नई दिल्ली। कोरोना वायरस के तेजी से बढ़ते संक्रमण से भले लोगों को नहीं घबराने की सलाह दी जा रही है और बताया जा रहा है कि इसके लक्षण बहुत मामूली हैं लेकिन संक्रमण से मरने वालों की संख्या भी बढ़ रही है और नए केसेज भी तेजी से बढ़ रहे हैं। सोमवार को भारत सरकार के आंकड़ों के मुताबिक पिछले 24 घंटे में छह लोगों की मौत हुई और 203 नए केसेज मिले। नए केसेज की संख्या भले ज्यादा नहीं बढ़ी पर मौतों का आंकड़ा चिंताजनक है। देश में कोरोना के एक्टिव केसेज की संख्या 3,976 पहुंच गई है।
पिछले 24 घंटे में संक्रमण से मरने वालों का आंकड़ा इसलिए भी चिंताजनक है क्योंकि इसमें 22 साल और 25 साल के युवकों की भी मौत हुई है। दूसरी चिंता की बात यह है कि ये छह मौतें पांच अलग अलग राज्यों में हुई हैं। राजधानी दिल्ली से लेकर तमिलनाडु, केरल व महाराष्ट्र में एक एक व्यक्ति की, जबकि गुजरात में दो महिलाओं की मौत हुई है। राजधानी दिल्ली में कोरोना के संक्रमण से 22 साल के एक युवक की मौत हो गई। उसे सांस से जुड़ी पुरानी बीमारी भी थी। तमिलनाडु में 22 साल के युवक की मौत हुई।
कोरोना के मामलों में फिर तेजी आई
पिछले 10 दिन में कोरोना संक्रमण के मामलों में 15 गुना बढ़ोतरी हुई है। केरल में सबसे ज्यादा 1,435 केस हैं। वहां सोमवार को 35 नए केस आए। महाराष्ट्र एक्टिव केसेज के मामलों के मामले में दूसरे नंबर पर है। राज्य में 506 मरीज हैं। वहां सोमवार को 21 नए केसेज आए। राजधानी दिल्ली में सोमवार को सबसे ज्यादा 47 नए केसेज आए, जबकि 81 मरीज ठीक हुए। दिल्ली में अब एक्टिव केसेज की संख्या 483 हो गई है।
कोरोना से जान गंवाने वालों की संख्या 34 पहुंच गई है। सोमवार को अहमदाबाद में 18 साल की गर्भवती लड़की और 47 साल की महिला की कोरोना से जान गई। कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए कई राज्यों ने अपने यहां एडवाइजरी जारी की है और लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी है। सोमवार को दिल्ली हाई कोर्ट ने भी कहा कि कोविड महामारी अभी खत्म नहीं हुई है। अदालत ने केंद्र को कोविड सैंपल कलेक्शन, कोविड सेंटर्स और यातायात नीति की तैयारियों का ब्योरा देने को कहा।
इस बीच केंद्रीय स्वास्थ्य और आयुष राज्य मंत्री प्रतापराव जाधव ने कहा, ‘स्वास्थ्य विभाग और आयुष मंत्रालय पूरी तरह से सतर्क हैं। सभी राज्यों के हालात पर नजर रख रहे हैं। हमने संबंधित सचिवों और मंत्रियों से बातचीत की है’। उन्होंने आगे कहा कि पिछली कोविड लहरों के दौरान बने ऑक्सीजन प्लांट, आईसीयू बेड इत्यादि की समीक्षा हो चुकी है। किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयारियां जारी हैं।
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