नई दिल्ली। दक्षिण पश्चिम मानसून अब लगभग पूरे देश में पहुंच गया और लगातार मानसून की बारिश हो रही है। इससे देश भर में हालात बिगड़े हैं। हिमाचल प्रदेश में बादल फटने और भूस्खलन से एनएचपीसी के एक प्रोजेक्ट को नुकसान हुआ। बुधवार को कई मजदूरों के बह जाने की खबर आई थी। एक दिन बाद गुरुवार को चार शव बरामद हुए। उधर गुजरात में सूरत, वडोदरा सहित कई इलाकों में बारिश से तबाही मची है। गुरुवार को अहमदाबाद-मुंबई हाईवे पर करीब 15 किलोमीटर लंबा जाम लग गया, जिसमें कई एंबुलेंस भी फंसी थी। मध्य प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश से नदियां उफान पर हैं और घरों में पानी घुस गया है।
हिमाचल प्रदेश में पिछले दो दिन में छह लोगों की मौत हो गई है और कई लोग बह गए हैं, जिनकी तलाश हो रही है। गुजरात के अहमदाबाद, सूरत और नवसारी जिलों में तेज बारिश हो रही है। अहमदाबाद में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। इंदौर, जबलपुर सहित मध्य प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश हो रही है। जबलपुर व विदिशा में लोगों के घरों में पानी भर गया है। उधर राजस्थान के जयपुर, सीकर, नागौर सहित आधा दर्जन जिलों में बारिश हो रही है। खबर है कि अलवर में एक बांध पर सेल्फी ले रहे युवक की डूबने से मौत हो गई।
अहमदाबाद में बारिश के पानी के बहाव में आकर एक बाइक सवार ड्रेनेज लाइन में फंस गया। नौ घंटे बाद उसका शव बरामद किया गया। वडोदरा में गुरुवार को जबरदस्त बारिश हुई। इससे शहर के नजदीक से गुजरने वाले अहमदाबाद-मुंबई हाईवे पर लंबा जाम लग गया है। बताया जा रहा है कि हाईवे पर बारिश की वजह से बड़े-बड़े गड्ढे बन गए हैं, जिनके कारण जाम लगा। सूरत में गुरुवार को लगातार चौथे दिन बाढ़ के हालात रहे। नवसारी में बुधवार को रात भर हुई बारिश के कारण कई इलाकों में बाढ़ आई है।
हिमाचल में कुल्लू के जीवा नाला में बादल फटने से सैंज घाटी में एनएचपीसी की परियोजना को नुकसान हुआ है। गौरतलब है कि बुधवार को कुल्लू और कांगड़ा में कई जगह बादल फट गए थे, जिससे नदी और नाले उफन रहे हैं। इसमें कई लोगों के बहने और लापता होने की खबर है। उत्तराखंड में केदारनाथ रूट में भारी बारिश से भूस्खलन हुआ, जिससे कई रास्ते बंद हो गए हैं और यात्री फंसे हैं। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और डीडीआरएफ ने एक हजार से ज्यादा पर्यटकों को वहां से निकाला है। जम्मू कश्मीर के कई इलाकों में भी बारिश के कारण भूस्खलन हुआ और रास्ते बंद हैं।