नई दिल्ली। हर साल की तरह नौ मई को रूस में होने वाले विक्ट्री डे परेड को लेकर यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने विवादित बयान दिया है। इस पर रूस ने कीव को मिट्टी में मिला देने की धमकी दी है। पहले राष्ट्रपति जेलेंस्की ने कहा कि रूस के साथ जारी युद्ध को देखते हुए यूक्रेन नौ मई की विक्ट्री डे परेड में शामिल होने मॉस्को पहुंचे किसी भी विदेशी मेहमान की सुरक्षा की कोई गारंटी नहीं दे सकता है।
गौरतलब है कि विक्ट्री डे परेड में दुनिया भर के नेता आते हैं। भारत की ओर से रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ इसमें शामिल होंगे। पहले प्रधानमंत्री के जाने की खबर थी लेकिन बाद में खबर आई कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह जाएंगे। हालांकि बाद में उनका भी कार्यक्रम रद्द हो गया। बताया जा रहा है कि पाकिस्तान के साथ चल रही तनातनी के कारण प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री का कार्यक्रम रद्द हुआ।
बहरहाल, जेलेंस्की ने कहा, “रूस में जो कुछ भी होता है, उसके लिए हम जिम्मेदार नहीं हो सकते। वो आपकी सुरक्षा के लिए जिम्मेदार हैं, हम आपको कोई गारंटी नहीं देंगे”। जेलेंस्की के इस बयान पर रूस के पूर्व राष्ट्रपति और सुरक्षा परिषद के उपाध्यक्ष दिमित्री मेदवेदेव ने कहा कि यह बयान एक तहत का उकसावा है। किसी ने भी नौ मई की परेड के लिए यूक्रेन की सुरक्षा गारंटी नहीं मांगी थी। उन्होंने कहा कि अगर यूक्रेन ने नौ मई को विक्ट्री डे परेड के दौरान मॉस्को पर हमला किया तो इस कोई भी इस बात की गांरटी नहीं ले पाएगा कि यूक्रेन की राजधानी कीव 10 मई तक सुरक्षित रह पाएगी।
गौरतलब है कि रूस दूसरे विश्व युद्ध में अपनी जीत के जश्न के तौर पर हर साल नौ मई को विक्ट्री डे परेड करता है। पुतिन ने इस परेड को देखते हुए यूक्रेन के साथ आठ मई लेकर 10 मई तक तीन दिन के सीजफायर का ऐलान किया है। इसे लेकर जेलेंस्की का कहना है कि वो रूस के साथ 30 दिन का युद्ध विराम चाहते हैं। हालांकि पुतिन पहले इससे इनकार कर चुके हैं। इस साल इस परेड में शामिल होने के लिए चीन, ब्राजील, वेनेजुएला और सर्बिया के राष्ट्राध्यक्षों सहित 20 देशों के मेहमान शामिल होंगे।