नई दिल्ली। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भले अपनी खुफिया एजेंसियों की रिपोर्ट को खारिज करें कि ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमला ज्यादा कारगर नहीं हुआ लेकिन यह सचाई सामने आ रही है कि ईरान के पास अब भी यूरेनियम है, जिससे वह परमाणु बम बना सकता है। संयुक्त राष्ट्र संघ की इंटरनेशनल एटॉमिक एनर्जी एजेंसी यानी आईएईए ने रविवार को कहा कि ईरान कुछ महीनों में अपना न्यूक्लियर प्रोग्राम फिर से शुरू कर सकता है।
आईएईए के निदेशक राफेल ग्रॉसी ने एक न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा कि ईरान के कुछ परमाणु ठिकाने अब भी बचे हुए हैं। उन्होंने कहा, ‘ईरान के पास 60 फीसदी प्योर यूरेनियम का भंडार है, जो एटम बम बनाने के लिए काफी है’। गौरतलब है कि इजराइल ने 13 जून को ईरान के परमाणु और सैन्य ठिकानों पर हमले शुरू किए थे। बाद में अमेरिकी ने बी-2 बॉम्बर से हमला कर ईरान के फोर्डो, नतांज और इस्फहान परमाणु ठिकाने को तबाह करने का दावा किया था।
अमेरिका के हमलों के बाद ईरान ने आईएईए को फोर्डो परमाणु ठिकाने की जांच करने से रोक दिया था। ईरान ने आईएईए से अपनी साझेदारी भी तोड़ ली है। गौरतलब है कि अमेरिकी हमले के बाद रिपोर्ट आई थी कि ईरान ने पहले ही अपनी तकनीक और यूरेनियम फोर्डो की साइट से हटा दिए थे। अब आईएईए के निदेशक ग्रॉसी ने कहा कि यह जानना जरूरी है कि ईरान के परमाणु ठिकानों पर क्या है और क्या हुआ था।