं रहे हैं। कठुआ से कश्मीर तक सैकड़ों गाड़ियां फंस गई हैं। श्रीनगर और बडगाम में भारी बारिश के बाद कई इलाकों में पानी भर गया। माता वैष्णो देवी गुफा मंदिर की तीर्थयात्रा लगातार 11 दिन से बंद है। 26 अगस्त को हुए भूस्खलन के बाद यात्रा स्थगित कर दी गई थी।