नई दिल्ली। ऑपरेशन सिंदूर के तहत हुई सैन्य कार्रवाई के दौरान भारत सिर्फ पाकिस्तान से नहीं लड़ा था, बल्कि चीन और तुर्किए से भी लड़ा था। यह बात भारत के उप सेना प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल राहुल आर सिंह ने कही है। उन्होंने शुक्रवार को कहा कि सीमा पार तीन दुश्मनों से भारत लड़ रहा था। डिप्टी चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ लेफ्टिनेंट जनरल राहुल आर सिंह ने शुक्रवार को कहा कि पाकिस्तान मोर्चे पर था, जबकि चीन और तुर्किए हथियार और बाकी दूसरे सपोर्ट मुहैया करा रहे थे।
उप सेना प्रमुख ने एक बहुत बड़ा खुलासा यह किया कि चीन ने पाकिस्तान को हथियार दिए और उन हथियारों की टेस्टिंग के लिए भारत को लैब की तरह इस्तेमाल किया। उन्होंने कहा, ‘चीन हमारे हर रणनीतिक कदम की लाइव अपडेट पाकिस्तान के साथ शेयर कर रहा था। तुर्किए ने बैरेक्टर समेत दूसरे ड्रोन दिए। इनका इस्तेमाल हमारे खिलाफ भी किया गया’। नई दिल्ली में फिक्की के ‘न्यू एज मिलिट्री टेक्नोलॉजीस’ इवेंट में उप सेना प्रमुख ने ऑपरेशन सिंदूर के बारेर में जानकारी दी।
उन्होंने कहा, ‘ऑपरेशन सिंदूर ने हमें कई महत्वपूर्ण सबक सिखाए। यह एक ऐसा संघर्ष था, जिसने मॉडर्न वॉरफेयर की कठिनाइयों को उजागर किया। इसलिए अब हमें और मजबूत एयर डिफेंस चाहिए’। लेफ्टिनेंट जनरल राहुल सिंह ने कहा, ‘लीडरशिप का संदेश साफ था। जिस तरह से हमने कुछ साल पहले बरदाश्त किया, उसकी कोई गुंजाइश नहीं थी’। उन्होंने बताया कि टारगेट का चयन और उसे हिट करने की प्लानिंग बहुत सारे डाटा पर आधारित था। कुल 21 टारगेट की पहचान की गई, जिनमें से नौ को निशाना बनाना समझदारी समझी गई।