नई दिल्ली। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर कराने का दावा किया है। ट्रंप ने कहा है कि उन्होंने दो परमाणु शक्ति संपन्न देशों के बीच संभावित युद्ध रोक दिया। उन्होंने यह भी दावा किया है अगर वे दखल नहीं देते तो यह लड़ाई परमाणु युद्ध में बदल सकती थी। अपने आधिकारिक प्लेन एयर फोर्स वन में पत्रकारों से बात करते हुए ट्रंप ने कहा कि उन्होंने व्यापार को हथियार बनाकर दोनों देशों को तुरंत संघर्ष रोकने के लिए मजबूर किया। ट्रंप अब तक इस मुद्दे पर 12 बार बयान दे चुके हैं।
ट्रंप ने शुक्रवार को कहा, ‘मैंने कुछ ऐसा किया जिसके बारे में लोग ज्यादा बात नहीं करते, और मैं भी ज्यादा नहीं बोलता। हमने भारत और पाकिस्तान के बीच एक बड़ी संभावित परमाणु समस्या को हल किया। मैंने दोनों देशों के नेताओं से बात की। दोनों देश एक दूसरे पर हमले के लिए तैयार थे, और यह न्यूक्लियर वॉर के लेबल तक जा सकती थी’। पहली बार ऐसा हुआ कि ट्रंप ने दोनों देशों के नेताओं से खुद बात करने का दावा किया।
इससे पहले ट्रंप ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से बातचीत में भी यह दावा किया। रूस ने ट्रंप के इस दावे को दोहराया है। रूस के राष्ट्रपति पुतिन के सहयोगी यूरी उशाकोव ने कहा कि ट्रंप के सीधे दखल देने से यह संघर्ष रुका। उन्होंने बताया कि ट्रंप और पुतिन के बीच फोन कॉल में भी इस मुद्दे पर चर्चा हुई थी। ट्रंप बार बार यह दोहरा रहे हैं कि उन्होंने व्यापार और टैरिफ की धमकी देकर भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध रूकवाया। वे दक्षिण अफ्रीका राष्ट्रपति रामफोसा और रूस के राष्ट्रपति पुतिन से बातचीत में यह दावा कर चुके हैं। लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार भी इस मामले में बयान नहीं दिया और न यह कहा कि ट्रंप झूठ बोल रहे हैं। तभी राहुल गांधी ने कहा कि, ‘ट्रंप ने एक फोन किया और नरेंदर जी सरेंडर हो गए’। राहुल के इस बयान के बाद राजनीतिक विवाद तेज हो गया है।